कान्ह प्रदुषण से जलसंकट गहराया : उज्जैन में एक दिन छोडकर पेयजल सप्लाय का निर्णय -बार –बार शिप्रा में प्रदुषित पानी के मिलने से नर्मदा का पानी भी हो रहा खराब
उज्जैन,31मार्च(इ खबर टुडे/ब्रजेश परमार)। कान्ह का प्रदुषित पानी बार –बार शिप्रा में लाए गए नर्मदा के पानी को प्रदुषित कर रहा है। इस कारण से उज्जैन में जलसंकट गहरा गया है। नगर निगम प्रशासन को उज्जैन में एक दिन छोडकर पेयजल प्रदाय का निर्णय करना पडा है। बकौल आयुकत आशीष पाठक एक अप्रेल से शहर में एक दिन छोडकर जल प्रदाय किया जाएगा।
हाल ही में कान्ह का प्रदुषित पानी त्रिवेणी पर बने कच्चे बांध को ब्रेक करते हुए शिप्रा के गउघाट बैराज में एकत्रित नर्मदा के पानी में मिला था । इससे पूरा पानी प्रदुषित हो गया था। इस कारण से नगर निगम पीएचई को करीब 2 एमसीएम पानी शिप्रा में फिजुल ही बहाना पडा था। इसके बाद कान्ह के राघौ पिपलिया और रामवासा बैराज में भरे प्रदुषित पानी को भी शिप्रा की और से बहाया गया था। उम्मीद थी की कुछ दिनों तक अब कान्ह का पानी नहीं आएगा लेकिन यह उम्मीद बेमानी रही और कान्ह का प्रदुषित पानी एक बार फिर त्रिवेणी के यहां बडी मात्रा में एकत्रित होकर ओवर फ्लो की स्थिति में है।
1 दिन छोड़कर पेजजल सप्लाई का निर्णय
शिप्रा नदी में बार-बार प्रदूषित कान्ह नदी का पानी मिलने से जलप्रदाय व्यवस्था में आ रहे बार-बार व्यवधानों से शहर की पेयजल व्यवस्था बाधित हो रही है । इसके कारण प्रतिदिन जलप्रदाय में शहर की संपूर्ण टंकियों को एक साथ भरने में समस्या बनी हुई है। इसे देखते हुए ग्रीष्म ऋतु में शहर वासियों को पर्याप्त रूप से पेयजल उपलब्ध कराने के लिए रविवार को आयुक्त नगर निगम आशीष पाठक एवं विभागीय अधिकारियों ने पेयजल समीक्षा बैठक की। इसमें निर्णय लिया गया है कि 1 अप्रैल 2024 से संपूर्ण शहर में प्रतिदिन के स्थान पर एक दिन छोड़कर जल प्रदाय किया जाएगा। इस क्रम में 1 अप्रैल को उज्जैन उत्तर क्षेत्र में निर्धारित समय प्रातः 7:30 से 8:30 तक तथा 2 अप्रैल 2024 को उज्जैन दक्षिण क्षेत्र में पूर्व निर्धारित समय अनुसार प्रातः 5:30 से 6:30 तक जलप्रदाय किया जाएगा। आगामी आदेश तक इसी क्रम में जलप्रदाय जारी रहेगा। इंदिरानगर खिलचीपुर और कानीपुरा टंकी तथा वार्ड क्रमांक 2 के डायरेक्ट सप्लाई वाले क्षेत्रों में उज्जैन दक्षिण क्षेत्र के साथ-साथ जलप्रदाय किया जाएगा।