ED Raid : आप विधायक अमानतुल्लाह के घर पर ED का छापा, वक्फ बोर्ड मामले में पूछताछ
नई दिल्ली,02 सितम्बर(इ खबर टुडे)। दिल्ली के ओखला से विधायक अमानतुल्लाह खान के घर आज सुबह- सुबह ईडी की टीम पहुंच गई। ईडी की टीम को दरवाजे पर देखकर पहले तो आप विधायक ने उन्हें रोकने की कोशिश की लेकिन दो घंटे की मशक्कत के बाद ईडी घर का दरवाजा खुलवाने में कामयाब हो पाई है। बता दें कि ईडी की टीम अमानतुल्लाह खान के घर पर दिल्ली वक्फ बोर्ड मामले में पूछताछ के लिए पहुंची है।
आम आदमी पार्टी के विधायक होने के साथ ही अमानतुल्लाह खान दिल्ली वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। जब अमानतुल्लाह खान अध्यक्ष पद पर थे तो उस वक्त उस वक्त हुई 32 भर्तियों पर सवाल उठे हैं। आरोप है कि अमानतुल्लाह खान ने सरकारी गाइडलाइन्स को ताक पर रखकर वो 32 भर्तियां की। इस मामले की जांच सीबीआई कर रही है। एसीबी का आरोप है कि उन 32 लोगों में से 5 आप विधायक के रिश्तेदार हैं जबकि 22 लोग ओखला क्षेत्र के हैं। इस मामले में सितंबर 2022 में एसीबी ने भी अमानतुल्लाह खान से पूछताछ की थी और फिर रेड में 24 लाख रुपये और हथियार बरामद होने के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था। हालांकि, 28 दिसंबर 2022 को उन्हें जमानत मिल गई थी।
ईडी और सीबीआई ने भी लगाए गंभीर आरोप
सितंबर 2018 से मार्च 2020 तक वक्फ बोर्ड अध्यक्ष रहे खान पर सीबीआई और ईडी ने भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाये हैं। ईडी ने अपनी 5000 पन्नों की चार्जशीट में खान पर अज्ञात स्रोतों से आय अर्जित करने, जमीन खरीद-बिक्री में गड़बड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग जैसे आरोप लगाए हैं। इस चार्जशीट में खान के अलावा जावेद, दाऊद, कौसर और जीशान के साथ-साथ उनकी पार्टनरशिप फर्म स्काई पावर को भी आरोपी बनाया गया है। इससे पहले सीबीआई ने 2016 में खान समेत 11 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की थी। सीबीआई का आरोप है कि वक्फ बोर्ड में सीईओ और अन्य संविदा नियुक्तियों में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है।
वहीं APP राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने अमानतुल्लाह खान के इस दावे की पुष्टि की है। उन्होंने AAP विधायक के समर्थन में X पर एक पोस्ट लिखा है। उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा ‘ED की निर्दयता देखिए। अमानतुल्लाह खान पहले ईडी की जांच में शामिल हुए, उनसे आगे के लिए समय मांगा। उनकी सास को कैंसर है. उनका ऑपरेशन हुआ है। इस बीच ED ने उनके घर में सुबह-सुबह धावा बोल दिया। अमानतुल्लाह खान के खिलाफ कोई सबूत नहीं है. लेकिन मोदी की तानाशाही और ईडी की गुडांगर्दी दोनों जारी है।’