Bumper Arrival Vegetable Indore: लॉकडाउन की आशंका से चोइथराम सब्जी मंडी में भारी आवक, लगा जाम
इंदौर,24 नवंबर (इ खबरटुडे)। चोइथराम फल एवं सब्जी मंडी में मंगलवार को तमाम व्यवस्थाएं चरमरा गईं। खास तौर पर प्याज की आवक इस कदर बढ़ी कि दोपहर डेढ़ बजे तक नीलामी रोकनी पड़ी। मंडी के बाहर भारी जाम लग गया। मंडी से राजीव गांधी चौराहे तक करीब 300 ट्राॅलियां खड़ी रहीं। हालत ऐसी हो गई कि न तो मंडी से अंदर का माल बाहर निकल पाया और न ही बाहर का माल अंदर जा पाया।
इस बीच सड़क पर माल उतारने को लेकर विवाद हो गया और हम्मालों ने काम बंद कर दिया। इसके बाद कृषि उपज मंडी समिति और हम्मालों के बीच बैठक हुई। आश्वासन के बाद काम चालू हुआ, लेकिन तब तक डेढ़ बज गए। शहर में तेज कोरोना संक्रमण पर लगाम लगाने के लिए रात के कर्फ्यू के बावजूद सुबह चार बजे से ही सब्जी मंडी में तमाम व्यवस्थाएं चरमरा गईं, जिसकी जानकारी कलेक्टर मनीष सिंह को दी गई। बावजूद इसके स्थिति काबू में नहीं आ पाई। इसके चलते लहसुन की खरीद-फरोख्त पूरी तरह ठप रही।
व्यापारियों के मुताबिक 1.75 से 2 लाख कट्टे तक प्याज की आवक के साथ-साथ भारी मात्रा में हरी सब्जियों और गन्ने (बुधवार को देवउठनी एकादशी की वजह से) की आवक के चलते स्थिति खराब हो गई। हालात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि मंडी के अंदर केवल 30-40 हजार कट्टे प्याज ही उतर पाई। कारण यह रहा कि गेट के अंदर माल उतारने के लिए जगह नहीं थी। सोमवार को भी तकरीबन सवा लाख कट्टे नए प्याज की आवक हुई थी।
व्यवस्था चरमराने की वजह
दरअसल इंदौर और पूरे मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ने से लोग घबराए हुए हैं। किसानों को लगता है कि हालात और खराब हुए तो एक बार फिर सरकार लॉकडाउन लगा देगी, ऐसे में वे फसल नहीं बेच पाएंगे। यही वजह रही कि किसान जल्द से जल्द प्याज बेचना चाहते हैं। इसके कारण आगामी दिनों में प्याज के भाव में भारी गिरावट आने की आशंका जताई जा रही है।
सोमवार को नहीं उठ पाया था पूरा माल
व्यापारियों ने बताया कि जाम और अव्यवस्था की एक वजह यह भी रही कि सोमवार को किसानों का पूरा माल मंडी में नहीं उठ पाया था। फिर मंगलवार को इससे भी ज्यादा आवक हो गई, जिसके लिए कोई तैयारी नहीं की गई थी। सुबह के चार बजे से भारी जाम लग गया। व्यापारियों के मुताबिक ट्रैफिक संभालने के लिए प्रशासन की तरफ से कोई व्यवस्था नहीं की गई।
किसानों की परेशानी बढ़ी
व्यापारियों ने बताया कि उनके लिए माल उतारना और निकालना मुश्किल हो गया। इससे न केवल उन्हें नुकसान हुआ, बल्कि जो किसान माल लेकर मंडी आए, उन्हें भी काफी परेशानी हुई। बाजार से माल निकलेगा ही नहीं तो जो लोग सब्जियां और प्याज लेकर आए हैं, उनका माल कैसे बिकेगा।
आलू-प्याज के भाव में मामूली गिरावट
भारी आवक के बावजूद आलू-प्याज के भाव में मामूली गिरावट आई। थोक मंडी में नया प्याज 40-42 रुपये प्रति किलो बिका। सुपर क्वालिटी के पुराने प्याज के भाव 35-38 रुपये रहे और एवरेज प्याज 30-33 रुपये प्रति किलो रहा। आलू के थोक भाव स्थिर रहे। थोक में आगरा का आलू 30-34 रुपये, लोकल सुपर आलू 28-30 रुपये और एवरेज एवं छोटे आकार के आलू 20-25 रुपये प्रति किलो रहे।