Election result : उज्जैन नगर निगम में महापौर एवं बोर्ड भाजपा का बनेगा, 54 पार्षद पदों में से भाजपा ने 37 पदों पर एवं कांग्रेस को कुल 17 पार्षद पद जीत हासिंल
उज्जैन,17 जुलाई (इ खबरटुडे/ब्रजेश परमार)। प्रथम दौर की मतगणना में उज्जैन नगर निगम के महापौर एवं 54 पार्षद पदों के लिए शासकीय इंजीनियरिंग महाविघालय में रविवार को मतगणना की गई। महापौर पद पर भाजपा के मुकेश टटवाल ने कांग्रेस के महेश परमार को एक हजार से भी कम मतों से हराया है। 54 पार्षद पदों में से भाजपा ने कुल 37 पदों पर जीत दर्ज की है। कांग्रेस को कुल 17 पार्षद पद पर ही जीत हासिंल हो सकी। इस प्रकार उज्जैन नगर निगम में भाजपा का महापौर एवं बोर्ड बनना तय हो गया है।
कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में रविवार सुबह मतगणना के लिए जिला निर्वाचन अधिकारी आशीषसिंह ने स्ट्रांग रूम के ताले खुलवाए थे। इसके उपरांत सबसे पहले डाक मत पत्रों की गणना का काम किया गया।इसमें भाजपा के महापौर प्रत्याशी ने बाजी मारी। मतगणना के लिए कुल 69 टेबल लगाई गई थी।कालेज के भूतल पर हाल क्रमांक 1 में वार्ड क्रमांक 01 से 30 तक के मतपत्रों की गणना के लिए 35 टेबल लगाई गई थी। प्रथम तल पर हाल क्रमांक 02 में वार्ड 31 से 54 तक की मतगणना के लिए कुल 34 टेबल लगाई गई थी। भूतल पर कक्ष क्रमांक 03 मे वार्ड नंबर 01 से 54 तक निर्वाचन कर्त्तव्य मतपत्रों की गणना की गई। मतगणना का कार्य भाजपा – कांग्रेस एवं अन्य तीन के महापौर प्रत्याशियों के साथ ही पार्षद पद के प्रत्याशियों एवं उनके अभिकर्ताओं की उपस्थिति में शुरू किया गया।
निर्वाचन प्रेक्षक डी पी तिवारी एवं जिला निर्वाचन अधिकारी आशीषसिंह ने मतगणना के स्थलों पर जाकर कार्य का निरीक्षण भी इस दौरान किया। मतगणना के शुरू होने के साथ ही बाहर समर्थक बडी संख्या में जुटते रहे। इस दौरान समर्थक अपने पक्ष की जानकारी बाहर आने पर नारेबाजी और अपने दल के झंडे जोश में लहराते रहे। मतगणना के राउंड बढने के साथ ही मतगणना स्थल के बाहर समर्थक भी बराबर बढते जा रहे थे।
पुलिस को इस दौरान इंजिनियरिंग कालेज से पाईप फेक्ट्री वाले मार्ग को कई बार मशककत के साथ खुलवाना पड़ा। पार्षद पद के लिए मतगणना पुरी होने पर जिला निर्वाचन अधिकारी श्री सिंह ने वार्ड के निर्वाचित प्रत्याशियों की मतों की जानकारी दी थी। अपरांन्ह के समय तक भाजपा के महापौर प्रत्याशी के कुछ सैंकड़ा मतों से जीत की और अग्रसर होने की स्थिति सामने आने पर कांग्रेस की और से नारेबाजी एवं आपत्ति की स्थिति बनने लगी थी। कुछ देर में ही कांग्रेस और भाजपा में जमकर विवाद,नारेबाजी शुरू हो गई। इस दौरान झूमाझटकी की स्थिति भी बनी। मतगणना केंद्र पर कांग्रेस के महेश परमार एवं अन्य ने धरना देते हुए कलेक्टर से पुनर्गणना की मांग की।
जिला निर्वाचन अधिकारी श्री सिंह के वैधानिक प्रक्रिया का अभाव बताने पर कांग्रेसियों ने,जमकर हुआ हंगामा, धक्कामुक्की शुरू कर दी। कुछ सैंकड़ा वोट के अंतर से हो रही भाजपा की जीत पर परमार का कहना था कि मैं 55 मतो से जीत रहा हूँ पुनर्गणना की जाए।इस दौरान भाजपा कांग्रेस भी आमने सामने हो गए। स्थिति को संभालने के लिए पुलिस को मोर्चा लेना पड़ा और कई धक्का मुक्की कर रहे समर्थकों एवं नेताओं को काबू करना पड़ा।
कांग्रेस के महापौर पद के प्रत्याशी महेश परमार ने मतगणना पर आपत्ति लेते हुए प्रशासन पर एक पक्षीय कार्रवाई का आरोप लगाते हुए की रिकाउंटिंग की मांग के दौरान जमकर हंगामा हुआ। कांग्रेस महापौर प्रत्याशी की आपत्ति के बाद कलेक्टर आशीष सिंह ने पुनः 21( क ) की री-टोटलिंग के निर्देश दिए और उसके बाद कांग्रेस उम्मीदवार महेश परमार समर्थक कक्ष में पहुंचे थे। कक्ष में अधिकारी भी पहुंचे थे।
कांग्रेस का आरोप था कि हमने 9 ईवीएम मशीनों की सिलिंग को लेकर आपत्ति दर्ज कराई थी, उसका भी निराकरण नहीं किया है। कांग्रेस की और से इसकी सूचना प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ कार्यकारी अध्यक्ष जीतू पटवारी को दिए जाने की बात कही जा रही थी। देर शाम जिला निर्वाचन अधिकारी आशीषसिंह ने पार्षद पद के निर्वाचन की जानकारी देते हुए घोषणा की जिसमें भाजपा को 37 पद,कांग्रेस को 17 पद पर निर्वाचित घोषित किया गया।
रात में महापौर पद के लिए जिला निर्वाचन अधिकारी आशीषसिं ने मतों की जानकारी देते हुए बताया कि अंतिम गणना के अनुसार भाजपा के महापौर प्रत्याशी मुकेश टटवाल को 01लाख 34 हजार 94 मत मिले हैं।कांग्रेस के प्रत्याशी महेश परमार को 01 लाख 33 हजार 358 मत प्राप्त हुए हैं।उन्होंने 15 मिनिट का समय आपत्ति के लिए देते हुए कहा कि इसके बाद निर्वाचन प्रमाण पत्र जारी किया जाएगा।
भाजपा के विकास के मुद्दे लेकर दो बार सीएम आए मैदान में-
उज्जैन नगर निगम के निर्वाचन के तहत दोनों दलों ने अपनी पुरी शक्ति झोंक दी थी। इसका एक कारण यह भी था कि वर्ष 2028 में उज्जैन में सिंहस्थ का आयोजन किया जाना है। इसके तहत अरबों के विकास कार्य आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए किए जाएंगे। भाजपा की और से सेवा कार्य करने वाले 47 वर्षीय बीए. आई टी आई. डिप्लोमा विघालय संचालक,समाजसेवी एवं भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश टटवाला को महापौर प्रत्याशी के तौर पर मैदान में उतारा था।
भाजपा ने सामाजिक वोटरों के समीकरण के तहत बैरवा वोटरों की संख्या को देखते हुए उन्हें मैदान में उतारा गया था। कांग्रेस की और से 43 वर्षीय एम ए एल एल बी शिक्षित पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष, तराना विधायक एवं कृषक महेश परमार को महापौर प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतारा था। उन्हें पार्टी ने सामाजिक समीकरण के तहत बलाई होने तहत प्राथमिकता देते हुए मैदान में उतारा था।भाजपा की और से केंद्र सरकार,राज्य सरकार,नगर सरकार के विकास के किए गए कार्यों को लेकर मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान दो बार चुनावी मैदान में आए और उन्होंने जनदर्शन और आम सभा के माध्यम से मतदाताओं को प्रभावित किया था।
भाजपा की और से केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी रोड़ शो करते हुए आम सभा को संबोधित किया था। कांग्रेस की और से भाजपा के विकास कार्यों की कमियां निकालते हुए कोरोना काल में श्री परमार की सेवाओं को इंगित करने का काम किया गया था। कांग्रेस ने अपना 36 बिंदुओं के तहत संकल्प पत्र भी जारी किया था।यहां तक की आगामी 5 वर्षों तक संपत्ति कर ,जल कर में वृद्धि नहीं करना,एंव 500 वर्ग फीट के निर्मित भवनों पर संपत्ति कर नहीं लगाए जाने का संकल्प भी लिया था।प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने उज्जैन आकर मतदाताओं को साधने का प्रयास आमसभा एवं मिटिंग के माध्यम से किया था। पूर्व मंत्री जीतू पटवारी,बाला बच्चन,सज्जन वर्मा भी आए थे और परमार के पक्ष में उन्होने प्रचार प्रसार किया था।