January 8, 2025

Delhi Election Programm : दिल्ली चुनाव की तारीखों का एलान,5 फरवरी को मतदान,8 फरवरी को होगी मतगणना;आरोप लगाने वालो आड़े हाथो लिया चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने

eci press

नई दिल्ली,07 जनवरी(इ खबर टुडे)। दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया. है। निर्वाचन आयोग के मुखिया चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने दोपहर 2 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दिल्ली विधानसभा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा की। दिल्ली में 5 फरवरी को वोटिंग होगी जबकि मतगणना 8 फरवरी को होगी। दिल्ली की 70 सदस्यीय विधानसभा का कार्यकाल 23 फरवरी को समाप्त हो रहा है।

मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि पिछली बार वर्ष 2020 में 6 जनवरी को चुनावी तारीखों का ऐलान किया गया था। 8 फरवरी को वोटिंग के बाद 11 फरवरी को वोटों की गिनती की गई थी। आम आदमी पार्टी को बंपर जीत मिली थी। चुनाव में आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की कुल 70 विधानसभा सीटों में से 62 सीटों पर जीत दर्ज की थी। जबकि भाजपा ने आठ सीटों पर जीत हासिल की थी।

मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि लोकतंत्र के पर्व को यूं ही मनाते रहें। युवा लोकतंत्र में भागीदारी बढ़ाते रहें। यह बहुत सुंदर बगिया है। इसे सजाते रहें। चुनाव आयुक्त ने कहा कि दिल्ली में 1.55 करोड़ वोटर हैं।

दिल्ली चुनाव की खास बातें –

वोटर – 1.55 करोड़ वोटर
सामान्य सीट- 58
आरक्षित सीट- 12
पोलिंग स्टेशन- 13033 स्टेशन

मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि दिल्ली में एक अलग नजारा दिखता है। दिल्ली में भारत की विविधता का नजारा दिखता है। दिल्ली में हमेशा से बढ़चढ़कर वोटिंग होती रही है। यहां हर कल्चर और हर जगह के लोग यहां मिलते हैं। इसलिए दिल्ली वालों की जिम्मेदारी बढ़ जाती है। मुझे उम्मीद है कि दिल्ली दिल से वोट करेगी। उन्होंने कहा कि हम बहुत जल्द 100 करोड़ वोटर वाला देश बनेंगे।

चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि बीते चुनाव के दौरान कुछ-कुछ शंकाएं भी खड़ी की गईं। कहा गया कि , महाराष्ट्र चुनाव के बाद और दिल्ली चुनाव से पहले मतदाता सूची में गलत मतदाता को जोड़ा और हटाया गया। ऐसा भी कहा जाता है कि किसी खास ग्रुप को टारगेट किया गया। ईवीएम को मैनिपुलेट करने की बात कही गई। यह भी कहा गया कि 5 बजे के बाद वोट प्रतिशत बढ़ जाता है। आज इन सभी शंकाओं और आरोपों का जवाब दूंगा।

चुनाव आयोग ने विपक्ष के आरोपों पर क्या-क्या जवाब दिया?

-ईवीएम पोलिंग डे से 7-8 दिन पहले तैनात किए जाते हैं। हर कदम की उम्मीदवारों को उनके एजेंट के जरिए जानकारी दी जाती है।
-वोटर लिस्ट की तैयारी के हर कदम में राजनैतिक दल शामिल होते हैं।
-वोटर लिस्ट में कहीं से कोई छेड़छाड़ नहीं होती।
-मतदाता काटने का मसला चुनाव के समय सिर्फ उठाया जाता है, ये deletion असंभव है।
-किसी पोलिंग बूथ पर 2 प्रतिशत से ज्यादा मतदाता का नाम काटा जाएगा तो अधिकारी जाकर खुद चेक करते हैं।
-मतदाता सूची को लेकर पारदर्शिता हमारी प्राथमिकता है।
-मतदाता सूची को लेकर राजनीतिक दलों की नियमित बैठक होती है।
-किसी के नाम काटने से पहले कई प्रक्रिया होती है।

दिल्ली में सत्ताधारी आम आदमी पार्टी (आप) लगातार तीसरी बार चुनाव जीतने की कोशिश में है। वहीं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नजरें अरविंद केजरीवाल की पार्टी को रोकने पर हैं। कांग्रेस पार्टी भी मैदान में है लेकिन इस बार वह लोकसभा चुनाव में अपनी सहयोगी ‘आप’ के खिलाफ अकेले चुनाव लड़ रही है। ऐसा लग रहा है कि दिल्ली में इस बार त्रिकोणीय मुकाबला होगा।

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