Disaster Relief Fund : एक सप्ताह के भीतर मिल गया अतिवर्षा से प्रभावित लोगों को सरकारी मुआवजा,26 लाख रु.से ज्यादा पंहुचे बैंक खातों में
रतलाम,24 सितम्बर (इ खबरटुडे)। विगत 19 सितम्बर को शहर में हुई भारी वर्षा से प्रभावित हुए लोगों को एक सप्ताह से भी कम समय में राहत राशि का भुगतान कर दिया गया है। मुआवजे के रुप में प्रशासन ने 468 लोगों को 26 लाख 91 हजार रु.से अधिक की राहत राशि प्रभावित लोगोंं के बैैंक खातों में पंहुचा दी है। इनमें से एक महिला को 85 हजार रु. का भुगतान किया गया है। उक्त महिला का घर इस बारिश के चलते ढह गया था।
उल्लेखनीय है कि पिछली 19 सितम्बर रविवार को शहर में जबर्दस्त बारिश हुई थी और शहर की अनेक निचली बस्तियों में पानी भर गया था। कई लोगों के घर इस बारिश से क्षतिग्र्रस्त हो गए थे और कई लोगों के घरों में रखा कीमती सामान बारिश से बरबाद हो गया था। बारिश थमने के फौरन बाद कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने वर्षा से प्रभावित लोगों को सर्वे करने और उन्हे जल्दी से जल्दी राहत राशि देने के आदेश दिए थे। प्रशासन ने उसी दिन सर्वे के लिए पांच टीमें बनाकर सर्वे कार्य प्रारंभ कर दिया था।
तहसीलदार गोपाल सोनी ने बताया कि सर्वे के दौरान वर्षा से सर्वाधिक प्रभावित हुए भोई मोहल्ला,चिंगीपुरा,हरिजन बस्ती,उंकाला रोड,विरीयाखेडी,लक्ष्मण पुरा,बाई जी का वास इत्यादि क्षेत्रों में सर्वे का कार्य पूरा हो गया है। सर्वे के दौरान कुल 468 लोगों के अतिवर्षा से प्रभावित होने की जानकारी सामने आई है। इन 468 प्रभावित लोगों को कुल 26 लाख 91 हजार छ: सौ रुपए की राहत राशि का भुगतान कर दी गई है। राहत राशि,सीधे हितग्र्राहियों के बैैंक खातों में पंहुचा दी गई है।
श्री सोनी ने बताया कि तहसील के ग्र्रामीण क्षेत्रों में अभी भी सर्वे का काम जारी है। लेकिन प्रभावितों के बडे हिस्से का सर्वे हो चुका है और उन्हे भुगतान भी कर दिया गया है। इसके बाद भी वर्षा से पीडीत कुछ लोग बच गए है। ऐसे व्यक्तियों के आवेदन आने पर प्रकरण की जांच के बाद उन्हे भी राहत राशि प्रदान की जा रही है।
श्री सोनी ने बताया कि नर्मदाबाई नामक वर्षा पीडीत को सर्वाधिक राहत राशि प्रदान की गई है। इन्हे 85 हजार रु. प्रदान किए गए है। नर्मदाबाई का पूरा मकान ही इस अतिवर्षा में नष्ट हो गया था। श्री सोनी के अनुसार,प्रत्येक प्रभावित को न्यूनतम पांच हजार रु. की राहत राशि दी गई है। जिनका नुकसान अधिक हुआ है,उन्हे नुकसान का आकलन करके अधिक राशि भी दी गई है।