अन्ना बोले- केजरीवाल को सचिव की नियुक्ति से पहले कर लेनी चाहिए थी रिकॉर्ड की जांच
नई दिल्ली, 16 दिसम्बर (इ खबरटुडे)। अपने चेहते प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार के दफ्तर और घर में सीबीआई की छापेमारी से बौखलाए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को बड़ा झटका लग सकता है. भ्रष्टाचार के खिलाफ काम करने वाली अंतरराष्ट्रीय संस्था ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल ने मुख्यमंत्री के उन दावों की पोल खोल दी है, जिसमें उन्होंने हाल ही कहा कि अगर उन्हें इस बात की खबर होती कि राजेंद्र पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं, तो वो खुद इस ओर कार्रवाई करते.
दरअसल, भ्रष्टाचार के खिलाफ काम करने वाली संस्था ने 27 मई को ही मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को एक चिट्ठी लिखी थी, जिसमें कहा गया कि उसके पास राजेंद्र कुमार के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति और भ्रष्टाचार की शिकायत है. दिलचस्प बात यह है कि मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से इस चिट्ठी पर कार्रवाई तो दूर, इसे संज्ञान में भी नहीं लिया गया.
अपने चेहते प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार के दफ्तर और घर में सीबीआई की छापेमारी से बौखलाए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को बड़ा झटका लग सकता है. भ्रष्टाचार के खिलाफ काम करने वाली अंतरराष्ट्रीय संस्था ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल ने मुख्यमंत्री के उन दावों की पोल खोल दी है, जिसमें उन्होंने हाल ही कहा कि अगर उन्हें इस बात की खबर होती कि राजेंद्र पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं, तो वो खुद इस ओर कार्रवाई करते.
दरअसल, भ्रष्टाचार के खिलाफ काम करने वाली संस्था ने 27 मई को ही मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को एक चिट्ठी लिखी थी, जिसमें कहा गया कि उसके पास राजेंद्र कुमार के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति और भ्रष्टाचार की शिकायत है. दिलचस्प बात यह है कि मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से इस चिट्ठी पर कार्रवाई तो दूर, इसे संज्ञान में भी नहीं लिया गया.
बीजेपी ने तेज किया हमला
ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल से जुड़े रमानाथ झा इस बाबत चिट्ठी भेजे जाने की पुष्टि करते है. दूसरी ओर, इस चिट्ठी वाली बात के सामने आने से बीजेपी ने अब मुख्यमंत्री केजरीवाल पर हमला और तेज कर दिया है. पार्टी प्रवक्ता मीनाक्षी लेखी ने अरविंद केजरीवाल से इस ओर बयान देने की मांग की है. यही नहीं, उन्होंने सवाल किया है कि केजरीवाल भ्रष्टाचारियों को पनाह क्यों दे रहे हैं.
अपने चेहते प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार के दफ्तर और घर में सीबीआई की छापेमारी से बौखलाए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को बड़ा झटका लग सकता है. भ्रष्टाचार के खिलाफ काम करने वाली अंतरराष्ट्रीय संस्था ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल ने मुख्यमंत्री के उन दावों की पोल खोल दी है, जिसमें उन्होंने हाल ही कहा कि अगर उन्हें इस बात की खबर होती कि राजेंद्र पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं, तो वो खुद इस ओर कार्रवाई करते.
दरअसल, भ्रष्टाचार के खिलाफ काम करने वाली संस्था ने 27 मई को ही मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को एक चिट्ठी लिखी थी, जिसमें कहा गया कि उसके पास राजेंद्र कुमार के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति और भ्रष्टाचार की शिकायत है. दिलचस्प बात यह है कि मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से इस चिट्ठी पर कार्रवाई तो दूर, इसे संज्ञान में भी नहीं लिया गया.
बीजेपी ने तेज किया हमला
ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल से जुड़े रमानाथ झा इस बाबत चिट्ठी भेजे जाने की पुष्टि करते है. दूसरी ओर, इस चिट्ठी वाली बात के सामने आने से बीजेपी ने अब मुख्यमंत्री केजरीवाल पर हमला और तेज कर दिया है. पार्टी प्रवक्ता मीनाक्षी लेखी ने अरविंद केजरीवाल से इस ओर बयान देने की मांग की है. यही नहीं, उन्होंने सवाल किया है कि केजरीवाल भ्रष्टाचारियों को पनाह क्यों दे रहे हैं.
पीसी छोड़कर चल दिए सिसोदिया
खास बात यह है कि दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बुधवार को एक राजेंद्र कुमार के बचाव में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की, लेकिन जब उनसे ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल द्वारा साझा की गई जानकारी के बारे में सवाल किया गया तो वह पीसी बीच में ही छोड़कर चलते बने.
गौरतलब है कि इसी साल प्रधान सचिव पद पर एलजी नजीब जंग से घमासान के बीच मुख्यमंत्री केजरीवाल ने मुख्य सचिव अनिंदो मजुमदार के ऑफिस में ताला डालकर उसे सील कर दिया था और एलजी की अनदेखी कर राजेंद्र कुमार को अपना प्रधान सचिव बनाया था.
जांचना चाहिए था रिकॉर्ड: अन्ना हजारे
दूसरी ओर, सियासी पारी से पहले भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन में केजरीवाल के गुरु अन्ना हजारे ने भी राजेंद्र की नियुक्ति पर असंतोष जाहिर किया है. अन्ना हजारे ने कहा, ‘अरविंद को राजेंद्र कुमार को प्रधान सचिव नियुक्त करने से पहले उनके रिकॉर्ड की जांच कर लेनी चाहिए थी.’