Bribe/हाउसिंग बोर्ड का लिपिक 10 हजार की रिश्वत लेते पकड़ा गया
उज्जैन,15 जुलाई(इ खबरटुडे/ब्रजेश परमार)। हाउसिंग बोर्ड कार्यालय में मकान नामांतरण के नाम पर रिश्वत ले रहे लिपिक बालमुकुंद मालवीय को लोकायुक्त की टीम ने रंगे हाथ शुक्रवार को पकड़ लिया। बाबू 4 माह से देवास जिला न्यायालय में पदस्थ कर्मचारी राहुल डांगी को परेशान कर रहा था।लिपिक के विरूद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम में कार्यवाही की गई है।
लोकायुक्त निरीक्षक बसंत श्रीवास्तव ने बताया कि देवास के हरिओम नगर में रहने वाले जिला न्यायालय देवास में पदस्थ कर्मचारी राहुल पिता गोवर्धन डांगी 30 वर्ष ने 2019 में देवास के जवाहर नगर में एक ईडब्ल्यूएस मकान 12 लाख 70 हज़ार में खरीदा था। जिसका नामांतरण कराने के लिए के 10 मार्च 2022 को उज्जैन के हाउसिंग बोर्ड कार्यालय में आवेदन दिया था।
हाउसिंग बोर्ड में पदस्थ सहायक ग्रेड 3 बालमुकुंद मालवीय ने नामांतरण के नाम आवेदक से 20 हजार की रिश्वत की मांग की थी। दोनों के बीच 10 हजार रुपए में बात तय हुई।लोकायुक्त ने राहुल की शिकायत पर रिश्वत मांगने की पुष्टि करते हुए शुक्रवार को राहुल को रिश्वत की राशि लेकर हाउसिंग बोर्ड कार्यालय भेजा ।
जैसे ही लिपिक ने रिश्वत की राशि ली उसे रंगे हाथ पकड़ लिया गया। मौके पर ही बाबू बालमुकुंद के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम का मामला दर्ज किया गया है। निरीक्षक श्रीवास्तव के अनुसार भ्रष्ट बाबू को हाउसिंग बोर्ड से निलंबित करने के लिए पत्र लिखा जाएगा।