December 29, 2024

exposed/जिला सहकारी बैंक की घट्टिया शाखा में 79 लाख का गबन,मैनेजर सहित 6 सस्पेंड, एक बर्खास्त,मामला पुलिस को सौंपा

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उज्जैन,09 सितंबर (इ खबर टुडे/ब्रजेश परमार)। जिला सहकारी केंद्रीय बैंक की घट्टिया शाखा में 79 लाख रुपयों के गबन के मामले में बैंक मैनेजर सहित 6 को सस्पेंड कर दिया गया है। एक को बर्खास्त किया है। मामला पुलिस को सौंपा जा रहा है। जांच के बाद एफआईआर हो सकती है।

गबन सामने आने के बाद से बैंक प्रशासन में हलचल मची हुई थी। गुरुवार को प्रबंध संचालक ने मैनेजर महेशचंद्र राठौर, पूर्व मैनेजर शिव हरदेनिया, कैशियर सुमेरसिंह, क्लर्क सोनमसिंह, सत्येंद्र शर्मा को सस्पेंड किया गया है। आउट सोर्स पर रखे गए क्लर्क कैलाश चौधरी को सेवा से हटाया गया है।

जांच रिपोर्ट में पाया गया है कि 2019 से गबन का ये खेल चल रहा था। तब से अब तक कई फर्जी खातेदारों के नाम से पैसा बीजीएल खाते में डालकर निकाला जाता रहा। इस तरह 2021 तक गबन की राशि करीब 79 लाख रुपए तक पहुंच गई।गबन उजागर होने के बाद घट्टिया शाखा के कैशियर सुमेरसिंह परिहार को पहले ही कैशियर पद से हटाया जा चुका है। उनके स्थान पर चिमनगंज मंडी शाखा के मैनेजर महेंद्र जाटवा को घट्टिया शाखा का मैनेजर बनाया है। बैंक के अधीन 30 शाखाएं हैं।

एक मैनेजर ने की थी आत्महत्या-
माकड़ौन शाखा के मैनेजर लालसिंह पिता अन्तरामसिंह ने कुछ समय पहले खंडेलवाल नगर स्थित अपने निवास पर खुदकुशी कर ली थी। किसानों को दिए कर्ज और वसूली में 15 करोड़ रुपए का अंतर आने पर दिवंगत मैनेजर लालसिंह को नोटिस जारी किया गया था। इस मामले में भी पुलिस जांच कर रही है।

फर्जी खातों से किया खेल-
बैंक के सूत्रों के अनुसार 2019 से 2020 के बीच खातेदारों के नाम से यह घोटालाकिया गया है।
जांच रिपोर्ट में शाखा के ऑपरेटरों की भूमिका भी संदिग्ध आई है। मामले में बैंक के वरिष्ठ अधिकारी फोरेंसिक जांच की भी तैयारी कर रहे हैं। बैंक सूत्रों के अनुसारअभी और चौंकाने वाले राज खुल सकते हैं।बैंक सूत्रों के अनुसार घोटाला बीजीएल हेड से किया गया है। जिसमें वो पैसा रखा जाता है, जिसका मिलान नहीं हो पाता।इसी हेड में पैसा रखते गए और खेल दबे-छिपे चलता रहा।

ऐसे खुला मामला-
घटिया थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम कलेसर निवासी किसान उपेंद्र सिंह डोडिया के अनुसार 6 माह पूर्व जिला सहकारी केंद्रीय बैंक की शाखा घट्टिया में अपना खाता खुलवाने गया था । इस दौरान उनसे पासबुक बनवाने के लिए दो फोटो वह फार्म पर हस्ताक्षर करवाए गए थे बैंक में अधिक भीड़ होने की वजह से वे वहां के कर्मचारी को 2000 देकर चला गया था।

बाद में वे 6 माह बाद बैंक पहुंच और अपनी पासबुक में एंट्री करवाने के लिए दी तो खाते में चेक द्वारा चार लाख का ट्रांजैक्शन बताया गया। उन्होंने कोई चेक बुक इश्यू नही करवाई थी।खाते में चार लाख के ट्रांजैक्शन की बात सुनकर उनके पैरों तले जमीन खिसक गई, क्योंकि उनके द्वारा खाता खुलवाने के बाद बैंक से किसी भी प्रकार का कोई लेन-देन नहीं किया गया था । अपने साथ हुई इस धोखाधड़ी की जानकारी शाखा प्रबंधक सहित बैंक के वरिष्ठ अधिकारियों को देने पर शाखा प्रबंधक राठौर के द्वारा कहा गया कि हमारी जांच चल रही है पूरी हो जाने दो । उपेंद्र सिंह डोडिया ने की शिकायत पर बैंक के मुख्यालय से जांच करवाने पर मामला सामने आया ।

-करीब 80 लाख का गबन बैंक की जांच में सामने आया है।बैंक मैनेजर सहित 6 कर्मचारियों को निलंबित किया गया है।जांच रिपोर्ट के आधार पर पुलिस को एफआईआर के लिए आवेदन दिया जा रहा है-विशेष श्रीवास्तव,प्रबंध संचालक,जिला सहकारी केंद्रीय बैंक,उज्जैन

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