October 14, 2024

वनरक्षक का उज्जैन में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार

-पोते के सूरज पूजन कार्यक्रम का तय कर गए थे उज्जैन से वर्मा

उज्जैन,05 फरवरी(इ खबरटुडे/ब्रजेश परमार)। उज्जैन संभाग के देवास जिला अंतर्गत पुंजापुरा वन क्षेत्र के बीट गार्ड मदनलाल वर्मा की गुरूवार-शुक्रवार रात गोली मारकर हत्या कर दी गई। गार्ड मदनलाल वर्मा पुंजापुरा वनपरिक्षेञ के कक्ष क्रमांक 532 में छोटी तलाई के पास खून से लथपथ शव देर रात मिला है।

वे उज्जैन के रहने वाले थे।उनका अंतिम संस्कार चक्रतीर्थ पर राजकीय सम्मान के साथ किया गया।वे अंतिम बार उज्जैन तीन दिन पूर्व आए थे और पोते की पैदाईश की खुशी को संजो कर अपनी डयूटी पर देवास गए थे।

देवास वन विभाग के अधिकृत सूत्रों के अनुसार वन रक्षक गुरूवार को दिन में 11 बजे अपनी बीट में भ्रमण करने गया था। देर शाम नही लौटने पर रेंजर व पुलिस ने सर्चिंग के दौरान शव बरामद किया है।मामले में वन मंडल अधिकारी देवास द्वारा कहा गया है कि वन मंडल देवास के परिक्षेत्र पुंजापुरा की बीट रतनपुर के बीट गार्ड मदन लाल वर्मा वनरक्षक उम्र 58 वर्ष लगभग की संदेहास्पद परिस्थितियों में 4 एवं 5 फरवरी की मध्यरात्रि को डेड बॉडी पाई गई। वन क्षेत्र के अंदर ।

प्रथम दृष्टया गोली लगने के निशान मिले हैं।एक विडियो भी वायरल हुआ है जिसमें वर्मा कुछ लोगों को ललकार रहे हैं और फिर उन पर गोली दागने की आवाज आ रही है। उनका पोस्टमार्टम उदय नगर स्वास्थ्य केंद्र में किया गया।शव परिजनों को सौंपने के साथ ही उनका अंतिम संस्कार उज्जैन के चक्रतीर्थ पर किया गया। पूरे राजकीय सम्मान के साथ उन्हे देवास एवं उज्जैन वन विभाग के कर्मचारियों अधिकारियों ने सलामी एवं गार्ड आफ आनर दिया।उनके पुत्र जितेन्द्र ने मुखाग्नि दी।

रतनपुर रेस्ट हाउस में बनेगा स्मारक-
चक्रतीर्थ पर वन विभाग के वन संरक्षक अजय यादव की उपस्थिति में उनका राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।देवास वन मंडलाधिकारी पीएन मिश्रा ने सभी कर्मचारियों के समक्ष घोषणा की की श्री वर्मा का बलिदान स्मरणीय है।उनकी याद में रतनपुर रेस्ट हाउस में स्मारक का निर्माण किया जाएगा।

पोते के भव्य सूरज पूजन की इच्छा थी-
वनरक्षक मदनलाल वर्मा उज्जैन में गढकालिका मंदिर रोड़ पर परिजनों सहित निवास करते है।हाल ही में उनके पुत्र जितेन्द्र के यहां पुत्र की पैदाईश हुई है। श्री वर्मा के परिजन शुभम सोलंकी के अनुसार दो तीन दिन पूर्व काका यहां आए थे।वे माह में एक आध बार आते थे।पिछले करीब 30 वर्षों से अधिक समय से वे देवास जिले में पदस्थ हैं।उनका एक पुत्र जितेन्द्र एवं दो पुत्रियां हैं।

तीनों ही विवाहित हैं।उनकी पत्नी गृहणि हैं।हाल ही में जब श्री वर्मा उज्जैन आए थे तो उन्होंने पोते के सूरज पूजन के लिए 16 फरवरी को धार्मिक आयोजन की तैयारी का निश्चय कर यहां से देवास पदस्थी स्थल को रवाना हुए थे।क्षेत्रीय रहवासियों के अनुसार श्री वर्मा हंसमुख ,मिलनसार व्यक्तित्व के धनी थे।अनुशासन उनके जीवन का हिस्सा था।उनका पुत्र एक प्रायवेट फायनेंस कंपनी में नौकरी करता है।

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