November 24, 2024

अभिभावकों के लिए परेशानी का कारण बनी समग्र आईडी

ठेकेदार बदलने के बावजूद नहीं बदली व्यवस्था,आईडी में ढेरों गलतियां

रतलाम,24 जून(इ खबरटुडे)। प्रदेश के समस्त परिवारों का डाटाबेस तैयार करने और हितग्राही परिवारों को पारदर्शिता से शासकीय योजनाओं का लाभ देने के लिए बनाई जा रही समग्र आईडी,बच्चों के अभिभावकों के लिए परेशानी का कारण बनता जा रहा है। समग्र आईडी में पहले हुई गडबडियों को दुरुस्त करने के नाम पर दिए गए नए ठेके की हालत पहले से ज्यादा खराब है। नई बनाई जा रही समग्र आईडी में कहीं बच्चों के नाम बदल दिए गए है,तो कहीं उनके माता पिता ही बदल दिए गए है। ऐसे में प्रदेश शासन की पूरी समग्र योजना औचित्यविहींन बनकर रह गई है।
उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश शासन द्वारा प्रदेश में निवास कर रहे समस्त परिवारों का डाटाबेस तैयार करने तथा हितग्राही मूलक योजनाओं का लाभ पारदर्शी तरीके से हितग्राही परिवारों तक पंहुचाने के उद्देश्य से समग्र पोर्टल तैयार किया गया है। इसके लिए प्रत्येक परिवार को निशुल्क समग्र आईडी बनाकर देेने का कार्यक्रम बनाया गया था। इसके लिए पूर्व में दिए गए ठेके में समग्र आईडी में कई सारी गलतियां की गई और पूरा डाटाबेस गडबड हो जाने की जानकारी सामने आने पर राज्य शासन ने नए सिरे से ठेके दिए। राज्य शासन की तमाम कोशिशें फिर भी नाकाम साबित हो रही है। समग्र आईडी बनाने वाले नए ठेकेदार पहले से ज्यादा लापरवाह और अक्षम साबित हो रहे है।
रतलाम में समग्र आईडी के नए ठेकेदार द्वारा कार्य शुरु किए जाने के कुछ ही दिनों में समग्र आईडी की गडबडियां सामने आने लगी है। ठेकेदार द्वारा बनाई जा रही समग्र आईडी में परिवारों की जानकारियां गलत ढंग से दर्ज की जा रही है। कहीं लडके को लडकी बना दिया गया है,तो कहीं उनकी आयु गलत दर्ज कर दी गई है। किसी आईडी में बच्चों के माता पिता के नाम ही बदल दिए गए है। नए ठेकेदार को पुरानी गडबडियां ठीक करने की जिम्मेदारी भी दी गई है। लेकिन ठेकेदार द्वारा इस कार्य में कतई रुचि नहीं ली जा रही है।
समग्र आईडी की गलतियों को ठीक करवाने के लिए नए ठेकेदार अकोदिया एसोसिएट्स के जवाहर नगर स्थित कार्यालय पर पंहुचे प्रांजल इन्फोर्मेशन टैक्नालाजी के संचालक हिमांशु जोशी को ठेकेदार की अभद्रता का सामना करना पडा। जब श्री जोशी वहां पंहुचे,तो पहले तो वहां के संचालक ने श्री जोशी से सम्बन्धित दस्तावेज ले लिए और तीन चार दिन में आकर देखने को कहा। चार दिन बाद जब श्री जोशी वहां पंहुचे,तो उन्होने देखा कि दुकान में रंगाई पुताई आदि का काम चल रहा है। श्री जोशी ने जब नई समग्र आईडी मांगी तो संचालक ने उनसे अशिष्टता के साथ कहा कि तुम्हे दिखता नहीं है,दुकान में काम चल रहा है। जब यह काम पूरा होगा,तब तुम्हारी आईडी के बारे में आकर पूछना। जब श्री जोशी ने नियमों का हवाला दिया तो संचालक का कहना था कि निगम आयुक्त को सबकुछ पता है। पहले दुकान का काम होगा,उसके बाद समग्र आईडी का काम करेंगे। आप चाहे तो आयुक्त को शिकायत कर दें। समग्र आईडी को लेकर ठेकेदार की अभद्रता से व्यथित श्री जोशी ने सारे वाकये की शिकायत मुख्यमंत्री के आनलाईन शिकायत पोर्टल पर दर्ज कराई है।
इ खबरटुडे को मिली जानकारी के मुताबिक राज्य शासन की महत्वाकांक्षी योजना समग्र पोर्टल,डाटाबेस की गडबडियों के चलते बेकार हो रही है। डाटाबेस को व्यवस्थित करने और गंभीरता से नई समग्र बनाने के लिए नियुक्त किए गए नए ठेकेदारों का लापरवाह रवैया फिर से करोडों रुपए पानी में बना देगा और योजना धरी की धरी रह जाएगी। शासन ने स्कूली बच्चों के माध्यम से समग्र आईडी बनाने की योजना बनाई थी। स्कूली बच्चों पर उनके शिक्षक इस बात का दबाव बनाते है कि वे समग्र आईडी लाकर स्कूल में प्रस्तुत करें। बच्चों पर बनाए गए दबाव के कारण उनके अभिभावकों को समग्र आईडी बनाने की मशक्कत करना पड रही है। इसमें सबसे ज्यादा समस्या सामान्य वर्ग के उन मध्यम वर्गीय परिवारों को है,जिन्हे शासक की किसी योजना का लाभ नहीं मिलने वाला,लेकिन इसके बावजूद उन्हे समग्र आईडी के लिए जगह जगह धक्के खाने पड रहे है और ठेकेदार की अभद्रता झेलना पड रही है।

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