Mahakal Lok : शिवरात्रि से गुड़ी पड़वा तक होंगे महाकाल लोक के कार्यक्रम, मुख्यमंत्री ने साधु-सन्तों एवं आयोजन समिति के सदस्यों पर आभार प्रदर्शन स्वरूप पुष्पवर्षा की
उज्जैन,18 अक्टूबर(इ खबरटुडे)। मंगलवार को पूर्वान्ह प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान उज्जैन आए। कालिदास अकादमी में आयोजित महाकाल लोक की आयोजन समिति के सदस्यों एवं साधु-सन्तों के आभार प्रदर्शन कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने सभी साधु-सन्तों एवं आयोजन समिति के सदस्यों का आभार प्रदर्शन किया और कहा कि आप सबके प्रयासों से महाकाल लोक का लोकार्पण प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के हाथों सम्पन्न हुआ। मुख्यमंत्री ने आभार स्वरूप साधु-सन्तों एवं आयोजन समिति के सदस्यों पर पुष्पवर्षा की।
श्री चौहान ने कहा कि महाकाल लोक की रचना अदभुत एवं अद्वितीय है। महाकाल लोक की ख्याति देश-विदेश में है। यह ईश्वर की अनुपम कृति है। महाकाल लोक का और अधिक प्रचार-प्रसार करने के लिये और इसे देश-विदेश में आमजनों तक पहुंचाने के लिये अब उज्जैन में शिवरात्रि से गुड़ी पड़वा तक महाकाल लोक के कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकाल लोक के विषय में लोग अधिक से अधिक जानें, इसके लिये वे स्वयं देश के प्रमुख लोगों को महाकाल लोक के दर्शन करने के लिये पत्र भेजेंगे एवं महाकाल का प्रसाद भी भेजेंगे। उन्होंने कहा कि महाकाल लोक का संचालन अब व्यवस्थित ढंग से हो, इसके लिये विस्तृत कार्य योजना बनाई जायेगी। उन्होंने आयोजन समिति से सुझाव भी आमंत्रित किये।
उन्होंने कहा कि भगवान महाकाल सर्वोपरि हैं। हम सब उनके सेवक हैं। उन्होंने कहा कि दीपावली के दिन महाकाल लोक दीपों से जगमगाये। उन्होंने कहा कि सभी लोग महाकाल लोक के नाम पर एक दीया जरूर जलायें। सब पवित्रता एवं श्रद्धा का भाव बनाये रखें और अपने मन में कभी भी नकारात्मकता का भाव न लायें।मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले दिनों में गांवों से भी लोगों को महाकाल लोक का भ्रमण कराया जायेगा। गांव से आने वाले श्रद्धालु अपने गांव से जल लाकर रूद्र सागर में प्रवाहित करेंगे एवं रूद्र सागर के पवित्र जल को लेकर महाकाल का अभिषेक करेंगे। इसके लिये विस्तृत कार्य योजना भी बनाई जा रही है। उन्होंने कहा कि महाकाल लोक का लोकार्पण का कार्यक्रम एक व्यवस्थित एवं सम्पूर्ण कार्यक्रम था। आज तक ऐसा कार्यक्रम देश में नहीं हुआ है। यह हमारे लिये पूर्ण विराम नहीं, अपितु अभी हम महाकाल लोक के द्वितीय चरण का कार्य भी शुरू करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले समय में महाकाल लोक के समीप एक हजार कमरों की धर्मशाला भी बनाई जायेगी। धर्मशाला बनने से निम्न एवं मध्यम वर्ग के लोगों की कम कीमत पर ठहरने की व्यवस्था हो पायेगी।
आयोजन समिति के सदस्यों ने मुख्यमंत्री को महाकाल लोक के रख-रखाव एवं सुचारू संचालन के लिये अनेक सुझाव दिये। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी सुझावों पर विचार किया जायेगा। महाकाल लोक की आयोजन समिति के विचार-विमर्श एवं आभार प्रदर्शन कार्यक्रम में आचार्य शेखर महाराज, महन्त रामेश्वरदास, विनीत गिरि महाराज, सरस्वती महाराज, उमेशनाथ महाराज, सहित जनप्रतिनिधिगण, आयोजन समिति के सदस्यगण उपस्थित थे।
अतिथि गृह का लोकार्पण, मेघदूत वन गार्डन का भूमि पूजन
श्री चौहान ने मंगलवार को जेके सीमेंट कंपनी द्वारा बनाये गये अतिथि गृह का लोकार्पण किया। श्री चौहान ने विधिवत पूजन-अर्चन कर एवं दीप प्रज्वलित कर अतिथि गृह का लोकार्पण किया। अतिथि गृह महाकाल के श्रद्धालुओं के लिये बनाया गया है। उन्होंने श्री महाकाल लोक परियोजना के द्वितीय चरण के अन्तर्गत मेघदूत वन का भूमि पूजन किया। मेघदूत वन के बनने के बाद यहां प्रवचन के कार्यक्रम, भजन संध्या एवं धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे।
महाकाल लोक के श्रमिकों का , कारीगरों के साथ भोजन
मुख्यमंत्री ने त्रिवेणी संग्रहालय में अलौकिक लोक महाकाल लोक के निर्माण में अलग-अलग कार्यों के लिये लगे शिल्पकार एवं अन्य कार्य करने वाले कारीगरों का आत्मीय हृदय से सम्मान किया। मुख्यमंत्री ने त्रिवेणी संग्रहालय के ऑडिटोरियम में श्रम एवं रचनात्मकता के श्रेष्ठ कार्य करने वाले प्रतीकात्मक रूप से 25-30 कारीगरों का माला पहना कर स्वागत कर सम्मान किया। उन्होंने अपने उद्बोधन में “महाकाल महाराज की जय” के साथ कहा कि पसीना बहाने वाले कारीगरों का नाम सदैव याद किया जायेगा। श्री महाकाल भगवान की कृपा और कारीगरों के पसीने से अलौकिक रूप से निर्मित महाकाल लोक को देश-दुनिया में प्रशंसा मिल रही है।मुख्यमंत्री ने महाकाल लोक के निर्माण कार्य में लगे सभी कारीगरों के साथ सहभोज में शामिल हुए। इसके पूर्व उन्होंने अपने हाथों से कारीगरों को भोजन परोसा।
भगवान महाकालेश्वर के दर्शन कर पूजन-अर्चन
मुख्यमंत्री ने मंगलवार को अपने उज्जैन प्रवास के दौरान भगवान महाकालेश्वर के मन्दिर में पहुंच कर भगवान महाकालेश्वर के दर्शन किये एवं पूजन-अर्चन किया। पूजा पं.प्रदीप पुजारी एवं यश पुजारी ने कराई। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने भगवान महाकालेश्वर से प्रदेश के सभी लोगों के लिये मंगल कामना की।
महाकाल लोक का भ्रमण
मुख्यमंत्री ने नवनिर्मित महाकाल लोक का भ्रमण किया। सांसद अनिल फिरोजिया ने इलेक्ट्रॉनिक वाहन चलाया, जिसमें बैठकर मुख्यमंत्री ने महाकाल लोक में निर्मित कलाकृतियों का अवलोकन किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने महाकाल लोक के अनुपम सौन्दर्य का अवलोकन करने प्रदेश के विभिन्न स्थानों से आये श्रद्धालुओं से चर्चा की। उन्हें महाकाल लोक के अदभुत सौन्दर्य एवं पत्थरों पर उकेरी गई कलाकृतियों की जानकारी दी और उनसे फीडबेक भी लिया। प्रदेश के विभिन्न जिलों एवं देश के विभिन्न स्थानों से आये हुए श्रद्धालुओं ने महाकाल लोक की प्रशंसा करते हुए मुख्यमंत्री को बताया कि महाकाल लोक अद्वितीय है एवं अनुपम है। इसकी तुलना किसी भी वस्तु से नहीं की जा सकती है। सभी ने एक स्वर में कहा कि वे यहां से जाने के बाद अपने परिचितों एवं स्वजनों को महाकाल लोक की अनुभव यात्रा के बारे में बतायेंगे और उन्हें प्रेरित करेंगे कि वे महाकाल लोक का भ्रमण एक बार अवश्य करें। महाकाल लोक का अनुभव करना है तो मन में श्रद्धा का भाव लायें। इससे महाकाल लोक की अनुभूति दुगुनी हो जायेगी।
श्री महाकाल लोक शीघ्र ही महालोक में परिवर्तित होगा
मुख्यमंत्री ने इस दौरान श्री महाकाल लोक के विस्तारीकरण के द्वितीय चरण के निर्माणाधीन कार्यों का अवलोकन किया। इस दौरान कलेक्टर आशीष सिंह और स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के इंजीनियर ने मुख्यमंत्री को निर्माणाधीन कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
मुख्यमंत्री ने इस दौरान द्वितीय चरण में बनने वाले शिखर दर्शन, ध्यान कक्ष, छोटे रूद्र सागर के जीर्णोद्धार, महाराजवाड़ा हैरिटेज धर्मशाला का निरीक्षण करते हुए निर्माणाधीन कार्यों पर संतोष व्यक्त किया।उन्होंने कहा कि द्वितीय चरण के अन्तर्गत निर्माणाधीन कार्य शीघ्र ही पूर्ण होंगे। ‘श्री महाकाल लोक’ शीघ्र ही ‘महालोक’ के रूप में परिवर्तित होगा। 47 हेक्टेयर का विशाल परिसर दिव्य और अलौकिक ऊर्जा का केन्द्र बनेगा।