December 23, 2024

पीएम मोदी पहुंचे आज नाथद्वारा: मोदी और अशोक गहलोत एक ही मंच पर, गहलोत के भाषण के दौरान लगे मोदी मोदी के नारे

images

नाथद्वारा 10 मई (ई खबर टुडे)। आज बुधवार को राजस्थान के नाथद्वारा में एक ही मंच पर जो पार्टी के दिग्गज नेता मौजूद दिखाई दिए। इस अवसर पर एक ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दूसरी ओर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक ही मंच से एक-दूसरे पर सियासी तंज कसा है।

गहलोत ने प्रधानमंत्री से विपक्ष का सम्मान करने की बात तो मोदी ने कांग्रेस के शासनकाल में रुके विकास कार्यों का जिक्र किया।प्रधानमंत्री ने कहा कि कुछ लोग देश में अच्छा होते हुए देखना ही नहीं चाहते। उन्हें केवल विवाद खड़ा करना अच्छा लगता है। यदि पहले ही मेडिकल कॉलेज बना दिए जाते तो देश में डॉक्टर्स की कमी नहीं होती।वहीं, मुख्यमंत्री ने मोदी के सामने एक बार फिर ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट को पूरा करने की मांग रखी और कहा कि सरकार कोई भी हो उसे विपक्ष का सम्मान करना चाहिए। क्योंकि बिना विपक्ष के सत्ता पक्ष कुछ नहीं है।

दरअसल, प्रधानमंत्री आज एक दिन के राजस्थान दौरे पर पहुंचे हैं। उन्होंने नाथद्वारा में भगवान श्रीनाथजी के दर्शन के बाद रेलवे लाइन सहित पांच हजार करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट का शिलान्यास किया।नाथद्वारा में भगवान श्रीनाथजी के दर्शन के बाद जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि ये प्रोजेक्ट राजस्थान की कनेक्टिविटी को नई ऊंचाई पर ले जाएंगे। मोदी के इस दौरे के साथ ही भाजपा ने राजस्थान में चुनावी अभियान की शुरुआत कर दी है।

गहलोत के भाषण में मोदी-मोदी के नारे

सभा में जब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भाषण के लिए मंच पर पहुंचे तो काफी देर तक मोदी-मोदी के नारे लगते रहे। लोगों को शांत करने के लिए प्रधानमंत्री ने हाथ से इशारा भी किया। इसके बाद मोदी के निर्देश पर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने जनसमूह को शांत कराया।मोदी बोले- राजस्थान पर सबसे ज्यादा फोकसप्रधानमंत्री ने कहा कि राजस्थान देश के सबसे बड़े राज्यों में से एक है और भारत के शौर्य, धरोहर का वाहक है। राजस्थान जितना सिद्ध होगा, भारत के विकास को गति मिलेगी। इसलिए हमारी सरकार राजस्थान में आधुनिक इंफ्रास्ट्र्रक्चर पर सबसे ज्यादा काम कर रही है। जब इंफ्रास्ट्रक्चर की बात करता हूं तो रेल और रोड नहीं होता है।शहरों और गांवों में कनेक्टिविटी बढ़ाता है और दूरी कम करता है। समाज में सुविधाएं बढ़ाता है और उसे जोड़ता है। डिजिटल सुविधाओं को बढ़ता है और लोगों का जीवन आसान करता है। विरासत को बढ़ावा देने के साथ ही विकास को गति देता है। जब हम आने वाले 25 साल में विकसित भारत के संकल्प की बात करते हैं तो उसके मूल में यही इंफ्रास्ट्रक्चर ताकत बन उभर रहा है।

विपक्ष पर साधा निशाना

प्रधानमंत्री ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि हमारे देश में कुछ लोग नकरात्मकता से भरे हुए हैं। देश में कुछ भी अच्छा होते हुए देखना नहीं चाहते। तब उन्हें सिर्फ उन्हें विवाद खड़ा करना ही अच्छा लगता है। कुछ लोग उपदेश देते हैं कि आटा पहले या डाटा पहले।सड़क पहले या सैटेलाइट पहले, लेकिन इतिहास गवाह है तेज विकास के लिए मूल सुविधाओं के साथ आधुनिक इंफ्रा बनाना जरूरी। जो कदम कदम को वोट के तराजू से तोलते हैं वे देश को ध्यान में रखकर योजनाा नहीं बना पाते हैं। हम कई बार देखते हैं गांव में बनी टंकी चार-पांच साल में छोटी हो जाती है। सड़क और फ्लाईओवर कम पड़ जाते हैं। दूरदूष्टि के साथ इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं बनाने का नुकसान राजस्थान ने भी बहुत उठाया है।

You may have missed

Here can be your custom HTML or Shortcode

This will close in 20 seconds