May 9, 2024

ABVP Memorandum : कान्वेन्ट स्कूल में नाबालिग नन की मौत और धर्मान्तरण पर रोक लगाने की मांग को लेकर एबीवीपी ने किया चक्काजाम,ज्ञापन सौंपा (देखिए लाइव विडीयो)

रतलाम,13 दिसम्बर (इ खबरटुडे)। सेन्ट जोसेफ कान्वेन्ट स्कूल में उडीशा निवासी एक नाबालिग नन की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत को लेकर कान्वेन्ट स्कूल एबीवीपी के निशाने पर है। कान्वेन्ट स्कूल को धर्मान्तरण और अन्य अवैध गतिविधियों का अड्डा बताते हुए उच्चस्तरीय जांच की मांग को लेकर एबीवीपी ने सोमवार दोपहर स्टेशन रोड पुलिस थाने के बाहर चक्काजाम कर दिया। बाद में सीएसपी के आश्वासन पर ज्ञापन देकर चक्काजाम समाप्त किया गया।

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुडे बडी संख्या में छात्र छात्राओं ने दोपहर करीब साढे बारह बजे स्टेशन रोड थाने के बाहर सडक पर चक्काजाम कर दिया। छात्रों का कहना था कि सेन्ट जोसफ कान्वेन्ट स्कूल अवैध गतिविधियों का अड्डा बन चुका है। स्कूल में अवैध रुप से छात्रावास संचालित किया जा रहा है,जहां देश के विभिन्न क्षेत्रों से नाबालिग बच्चियों को रख कर उन्हे ईसाई नन बनाया जा रहा है। स्कूल मेे पिछले दिनों उडीसा से लाई गई एक नाबालिग बालिका आलीशान को संदिग्ध परिस्थितियों में मृत पाया गया था। एबीवीपी ने कान्वेन्ट स्कूल पर मानव तस्करी में लिप्त होने का आरोप लगाते हुए कहा है कि जिला प्रशासन और महिला एवं बाल विकास विभाग को इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि यहां बनाए गए अवैध छात्रावास में किस किस स्थान की कितनी नाबालिग बच्चियां लाई गई है।

विद्यार्थी परिषद के प्रदर्शनकारी छात्र छात्राएं अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी करते हुए सडक़ पर बैठ गए थे। विद्यार्थी परिषद के इस चक्काजाम से यातायात ठप्प हो गया था। चक्काजाम की सूचना मिलते ही सीएसपी हेमन्त सिंह चौहान मौके पर पंहुचे। उन्होने प्रदर्शनकारी छात्रों से चर्चा कर उन्हे चक्काजाम समाप्त करने की समझाईश दी। बाद में प्रदर्शनकारियों ने पुलिस अधीक्षक को सम्बोधित एक ज्ञापन सीएसपी श्री चौहान को सौंपा। सीएसपी को ज्ञापन देने के बाद चक्काजाम समाप्त कर दिया गया। विद्यार्थी परिषद ने अपने ज्ञापन में प्रशासन को चेतावनी दी है कि इस घटना की गंभीरता से निष्पक्ष जांच कर कान्वेन्ट स्कूल संचालकों को दण्डित किया जाए,अन्यथा एबीवीपी द्वारा पूरे जिले में उग्र्र आन्दोलन किया जाएगा।

यह है ज्ञापन में

पुलिस अधीक्षक को सम्बोधित ज्ञापन में कहा गया है कि समाचार पत्रों से यह तथ्य सामने आया है कि संदिग्ध परिस्थितियों मेंमृत पाई गई नाबालिग बालिका के सिर पर चोट के निशान पाए गए थे,जबकि उसके साथ प्रताडना पूर्वक दुष्कर्म किए जाने की भी आशंका है। इस संदिग्ध घटना से पूरा कान्वेन्ट स्कूल प्रशासन शक के घेरे में है। ज्ञापन में जिला प्रशासन को आडे हाथों लेते हुए कहा गया है कि प्रशासन की लचर कार्यशैली के चलते सेन्ट जोसफ कान्वेन्ट स्कूल अवैध धर्मान्तरण और अवैध गतिविधियों का अड्डा बना हुआ है। स्कूल प्रशासन द्वारा बिना किसी अनुमति के स्कूल की आड में अवैध छात्रावास चलाया जा रहा है। इस छात्रावास में उडासा जैसे दूरस्थ राज्यों के साथ साथ झाबुआ जैसे आदिवासी क्षेत्रों से नाबालिग बच्चियों को लाकर रखा जाता है और उनका धर्म परिवर्तन कर उन्हे नन बनाया जाता है। इस दौरान उनके साथ शारीरिक और दैहिक उत्पीडन भी किया जाता है। पूरी संभावना है कि स्कूल प्रशासन मानव तस्करी में लिप्त है।

स्कूल में संचालित हो रही अवैध और संदिग्ध गतिविधियों से स्कूल में पढने वाले बहुसंख्यक समाज के बच्चों पर भी दुष्प्रभाव पड रहा है। स्कूल संचालकों द्वारा बहुसंख्यक समाज के बच्चों और उनके पालकों को धमकाया जाता है कि यदि उन्होने इन अवैध गतिविधियों के बारे में कहीं मुंह खोला,तो उनके बच्चों का भविष्य बरबाद कर दिया जाएगा। ऐसी स्थिति में इस स्कूल की गतिविधियों की निष्पक्ष न्यायिक जांच आवश्यक है,जिससे कि यहां पढ रहे बच्चों का जीवन सुरक्षित रह सके।

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