November 25, 2024

Shahi Sawari : श्रावण माह के अंतिम सोमवार पर श्री महाकालेश्वर की अष्टम सवारी में श्री रुद्रेश्वर स्वरुप में दर्शन

उज्जैन,28अगस्त(इ खबर टुडे/ब्रजेश परमार)। श्रावण माह के अंतिम सोमवार पर भगवान श्री महाकालेश्वर की सवारी में रजत जडित पालकी में श्री चन्द्रमौलेश्वर, हाथी पर श्री मनमहेश, गरूड़ रथ पर शिवतांडव, नन्दी रथ पर उमा-महेश, डोल रथ पर होल्कर स्टेट के मुखारविंद, बैलगाड़ी में श्री घटाटोप स्वरुप, श्री जटाशंकर रूप व अष्टम सवारी में श्री रुद्रेश्वर स्वरुप में विराजित होकर अपनी प्रजा का हाल जानने नगर भ्रमण पर निकलें ।

भगवान श्री महाकालेश्‍वर के वैभव, एैश्‍वर्य व गरिमा की छटा चारों ओर देखतें ही बन रही थी । मंदिर के सभामंडप में सर्वप्रथम भगवान श्री चन्द्रमौलेश्वर का षोडशोपचार से पूजन-अर्चन कर भगवान की आरती की गई। पूजन-अर्चन मुख्य पुजारी पं. घनश्याम शर्मा द्वारा संपन्न् कराया गया।

सवारी के निकलने के पूर्व श्री महाकालेश्वर मंदिर परिसर के सभामंडप में अध्यक्ष श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति कुमार पुरूषोत्तम सहित अन्य समिति सदस्यों ने भगवान श्री महाकालेश्वर का पूजन -अर्चन किया और आरती में सम्मिलित हुए। रजत पालकी में विराजित भगवान श्री चन्द्रमोलेश्वर जैसे ही मुख्य् द्वार पर पहुचें, सशस्त्र पुलिस बल के जवानों द्वारा श्री चन्द्रमोलेश्वर भगवान को सलामी (गार्ड ऑफ ऑनर) दी गई। सवारी मार्ग में स्थान-स्थान पर खडे श्रद्धालुओं ने जय श्री महाकाल के घोष के साथ उज्जैन नगरी के राजा भगवान श्री महाकालेश्वर पर पुष्पवर्षा की।श्री महाकालेश्वर भगवान की सवारी महाकाल मंदिर से गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार, कहारवाडी होते हुए रामघाट पहुंची रामघाट पर श्री चन्द्रमोलेश्वर व श्री मनमहेश का मॉ क्षिप्रा के जल से अभिषेक पूजन किया गया।इसके उपरांत सवारी अपने परंपरागत मार्ग से होती हुई गोपालमंदिर पहुंची यहां रियासत काल का पूजन किया गया।यहां से सवारी श्री महाकालेश्वर मंदिर के लिए परंपरागत मार्ग से रवाना हुई।

भस्मार्ती के दौरान 34 हज़ार से अधिक श्रद्धालुओं ने किये दर्शन

श्री महाकालेश्वर मंदिर में श्रावण माह के आखरी सोमवार को श्री महाकालेश्वर भगवान के पट प्रातः 02:30 बजे खुले। पट खुलने के पश्चात प्रातः 2:30 से प्रातः 06 बजे तक लगभग 34 हज़ार 3 सौ 16 श्रद्धालुओं ने चलित भस्मार्ती में श्री महाकालेश्वर भगवान के दर्शन किये। मंदिर प्रबन्ध समिति के प्रशासक संदीप सोनी ने बताया कि, श्री महाकालेश्वर मंदिर के सभी द्वार से श्रद्धालुओं, कावड़ यात्रियों, वृद्धजनों, दिव्यांगों आदि के सुलभ दर्शन की व्यवस्था की गई है।श्रावण माह में भगवान महाकालेश्वर की भस्मारती हेतु मंदिर के पट 04 जुलाई से 11 सितम्बर तक प्रत्येक सोमवार प्रात: 2.30 बजे और अन्य दिवस प्रात: 3 बजे खुलेंगे |

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