Indian soldiers/सीमा पर चीन ने बढ़ाए सैनिक, आर्मी चीफ बोले- भारतीय सैनिक भी हर स्थिति का जवाब देने के लिए तैयार हैं
नई दिल्ली,02 अक्टूबर (इ खबरटुडे)। भारतीय सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने शनिवार को कहा कि चीन ने पूर्वी लद्दाख से लेकर पूर्वी कमान तक सैनिकों की भारी तैनाती कर दी है। सेना प्रमुख ने इसे चिंता का विषय बताते हुए कहा है कि सेना का हालात पर नजर है और भारतीय सैनिक भी हर स्थिति का जवाब देने के लिए तैयार हैं।
सेना प्रमुख नरवणे ने लेह में यह बात कही, जहां महात्मा गांधी की 152वीं जयंती के अवसर पर दुनिया का सबसे बड़ा खादी राष्ट्रीय ध्वज स्थापित किया गया। इससे पहले एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के मुख्यालय में पाकिस्तानी सेना के अधिकारियों को तैनात किया जा रहा है।
खुफिया इनपुट के अनुसार, पाकिस्तानी अधिकारियों को चीन के वेस्टर्न थिएटर कमांड और दक्षिणी थिएटर कमांड के मुख्यालय में तैनात किया गया है। रिपोर्ट में आगे लिखा गया है कि पाकिस्तानी सेना के कर्नल-रैंक के अधिकारियों को यहां भेजा गया है। बता दें, यही चीन के सशस्त्र बलों की युद्ध योजना, प्रशिक्षण की रणनीति बनती है।
रिपोर्ट से यह भी पता चला है कि पाकिस्तान के करीब 10 अतिरिक्त सैन्य अधिकारी सैन्य खरीद संबंधी परियोजनाओं के लिए बीजिंग में पाकिस्तान दूतावास में तैनात हैं। बता दें, चीनी पीएलए के पास महत्वपूर्ण पश्चिमी कमान झिंजियांग और तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र के साथ भारत के साथ सीमाओं की रखवाली का जिम्मा है। ।
रिपोर्ट सामने आने के बाद आशंका जताई जा रही है कि क्या अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद पाकिस्तान और चीन मिलकर कोई बड़ी साजिश रच रहे हैं। वैसे भी तालिबान के कब्जे के बाद पाकिस्तान से लगी सीमा में आतंकी घुसपैठ की वारदात बढ़ गई है।
2016 में सामने आई थी यह रिपोर्ट
इससे पहले 2016 में पाकिस्तानी अखबार डॉन की रिपोर्ट में बताया गया था कि पाकिस्तान ने चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) और इस प्रोजेक्ट के काम में शामिल लोगों की सुरक्षा के लिए अपने अर्धसैनिक बलों के 9,000 सैनिकों और 6,000 कर्मियों के साथ एक विशेष सुरक्षा प्रभाग की स्थापना की थी।
भारत-चीन सीमा विवाद पर सेना प्रमुख की प्रतिक्रिया
इस बीच, भारत-चीन सीमा विवाद पर सेना प्रमुख जनरल एम नरवणे ने कहा है कि जब तक दोनों देशों के बीच सीमा समझौता नहीं हो जाता, तब तक दोनों के बीच सीमा पर छिटपुट घटनाएं होती रहेंगी। उन्होंने कहा, पिछले 6 महीनों में स्थिति काफी सामान्य रही है।
हमें उम्मीद है कि अक्टूबर के दूसरे सप्ताह में 13वें दौर की वार्ता होगी और हम इस बात पर आम सहमति पर पहुंचेंगे कि हालात सामान्य कैसे रहें। सेना प्रमुख ने यह भी कहा कि अफगानिस्तान के हालात पर सेना की नजर है और घुसपैठ की हर साजिश को नाकाम किया जा रहा है।