संत श्री नर्मदानन्द बापजी की राष्ट्र गौरव यात्रा सात सौ किमी का सफर पूरा करके हरियाणा पंहुची ; मकर संक्राति पर अयोध्या में होगा समापन
करनाल,10 दिसम्बर (इ खबरटुडे)। पिछली चार नवंबर को श्रीनगर की शंकराचार्य पहाडी से प्रारंभ हुई संत श्री नर्मदानंद बाप जी की राष्ट्र गौरव पद यात्रा लगभग सात सौ किमी का सफर पूरा करके अब हरियाणा में प्रवेश कर चुकी है। पूरे यात्रा मार्ग में प्रतिदिन रात्रि सत्संग के माध्यम से जनजागरण और प्रात:काल में पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हुए वृक्षारोपण करके यात्रा निरन्तर आगे बढती जा रही है। यात्रा का समापन मकर संक्राति के अवसर पर अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि मन्दिर पर होगा।
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय अस्मिता का जागरण करने वाले दो निर्णय,कश्मीर में धारा 370 की समाप्ति और अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि मन्दिर निर्माण का शुभारंभ होने के बाद संत श्री नर्मदानन्द बाप जी ने कश्मीर से अयोध्या तक राष्ट्र गौरव पदयात्रा करने का संकल्प लिया था। राष्ट्र गौरव के संकल्प की प्रतिपूर्ति के लिए संत श्री ने कश्मीर के श्रीनगर स्थित शंकराचार्य पहाडी से अपनी यात्रा प्रारंभ की। उनकी यह यात्रा श्रीनगर के लाल चौक पर तिरंगा ध्वज फहराने के साथ शुरु होकर कटरा में माता वैष्णो देवी के आशिर्वाद लेते हुए आगे बढी और जम्मू पठानकोट होते हुए अब हरियाणा में प्रवेश कर चुकी है।
संत श्री नर्मदानन्द बापजी की राष्ट्र गौरव यात्रा ने पंजाब के जालंधर लुधियाना होते हुए अम्बाला के कुरुक्षेत्र से हरियाणा में प्रवेश किया। राष्ट्र गौरव पद यात्रा शनिवार को हरियाणा के करनाल पंहुची। संत श्री के साथ बडी संख्या में संतजन और भक्त गण पदयात्रा कर रहे है। यात्रा के प्रत्येक रात्रि पडाव पर सत्संग के माध्यम से राष्ट्र जागरण किया जा रहा है और प्रात: काल वृक्षारोपण कर यात्रा आगे बढती है। यात्रा के दौरान अनेक स्थानों पर वहां के गणमान्य लोग,जनप्रतिनिधि इत्यादि संत श्री से भेंट कर उनका आशिर्वाद प्राप्त कर रहे है। कई राज्यों में संत श्री को राजकीय अतिथि का दर्जा प्रदान किया गया है,इसलिए पुलिस व प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी भी संत श्री से भेंट करते है और उनके आशिर्वाद प्राप्त करते है।
संत श्री नर्मदानन्द बाप जी के सुशिष्य चेतन आनन्द ने बताया कि यात्रा अब तक लगभद सात सौ किलोमीटर का सफर पूरा कर चुकी है। यात्रा का समापन मकर संक्राति के शुभ अवसर पर अयोध्या के श्री राम जन्म भूमि मन्दिर पंहुच कर होगा। यात्रा के समापन अवसर पर देश भर के गुरुभक्त अयोध्या पंहुचेंगे।