November 25, 2024

CBI Probe : अखाडा परिषद् अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की मौत आत्महत्या थी या हत्या ? उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने की सीबीआई जांच की सिफारिश

लखनऊ,23 सितंबर(इ खबर टुडे)। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की मौत आत्महत्या थी या हत्या ?यह सवाल लगातार जोर पकड़ता जा रहा था । संत लगातार सीबीआई जांच की मांग कर रहे थे। बुधवार देर रात यूपी सरकार ने इस मामले की सीबीआई जांच के लिए सिफारिश कर दी। अब केंद्र सरकार से मंजूरी मिलने के बाद सीबीआई टीम जांच शुरू कर देगी।

उलेखनीय है कि नरेंद्र गिरि मामले की सीबीआई जांच के लिए इलाहाबाद HC बार एसोसिएशन के संयुक्त सचिव ने याचिका भी दाखिल की है। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी समेत कई दलों ने भी सीबीआई जांच की मांग की थी। बाघम्‍बरी गद्दी के महंत नरेंद्र गिरि 20 सितंबर की शाम अपने मठ में फंदे से लटके पाए गए थे। उनके कमरे से 13 पन्‍ने का सुसाइड नोट भी मिला था।

जीवट थे महंत, नहीं कर सकते सुसाइड: स्‍वामी चिन्‍मयानंद

इससे पहले, बीजेपी सांसद स्‍वामी चिन्‍मयानंद ने भी दावा किया कि नरेंद्र गिरि बड़े ही जीवट वाले व्यक्ति थे और वह आत्महत्या नहीं कर सकते थे। नरेंद्र गिरि एक राजनीतिक दल के लोगों से संपर्क में रहे और वे लोग गिरि के काफी नजदीक थे। नरेंद्र गिरि ने बाघम्बरी अखाड़े की कुछ संपत्ति बेची थी और उनके शिष्य आनंद गिरि ने पैसों के लेन-देन पर सवाल भी खड़े किए थे। इसके बाद गुरु-शिष्य में मनमुटाव हो गया और जिनके पास नरेंद्र गिरि का पैसा था, यह उन्हीं की रची साजिश है।

जहां-जहां कुंभ हुए, उसकी भी हो सीबीआई जांच’

चिन्‍मयानंद के मुताबिक, ‘नरेंद्र गिरि के पास से जो सुसाइड नोट मिला है, उसे वह नहीं तैयार कर सकते हैं। यह उन्हीं लोगों की साजिश है, ऐसे में पुलिस का दायरा सीमित है और जहां-जहां कुंभ हुए हैं, वहां भी जांच होनी चाहिए। इसलिए इस पूरे प्रकरण की जांच सीबीआई से कराई जानी चाहिए, तभी स्थिति साफ हो पाएगी। कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेता प्रमोद तिवारी ने भी सच्‍चाई सामने लाने के लिए सीबीआई जांच की मांग की थी।

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