Electric pole fell : घर के बाहर खेल रहे मासूम भाई-बहन पर बिजली का पोल गिरा, दोनों की मौत
उज्जैन, 24नवंबर(इ ख़बर टुडे/ब्रजेश परमार)। बुधवार रात घट्टिया तहसील के गांव रलायता हैवत में बिजली का पोल गिर जाने से घर के आंगन में खेल रहे दिग्पाल सिंह पिता लाखन सिंह 5 वर्ष निवासी रलायता हेवत एवं उसकी बुआ की बेटी निधि पिता कालूसिंह 3 वर्ष निवासी परसाली तहसील झार्डा की मौत हो गई। परिजन दोनों को लेकर अस्पताल पहुंचे तो डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।दोनों का गुरूवार को पोस्टमार्टम होने के बाद गृह गांव में अंतिम संस्कार किया गया है। पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू की है।
घट्टिया थाना अंतर्गत गांव रलायता हैवत में यह घटना हुई। जिला मुख्यालय से गांव करीब 22 किलोमीटर दूर है। दोनों बच्चे घर के बाहर पल्ली (ग्रामीण चटाई) पर खेल रहे थे। परिजन घर के अंदर थे। इसी दौरान हादसा हुआ।निधि एक दिन पूर्व ही मां के साथ मामा के घर आई थी। लाखनसिंह के घर के पास ही सड़क से लगा विघुत पोल लगा हुआ था।यह पोल काफी समय से लगा हुआ था।पोल पर घरेलू 3 फेस विघुत लाईन लगी है।लाईन का यह अंतिम पोल था। घटना के बाद ग्रामीणों का आक्रोश फूट पड़ा उनका कहना था कि कमजोर पोल हटाने के लिए विघुत कंपनी को एक साल पहले ही आवेदन दिया गया था लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। बुधवार रात में ही करणी सेना के शैलेंद्र सिंह झाला जिला अस्पताल पहुँचे थे। उन्होंने करणी सैनिकों के साथ अस्पताल का घेराव किया था। प्रशासन से मृतकों के परिजनों को 25- 25 लाख मुआवजा, विद्युत विभाग के जिम्मेदारों पर कार्रवाई की भी मांग करते हुए चेतावनी दी थी की प्रशासन ध्यान नहीं देता है तो घटिया में उज्जैन -आगर रोड पर चक्का जाम किया जाएगा। रात में एसडीएम एवं एसडीओपी थाना प्रभारी घटनास्थल और अस्पताल पहुंचे थे ग्रामीणों को हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया था।हादसे से आक्रोशित ग्रामीणों ने गुरूवार को अंतरप्रांतीय इंदौर – कोटा मार्ग पर चक्काजाम किया ।
घट्टिया थाना के उप निरीक्षक मंशाराम चौधरी के अनुसार मर्ग कायम करते हुए दोनों बच्चों का गुरूवार सुबह जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों के सुपूर्द किए हैं। दिग्पालसिंह 5 वर्ष का उसके गांव रलायता हैवत एवं निधि 3 वर्ष का उसके गांव परसाली में अंतिम संस्कार किया गया है।जांच की जा रही है अगर हादसे में किसी की लापरवाही सामने आती है तो उसके खिलाफ प्रकरण दर्ज किया जाएगा। हादसे से आक्रोशित ग्रामीणों ने करणी सेना के नेतृत्व में घट्टिया तहसील मुख्यालय पर थाने के सामने एवं जलवा फंटे पर चक्काजाम कर दिया था। उनकी मांग थी की दोनों के परिजनों को 25-25 लाख की आर्थिक सहायता दी जाए।
एसडीएम संजीव साहू के अनुसार चक्काजाम कुछ देर चला। मुख्यमंत्री स्वेच्छानुदान से 2-2 लाख की आर्थिक सहायता के लिए प्रस्ताव भेजा जाएगा। विघुत कंपनी को प्रतिवेदन प्रस्ताव भेज कर प्रावधान अनुसार आर्थिक सहायता दिलाने के आश्वासन पर चक्काजाम समाप्त करवाया गया है।प्रशासन स्तर कोई जांच नहीं करवाई जा रही है।विघुत वितरण कंपनी के अधीक्षण यंत्री आशीष आचार्य के अनुसार मामले में ग्रामीणों द्वारा दिया गया आवेदन कंपनी के कार्यालय में उपलब्ध नहीं है। ग्रामीण आवेदन की छायाप्रति उपलब्ध करवाते हैं तो जांच में सहयोग होगा। प्राथमिक स्तर पर लाईनमेन मांगीलाल चावड़ा को निलंबित करते हुए कार्यपालन यंत्री ग्रामीण अमरेश सेठ को जांच के आदेश दिए गए हैं। जांच में गिराउ पोल की शिकायती आवेदन का मसला,पोल क्यों गिरा ,लाईन पुरानी होने के बावजूद एक ही पोल क्यों गिरा जैसे मुद्दे शामिल किए गए है।
आचार्य ने कहा कि पोल गिरने से जनहानि का यह इस क्षेत्र का पहला मामला है। कंपनी में करंट लगने से मौत पर 4 लाख के मुआवजे का प्रावधान है। गांव में घरेलू विघुत लाईन थ्री फेस का यह अंतिम पोल है। पोल का स्टे का वायर स्टे से काटकर पोल से लिपटा हुआ मिला है। ग्रामीणों की लिखित शिकायत रेकार्ड में सामने नहीं आ रही है। पूरी संवेदना के साथ प्रकरण में जांच की जाएगी एवं बच्चों के परिवार को प्रावधान अनुरूप हर संभव मदद करवाएंगे।