November 22, 2024

CM योगी आदित्यनाथ ने दिया था अल्टीमेटम, ‘मथुरा कांड’ में पांच गिरफ्तार

मथुरा ,20 मई (इ खबर टुडे )। उत्तर प्रदेश सरकार की किरकिरी कराने वाले मथुरा के डबल मर्डर तथा लूट कांड में पुलिस को पांच दिन बाद बड़ी सफलता मिली है। इस मामले में मथुरा पुलिस ने आज तड़के राजस्थान पुलिस की मदद से पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। रंगा के साथ आदित्य, नीरज, चीनी, आयुष और छोटू पकड़े गए हैं। नीरज के पेट और पीठ में गोली लगी है, जबकि रंगा के पैर में गोली लगी है। मुठभेड़ में घायल नीरज को आगरा रेफर कर दिया गया है।

मथुरा के  कोयला वाली गली  में मयंक चैंस पर हुई लूट का पर्दाफाश हो गया है। आधा दर्जन बदमाशों ने लूट के दौरान शहर के  दो युवा सराफा कारोबारियों मेघ और विकास की गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस ने शनिवा सुबह 5:30 बजे चौबिया पाड़ा क्षेत्र में एक जर्जर मकान को घेर दबिश दी। जैसे ही पुलिस ने मकान में घुसने की कोशिश की ऊपर से  खिड़कियां खोलकर फायरिंग शुरू हो गई। इसी मकान में रंगा उर्फ राकेश अपने भाई कामेश्वर चतुर्वेदी,  नीरज उर्फ चीना और उसके साले छोटू,  आदित्य व  आयुष के साथ छुपा हुआ था। दोनों तरफ से करीब 15 मिनट ताबड़तोड़ फायरिंग हुई।

नीरज के पेट व पीठ में गोली लगी, जबकि रंगा के  मकान से कूदते समय पैर में पुलिस की गोली लगी। जिससे रंगा गिर पड़ा।इसके बाद गैंग ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया। गैंग को पकड़ने के लिए एसटीएफ समेत कई टीमें लगाई थीं,  मगर एसएसपी विनोद कुमार मिश्रा और एसपी सिटी अशोक कुमार ने टीम के साथ सुबह सफलता प्राप्त कर ली। पकड़े गए बदमाशों से लूट का  माल बरामद हो गया है।

एसएसपी  ने बताया कि मुठभेड़ में रंगा और नीरज घायल हुए हैं,  जबकि  निलंबित कोतवाल एस पी सिंह समय आधा दर्जन पुलिसकर्मियों के भी चोटें आई हैं। उन्हें भी इलाज के लिए भेजा गया है। नीरज की हालत गंभीर होने पर उसे जिला अस्पताल से आगरा रेफर कर दिया गया है। एसएसपी ने बताया कि अभी बदमाशों से  पूछताछ हो रही है। जो सामने आएगा उसकी भी तस्दीक कराई जाएगी। माना जा रहा है कि इस गैंग से अन्य घटनाओं का भी खुलासा होगा।

यह गैंग लंबे समय से चौबिया पाड़ा क्षेत्र में रहकर रंगदारी वसूल करता था। इसी गैंग ने  क्षेत्र में भोले और तौले बाबा की भी हत्या  की थी। गैंग के सामने इलाके में कोई भी शख्स जुबान खोलने की हिम्मत नहीं रखता था। यही वजह थी कि लोग पहचानने के बावजूद भी पुलिस का सहयोग नहीं कर रहे थे। उन्हें डर था अगर गैंग को पता लग गया तो वह उनके ऊपर हमला कर देगा। मथुरा में दुकान में घुसकर दो सर्राफा कारोबारियों की हत्याकांड के मामले में रंगा-बिल्ला गिरोह का हाथ सामने आ रहा है।

पुलिस ने मुठभेड़ के बाद रंगा-चीमा समेत छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है। रंगा-चीमा पर कई आपराधिक मामले हैं। कारोबारियों की हत्या के बाद से ही आरोपी पुलिस की नजर में थे। सीसीटीवी में हत्यारों की करतूत रिकॉर्ड हो गई थी। हाल ही में विधानसभा सत्र के पहले दिन यह मामला विपक्ष ने उठाया था।

आज तड़के गिरफ्तार मुख्य आरोपी राकेश उर्फ रंगा ने बताया कि घटना को अंजाम देने से वाले बदमाश घटना के पांच दिन पहले ही घटना के समय को ध्यान में रख रोजाना शाम पांच से सात बजे तक लगातार रेकी करते थे।पुलिस फिलहाल आरोपियों से गहन पूछताछ कर रही है। घटना के दौरान लूटा गया कुछ माल बरामद कर लिया गया है। अभी और वारदातों के खुलने की संभावना है। बदमाशों को मोबाइल कॉल लोकेशन से ट्रेस किया गया था।

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