Tomato Price MP: रतलाम सहित MP के इन शहरों में टमाटर बिक रहे हैं कौड़ियों के भाव, कीमत पहुंची 1 रुपए प्रति किलो तक

MP News: मध्यप्रदेश के कई शहरों में टमाटर के दाम बिल्कुल कम हो गए हैं। रतलाम सहित प्रदेश के विभिन्न शहरों में टमाटर इन दिनों कौड़ियों के भाव बिक रहे हैं। टमाटर की कीमतों (Tomato price) में आई भारी गिरावट के चलते किसान अब टमाटर को मंडी में ले जाने की बजाय पशुओं को खिलाने लगे हैं।
रतलाम जिले के किसान रजत कोठारी का कहना है कि मंडी में ले जाकर टमाटर को बेचने से उन्हें जो रकम मिलती है उससे अधिक तो तेल का खर्चा हो जाता है। मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले के किसान मुकेश कुमार ने बताया कि मंडी में उन्हें वर्तमान में टमाटर की कीमत 1 रुपया (Tomato price MP) प्रति किलो मिल रही है।
उन्होंने बताया कि टमाटर की खेती (Tomato farming) पर उनके प्रति एकड़ लगभग 1 लाख रुपए से अधिक खर्च हुए हैं। लेकिन अब कमजोर क्वालिटी के टमाटर की फसल के मंडी में खरीददार भी नहीं मिल रहे हैं। ऐसे में उन्हें मजबूरन टमाटर मवेशियों को खिलाने पड़ रहे हैं। टमाटर की कीमतों में हुई भारी गिरावट से किसानों को इस बार भारी नुकसान हो रहा है।
टमाटर की बंपर पैदावार के कारण दामों में आई गिरावट
इस बार मध्य प्रदेश राज्य में टमाटर की बंपर पैदावार के कारण कीमतों में गिरावट देखने को मिली है। हालात ऐसे हैं कि टमाटर की कीमतों में भारी गिरावट के कारण किसान खेतों में ही फसलों को नष्ट करने पर मजबूर हो गए हैं। प्रदेश के कई जिलों में टमाटर की खेती (Tomato farming) से इस बार किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है।
कृषि विज्ञान केंद्र, शाजापुर के वरिष्ठ वैज्ञानिक एसएस धाकड़ ने बताया कि इस बार रतलाम, रायसेन, अनूपपुर, सिंगरौली, रीवा, जबलपुर, शिवपुरी, छिंदवाड़ा, सागर, सतना, दमोह, शाजापुर, उज्जैन, आगर-मालवा, विदिशा और सीहोर अच्छी बारिश होने और जनवरी-फरवरी में ओलावृष्टि ना होने के कारण टमाटर की बंपर पैदावार हुई है। टमाटर की पैदावार अधिक होने और मांग कम होने के कारण कीमतों में यह गिरावट देखने को मिली है।
किसानों के खेतों में इस बार प्रति एकड़ 500 से 600 क्विंटल हुई टमाटर की पैदावार
मध्य प्रदेश के रतलाम सहित कई जिलों में इस बार किसानों को खेतों में 500 से 600 क्विंटल प्रति एकड़ के हिसाब से पैदावार हुई है। ओलावृष्टि न होने और बारिश अच्छी होने के कारण इस बार किसानों को टमाटर की बंपर पैदावार मिली है। लेकिन कीमतों में भारी गिरावट के कारण इस बार किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है।
नेट-पॉली हाउस से टमाटर (Poli house tomato farming) की खेती करने वाले किसानों को इस बार प्रति एकड़ 1500 क्विंटल तक की पैदावार भी हुई है। किसानों को इस बार कोई बंपर पैदावार के कारण खपत से कई गुना ज्यादा टमाटर मंडियों में पहुंचने से रेट लुढ़क गए हैं।