गुजरात के 8 शहरों में स्कूल कॉलेज की परीक्षाएं निरस्त, कर्फ्यू बढ़ा, सीमाएं सील, पंजाब में 31 मार्च तक कड़े प्रतिबंध
अहमदाबाद,19 मार्च (इ खबरटुडे)। गुजरात में कोरोना संक्रमण के बढते मामलों को देखते हुए सरकार ने 8 बडे शहरों में 10 अप्रेल तक स्कूल कॉलेज, विवि बंद कर परीक्षाएं रद्द कर दी हैं। अहमदाबाद व सूरत में सार्वजनिक बस सेवा, गार्डन, जिम, जू आदि को बंद करने कर्फ्यू की अवधि बढा दी है। मुख्यमंत्री ने राज्य में लॉकडाउन से साफ इनकार किया लेकिन राज्य की सीमाओं को सील कर दिया गया है। गांधीनगर में मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने बताया कि राज्य में हाल डेढ लाख टीकाकरण किया जा रहा है जिसे 3 लाख प्रतिदिन तक बढाया जाएगा। अहमदाबाद में साइंस सिटी में मास टीकाकरण की व्यवस्था की गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण के मामले घटते ही लोगों ने लापरवाही शुरु कर दी जिससे अचानक कोरोना फैलने लगा है। राजस्थान, महाराष्ट्र व मध्यप्रदेश की सीमाओं को सील कर दिया गया है। कोविड-19 निगेटिव रिपोर्ट साथ होनेपर ही राज्य में प्रवेश दिया जाएगा साथ ही सीमा पर तापमान मापकर ही प्रवेश दिया जाएगा। अहमदाबाद व सूरत में सार्वजनिक बस सेवा, गार्डन, जिम, जू आदि को आगामी सूचना तक बंद कर दिया गया है। राज्य में रात्रि कर्फ्यू को रात 10 से सुबह 6 बजे तक कर दिया है, पहले यह रात 12 से 6 बजे तक था। बाजार व मॉल खुले रहेंगे लेकिन पुलिस इनकी तथा चाय – पान की दुकानों की निगरानी करेगी।
शनि-रवि मॉल मल्टीप्लेक्स बंद
में शनि व रविवार को मॉल, सिनेमाघर व मल्टीप्लेक्स बंद रखने का निर्णय किया है। कोरोना संक्रमण की समीक्षा के लिए राज्य सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ राजीव गुप्ता की अध्यक्षता में अहमदाबाद महानगर पालिका के आयुक्त मुकेश कुमार व अन्य अधिकारियों की बैठक हुई जिसमें अहमदाबाद में कर्फ्यू रात को 9 बजे से सुबह 6 बजे तक कर दिया गया है।
इन शहरों में परीक्षाएं निरस्त
शिक्षामंत्री भूपेंद्रसिंह चूडास्मा ने बताया कि एक उच्चस्तरीय बैठक में मुख्यमंत्री ने कोरोना पर काबू पाने के लिए अहमदाबाद, सूरत, राजकोट, वडोदरा,जामनगर, भावगनर, जूनागढ तथा वडोदरा महानगरों 10 अप्रैल तक स्कूल कॉलेज बंद कर परीक्षाएं रद्द कर दी हैं। लेकिन राज्य में 10वीं व 12वीं की बोर्ड परीक्षा यथावत ली जाएगी। इन शहरों में ऑनलाइन शिक्षा जारी रहेगी जबकि ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूल कॉलेज व विश्वविध्यालयों में पूर्व की भांति ऑनलाइन व ऑफलाइन पढाई होती रहेगी। बीते चौबीस घंटे में राज्य में कोरोना संक्रमणके 1276 नय केस सामने आए जबकि 3 मौत हुई। राज्य में हाल 5684 एकिटव केस हैं जबकि गुरुवार को 1 लाख 55174 को टीका लगाया गया।
पंजाब सरकार ने लगाए प्रतिबंध, 31 मार्च तक बंद रहेंगे सिनेमा, मॉल, नहीं होगी राजनीतिक सभा
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने राज्य में बढ़ रहे कोरोना (COVID19) के मामलों को लेकर कुछ और प्रतिबंधों का एलान किया है। राज्य में 31 मार्च तक शैक्षणिक संस्थानों को बंद करने तथा सिनेमा हाल व मॉल की क्षमता पर प्रतिबंध लगाने के आदेश दिए गए हैं। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आज सभी जिलों के डीसी, एसएसपी व वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक की। इस दौरान सीएम ने कोविड प्रोटोकाल का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए। कैप्टन ने कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि हम सभी मास्क पहनने का सख्ती से पालन करें और जीवन को बचाने के लिए अन्य सुरक्षा सावधानियों को अपनाएं। कैप्टन ने इस बात के भी संकेत दिए कि सर्वाधिक कोरोना संक्रमित क्षेत्रों में कुछ और प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं। पंजाब में सिनेमा हाल में क्षमता से 50 फीसद लोगों को ही एंट्री मिलेगी। माल में 100 अधिक व्यक्ति नहीं रह सकते। 11 सबसे प्रभावित जिलों में अंतिम संस्कार व शादियों को छोड़कर सभी सामाजिक समारोहों और संबंधित कार्यों पर पूर्ण प्रतिबंध का आदेश दिया गया है। अंतिम संस्कार व शादियों में 20 व्यक्तियों की उपस्थिति की ही परमिशन दी जाएगी।
कांग्रेस ने की पंजाब 31 मार्च तक कोई राजनीतिक सभा न करने का एलान
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए पंजाब कांग्रेस ने 31 मार्च तक कोई भी राजनीतिक रैली नहीं करेगी। इसकी घोषणा मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कोविड की स्थिति को लेकर आयोजित समीक्षा बैठक में की। कैप्टन अमरिंदर ने अन्य राजनीतिक दलों और उनके नेताओं से भी अपील की कि वे भी राजनीतिक रैलियों में लोगों की संख्या का ध्यान रखें। अंदर (बंद जगह) की जाने वाली सभा में क्षमता से 50% ही हों, जबकि बाहर खुले स्थानों में 200 हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों में कोई राजनीतिक सभा नहीं होनी चाहिए।
महाराष्ट्र में सभाओं पर प्रतिबंध, निजी कार्यालयों के लिए COVID दिशा-निर्देश जारी
राज्य द्वारा इस साल कोरोनोवायरस मामलों में अपने उच्चतम एक दिवसीय स्पाइक दर्ज किए जाने के बाद, महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले महा विकास अघडी ने राज्य में नए प्रतिबंधों की घोषणा की। अपने नए दिशानिर्देशों में, महाराष्ट्र सरकार ने सभी राजनीतिक, धार्मिक और सामाजिक समारोहों पर प्रतिबंध लगा दिया, जबकि कहा कि निजी कार्यालय 50 प्रतिशत क्षमता के साथ कार्य कर सकते हैं। नए दिशा-निर्देशों के अनुसार, जो 31 मार्च तक लागू रहेगा, सभी नाटक थिएटर और ऑडिटोरियम 50 प्रतिशत क्षमता के साथ काम कर सकते हैं, लेकिन किसी को भी मास्क पहने बिना प्रवेश करने की अनुमति नहीं होगी। इसमें कहा गया है कि तापमान मापने वाले उपकरणों का उपयोग किया जाएगा और नाटक थिएटरों और सभागारों में पर्याप्त हाथ से सफाई की सुविधा मौजूद होनी चाहिए। गुरुवार को, महाराष्ट्र ने पिछले साल मार्च के बाद से लगभग 26,000 नए कोरोनोवायरस मामलों की रिपोर्ट की, जो पिछले साल मार्च के बाद से उच्चतम एक दिवसीय स्पाइक है, जिसके बाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य के अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि संक्रमण की श्रृंखला को तोड़ने के लिए प्रतिबंधों का ठीक से पालन किया जाए। समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, “पिछले साल महामारी के प्रकोप के बाद से सबसे ज्यादा मामलों के मद्देनजर जिला प्रशासन को प्रतिबंधों और सुरक्षा प्रोटोकॉल के संपर्क ट्रेसिंग और कार्यान्वयन में तेजी लानी चाहिए।” फरवरी के बाद से, पूरे महाराष्ट्र में, विशेषकर मुंबई और पुणे में कोरोनोवायरस के मामले खतरनाक रूप से बढ़ रहे हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी स्पाइक पर चिंता व्यक्त की है और राज्य सरकार के साथ कई बैठकें की हैं।