रक्सौल के लोगों को मिलेगा जाम से छुटकारा, तीन ओवरब्रिज की सौगात मिली

रक्सौल। जाम से जुझ रहे रक्सौल के लोगों के अब राहत मिलने की उम्मीद है। यहां पर तीन ओवरब्रिज की सौगात सरकार ने दी है। बिहार सरकार ने इसकी घोषणा कर दी है। इससे लोगों को काफी राहत मिलेगी क्योंकि यहां पर जाम लगता रहता था, अब उम्मीद है कि उनको जाम में नहीं फंसना पड़ेगा। रक्सौल-सीतामढ़ी रेलखंड के बीच रेलवे फाटक 33, रक्सौल-नरकटियांगज व सुगौगली के बीच रेलवे क्रॉसिंग संख्या 34 और रक्सौल-भेलाही गुमटी रेलवे फाटक संख्या 18 पर ओवरब्रिज का निर्माण होगा। इससे यहां लगने वाले हर दिन के जाम से लोगों को मुक्ति मिलेगी। रक्सौल में 2004 में तत्कालीन रेलवे मंत्री लालू प्रसाद यादव ने इनका शिलान्यास किया था, लेकिन अब 21 साल के बाद इन ओवरब्रिज के निर्माण को मंजूरी मिली है। इससे रक्सौल के लोगों ने राहत की सांस ली है।
पूरे बिहार में 64 ओवरब्रिज के निर्माण को मिली मंजूरी
पूरे बिहार में 21 साल बाद 64 रेलवे ओवरब्रिज के निर्माण को मंजूरी मिली है। इसमें रक्सौल में तीन ओवरब्रिज बनेंगे। इसके अलावा 61 ओवरब्रिज अन्य जिलों में बनेंगे। जहां-जहां ओवरब्रिज बनेंगे, वहां-वहां के लोगों को राहत मिलेगी। इससे यह शहर जाम से मुक्त हो सकेंगे। जिन शहरों में यह ओवरब्रिज बनेंगे, वहां के शहरों में विकास के नए आयाम स्थापित हो सकेंगे। इससे रोजगार के अवसर पर बढ़ेंगे तथा लोगों का समय तथा ईंधन की भी बचत होगी।
विधायक ने दी जानकारी
विधायक प्रमोद कुमार सिन्हा ने बताया कि शहर के लोगों के साथ-साथ रक्सौल-वीरगंज के बीच आवाजाही करने वाले देशी-विदेशी पर्यटकों को भी इसका लाभ होगा। दिल्ली-काठमांडू को जोड़ने वाले रक्सौल के मुख्य मार्ग पर भी ओवरब्रिज का निर्माण होगा। यह सड़क मार्ग रक्सौल-वीरगंज की लाइफ लाइन कही जाती है। इससे हजारों वाहन गुजरते हैं। फिलहाल यहां पर जब रेल की क्रांसिंग होती है, तब फाटक बंद हो जाती है। इससे यातायात अवरुद्ध हो जाता है और जाम लग जाता है। विधायक प्रमोद कुमार सिन्हा ने बताया कि रक्सौल के तीनों रेलवे गुमटी पर ओवरब्रिज के निर्माण के लिए रेलवे ने एनओसी जारी कर दी है। इसके लिए 13 मार्च को बैठक हुई थी। इस बैठक में रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव भी मौजूद थी। इस बैठक में ही इन ओवरब्रिज के निर्माण को मंजूरी मिली थी।