कारोबार

इंडसइंड बैंक ने ब्याज में कमाई को बढ़ा-चढ़ाकर बताया,बड़ी गिरावट का करना पड़ेगा सामना

इंडसइंड बैंक में एक बड़ा मामला सामने आया है। इंडसइंड बैंक ने अपनी ब्याज में होने वाली कमाई को बढ़ा-चढ़ाकर बताया है, इससे बैंक के राजस्व पर बड़ा अंतर पड़ेगा। जानकारों के अनुसार इससे बैंक की तिमाही में होने वाले राजस्व में कमी आई और बैंक के शेयर में गिरावट आ सकता है।


एक रिपोर्ट के अनुसार यह गड़बड़ी और ज्यादा बड़ी हो सकती है। सोमवार के बैंक के शेयर में तेजी आई लेकिन अब बड़ी गिरावट आना तय माना जा रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक बैंक ने अपनी ब्याज से होने वाली कमाई को बढ़ा-चढ़ाकर बताया होगा। इसकी अभी जांच चल रही है। यह गड़बड़ी ​और कितनी बड़ी होगी, उसकी तो जांच के बाद ही जानकारी मिल सकेगी।


बड़ी गिरावट का करना पड़ेगा सामना
इंडसइंड बैंक में गड़बड़ी को लेकर एक बड़े ब्रोकरेज हाउस की रिसर्च रिपोर्ट्स बता रही हैं कि इंडसइंड बैंक ने पिछली तिमाहियों में अपनी नेट इंटरेस्ट इनकम को ज्यादा बता दिया। इसकी वजह से चौथी तिमाही में बैंक के मुनाफे में बड़ी गिरावट आ सकती है, क्योंकि बैंक अब इस गलती को सुधारने में लगा है। पिछले हफ्ते एक एनालिस्ट कॉल के दौरान इंडसइंड बैंक ने बताया कि उन्हें अपने फॉरेन एक्सचेंज डेरिवेटिव पोर्टफोलियो में कुछ गड़बड़ियां मिली हैं। यह गड़बड़ियां पिछले 7-8 वर्षों के लेन-देन से जुड़ी हैं। अक्टूबर 2024 में अपनी डेरिवेटिव ट्रेड बुक की आंतरिक समीक्षा के दौरान बैंक को वित्त वर्ष 24 और उससे पहले के फॉरेन करेंसी डिपॉजिट और उधार से जुड़ी समस्याएं पता चलीं।


इनसाइड स्टोरी
बताया जा रहा है कि इंडसइंड बैंक की गड़बड़ी के बारे में टॉप मैनेजमेंट को पहले से पता चल गया था। इसलिए कुछ लोगों ने जानकारी मिलने के बाद करोड़ों के शेयर बेच डाले। एक प्रमुख अंग्रेजी समाचार पत्र के अनुसार एमके ग्लोबल की एक रिसर्च रिपोर्ट में कहा गया है कि डेरिवेटिव्स का घाटा भले ही एक बार का हो, लेकिन मैनेजमेंट की विश्वसनीयता पर एक बड़ा धब्बा है। लेन-देन को दो चरणों वाला नहीं माना जाना चाहिए था जब एक पूरी तरह से आंतरिक है। प्रत्येक चरण पर अलग-अलग मानदंड लागू करना और भी बुरा था और बैंक एक विस्तारित अवधि के लिए नेट इंटरेस्ट इनकमको बढ़ा-चढ़ाकर बता रहा था। इस मामले में मोतीलाल ओसवाल ने भी अपनी रिपोर्ट जारी की है। इसमें कहा गया है कि वित्तीय नुकसान वित्तीय वर्ष 25 की चौथी तिमाही में एकमुश्त शुल्क के रूप में P&L स्टेटमेंट के माध्यम से लिया जाएगा। सटीक आंकड़ा कुछ अलग हो सकता है। यानी नुकसान का सही आंकड़ा अभी साफ नहीं है। अभी बैंक की गलतियों के कारण 2100 करोड़ रुपये के नुकसान का अनुमान है।


सोमवार को कुछ तेजी रही
इंडसइंड बैंक के शेयर में सोमवार को तेजी आई। दोपहर एक बजे यह शेयर डेढ़ प्रतिशत तेजी के साथ 683.20 रुपये पर कारोबार कर रहा था। इससे पहले इसमें काफी गिरावट आई थी। 11 मार्च को एक ही दिन में शेयर की कीमत 27 प्रतिशत तक भरभरा गई थी। बैंक के शेयर में यह तेजी रिजर्व बैंक (आरबीआई) के एक बयान के बाद आई है। रिजर्व बैंक ने शनिवार को कहा था कि बैंक स्थिर है और जमाकर्ताओं को अफवाहों पर ध्यान नहीं देना चाहिए। रिजर्व बैंक ने बैंक को 31 मार्च तक अपने वित्तीय विवरणों में गड़बड़ियों को ठीक करने को कहा है। बैंक अपनी गड़बड़ियां ठीक करने में लगा हुआ है।

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