रतलाम

Theft Exposed : चार दिन पहले रिद्दि सिद्दी कालोनी मे हुई लाखो की चोरी का पर्दाफाश,नाबालिग रिश्तेदार ने ही दिया था चोरी को अंजाम,सात लाख के गहने बरामद

theft exposed रतलाम,28 मार्च (इ खबर टुडे)। शहर की रिद्दि सिद्दी कालोनी में चार दिनों पहले हुई लाखो की चोरी का खुलासा हो गया है। चोरी की वारदात को गृहस्वामी के ही एक नाबालिग रिश्तेदार ने अंजाम दिया था। पुलिस ने उक्त विधि विरुद्ध बालक को अभिरक्षा में लेकर चोरी किये गए सात लाख रु के गहने बरामद कर लिए है।

एसपी अमित कुमार ने पुलिस कंट्रोल रूम पर आयोजित प्रेस वार्ता में घटना की विस्तार से जानकारी दी। एसपी ने बताया कि दिनांक 26 मार्च 25 को फरियादी धीरज पिता शांतिलाल शर्मा उम्र 54 वर्ष निवासी म.नं. 129 रिद्दी सिद्दी कालोनी ने थाना औद्योगिक क्षेत्र पर रिपोर्ट किया कि वह दिनांक 23.03.2025 को अपनी पत्नि के साथ प्रातः 09.00 बजे बडनगर गये थे। जिसके बाद शाम को करीब 04.30 बजे वापस आ गये थे तथा दिनांक 24.03.25 को मेरी पत्नि दशा माता की पुजन हेतु सुबह 09.00 बजे गयी थी तथा 12.00 बजे वापस आ गयी थी। जिसके बाद मै तथा मेरी पत्नि हम लोग दोपहर मे खाना खाकर सो गये थे।

दुसरे फ्लोर के कमरे खुले थे बाद शाम को करीबन 4.30 बजे उठकर मेरी पत्नि द्वारा दुसरे फ्लोर के बैडरुम मे रखे अलमारी के कपडे को व्यवस्थित कर रही थी। तभी अलमारी मे रखे ज्वेलरी के डिब्बो को देखने पर अलमारी मे रखे सोने की ज्वेलरी का एक लाल रंग का डिब्बा वहा पर नही दिखा तो मैने व मेरी पत्नि ने पुरे कमरे की तलाशी ली परन्तु कोई पता नही चला ।

कोई अज्ञात व्यक्ति मेरे घर के कमरे मे अलमारी मे रखे ज्वेलरी का डिब्बा को चोरी कर ले गया है। उक्त डिब्बे मे सोने की चेन एक, हार एक, नथ एक, अंगुठी दो, कान की उपर की लटकन एक जोड व कान कि एक जोड झूमकी रखे थे । फरियादी की रिपोर्ट पर अपराध क्रमांक 219/25 धारा 331(4)305 (ए) BNS का पंजीबद कर अनुसंधान में लिया गया ।

चोरी की इस वारदात का खुलासा करने के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राकेश खाखा एवं नगर पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र घनघोरिया के मार्गदर्शन में थाना औद्योगिक क्षेत्र रतलाम से अज्ञात चोर की पतारसी एवं गिरफ्तारी हेतु टीम बनाई गई। टीम द्वारा अनुसंधान के दौरान घटनास्थल एवं आसपास के सीसीटीवी फुटेज चेक किए गए । जिसमे फरि. धीरज शर्मा द्वारा अपने भतीजे पर शंका जाहिर करने पर भतीजे से अपराध के बारे मे पुछताछ करने पर उसने जुर्म करना स्वीकार किया। जिस पर वि.वि. बालक से चोरी गये सम्पुर्ण माल कीमती सात लाख रूपये जप्त किया गया।

चोरी की इस वारदात का खुलासा करने में निरी. मुनेन्द्र गौतम, सउनि आई. एम खान, प्रआर. रितेश पाटीदार, प्रआर. धीरज गावडे, आरक्षक अभिषेक पाठक, आरक्षक रवि चंदेल, आर. महेन्द्रसिंह परमार, आर. नरेन्द्रसिंह, आर. कान्हा, आर. दिनेश, आरक्षक चालक मयंक जाटव, आरक्षक पवन मेहता की वि.वि. बालक को अभिरक्षा लेने में महत्वपूर्ण भूमिका रही ।

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