Building Fire : नौ घंटे धधकती रही आग, चार मंजिल खाक, दमकल के 30 वाहनों-वायुसेना की मदद से पाया गया काबू, सीएम ने बुलाई रिव्यू बैठक
भोपाल,13 जून (इ खबरटुडे)। राजधानी में मंत्रालय के सामने स्थित प्रदेश सरकार के दर्जनों विभागों वाले सतपुड़ा भवन में सोमवार शाम चार बजे के बाद भीषण आग लग गई। आग सतपुड़ा भवन के तीसरी मंजिल पर स्थित अनुसूचित जनजाति विभाग के आदिम जाति क्षेत्रीय विकास परियोजना के कार्यालय से शुरू हुई। इस घटना को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज संह चौहान ने रिव्यू बैठक बुलाई।
बैठक में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा, स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी, मुख्य सचिव, डीजीपी, एसीएस होम राजेश राजौरा, स्वास्थ्य विभाग के एसीएस मो. सुलमेान, नगरीय प्रशासन एवं विकास प्रमुख सचिव नीरज मंडलोई समेत संबंधित अधिकारियों को बुलाया गया है। बैठक मुख्यमंत्री निवास कार्यालय समत्व में अयोजित हुई।
तीन दिन में जांच कमेटी देगी रिपोर्ट
बैठक के बाद गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि सभी सरकारी फाइलों को हार्ड डिक्स और पेनड्राइव के जरिए रिकवर कर लिया जाएगा। तीन दिन के अंदर उच्च स्तरीय जांच कमेटी की रिपोर्ट आ जाएगी। सभी दस्तावेज रीक्रिएट कर लिए जाएंगै। उन्होंने कहा कि केंद्र से जुड़ी योजनाओं की फाइलें दिल्ली में मौजूद है। उन्होंने बताया कि आग का प्रारंभिक कारण शार्ट सर्किट है। उन्होंने कहा कि कामकाज प्रभावित ना हो इसकी वैकल्पिक व्यवस्था की जाएगी।
कांग्रेस हर जगह राजनीति के मौके देख रही- नरोत्तम
कांग्रेस के आरोपों पर नरोत्तम मिश्रा ने पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस नेता हर जगह राजनीति करने का अवसर तलाश रहे है। उन्होंने कहा कि चार हजार कर्मचारी अंदर है। ऐसे में कैसे आग लग जाएगी। कौन मिट्टी का तेल और पेट्रोल ले जाएगा। यह सोचने वाली बात है। उन्होंने कहा कि वहां इस तरह की कोई फाइल नहीं थी, जिसको लेकर आरोप लगाए जा रहे है। ना वहां परचेसिंग की फाइलें है ना टेंडर की।
कमलनाथ बोले- भ्रष्टाचार का उदाहरण, स्वतंत्र एजेंसी करें जांच
वहीं, पीसीसी चीफ कमलनाथ ने कहा कि सतपुड़ा भवन में आग लगी या लगाई गई? यह सबसे बड़ा प्रश्न हैं? एक और भ्रष्टाचार का उदाहरण है। उन्होंने कहा कि बताया जा रहा है कि 12 हजार फाइल जली, लेकिन ना जाने कितनी फाइल जली होगी। जो हजारों फाइल जली उनका क्या लक्ष्य था। क्या उद्देश्य था? यह एक बड़ा भ्रष्टाचार का कामला है। पीसीसी चीफ ने मामले की स्वतंत्र एजेंसी से जांच कराने की मांग की है।
कर्मचारियों की न्यायिक जांच की मांग
सतुपड़ा आगजनी मामले में मध्य प्रदेश कर्मचारी मंच ने पूरे मामले की न्यायिक जांच की मांग की है। मंच के प्राध्यक्ष अशोक पांडे ने कहा कि कर्मचारियों की सुरक्षा, शासकीय कार्यलयों की सुरक्षा एवं सतपुड़ा भवन अग्नकांड की न्यायिक जांच की मांग को लेकर प्रदर्शन किया जाएगा। एवं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम ज्ञापन देंगे।
दोपहर से कमेटी करेंगी जांच शुरू
इससे पहले एसीएस राजेश राजोरा मंगलवार सुबह दिल्ली से भोपाल एयरपोर्ट पहुंचते ही सतपुड़ा भवन पहुंचे। उन्होंने आग पर काबू पाने की स्थिति का प्रारंभिक जायजा लिया। सभी मंजिलों पर आग पर काबू पा लिया गया है। छठवीं मंजिल पर अभी भी धुआं निकल रहा है। दोपहर एक बजे से सतपुड़ा भवन में स्थित वन विभाग के कॉफ्रेंस हॉल में जांच कमेटी स्थापित होकर कार्य प्रारंभ करेंगी।