श्री महाकालेश्वर मंदिर में अभद्रता का मामला / भाजयूमों ने पदाधिकारियों को जिम्मेदारी से हटाया, कार्यकर्ताओं पर सवाल खड़े हुए
उज्जैन,13 अगस्त (इ खबरटुडे/ब्रजेश परमार)। श्री महाकालेश्वर मंदिर में भाजयूमों कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों ने नंदी गृह में जबरिया प्रवेश एवं कर्मचारियों से अभद्रता के मामले में यूवा मोर्चा प्रदेश संगठन ने 07 पदाधिकारियों एवं 11 कार्यकर्ताओं पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए उन्हें जिम्मेदारी से मुक्त किया है। कार्यकर्ताओं को किस तरह की जिम्मेदारी से मुक्त किया गया है यह स्पष्ट नहीं किया जा रहा है।
बुधवार को भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं सांसद तेजस्वी सूर्या उज्जैन प्रवास पर आए थे। इस दौरान वे भगवान श्री महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचे थे। उनके दर्शन के दौरान पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ता की भीड़ ने बेरिकेट तोड़ कर जबरिया मंदिर के नंदी गृह में प्रवेश किया था। मंदिर समिति के कर्मचारियों से अभद्रता की गई थी। शासकीय कार्य में बाधा पैदा की गई थी। महाकाल थाना पुलिस ने इस मामले में शासकीय कार्य में बाधा का प्रकरण दर्ज किया है। इस मामले से भाजपा में हडकंप मच गया था। भाजपा संगठन की सख्ती के चलते युवा मोर्चा ने 18 सदस्यों पर कार्रवाई की है। इनमें 11 कार्यकर्ता एवं 7 पदाधिकारी शामिल हैं। युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष वैभव पंवार के निर्देश पर मोर्चा के प्रदेश सह कार्यालय मंत्री उमाशंकर राजपूत के हस्ताक्षर से जारी अनुशासनात्मक कार्रवाई का पत्र जारी किया गया है।
पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ता के नामजद इस पत्र में सभी को जिम्मेदारियों से मुक्त करने की बात कही गई है। इनमें यूवा मोर्चा के उज्जैन नगर अध्यक्ष अमय शर्मा एवं जिला अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह जलवा के साथ 04 कार्यकारणी सदस्य एवं नागदा मंडल अध्यक्ष भवानी देवड़ा एवं 11 कार्यकर्ता शामिल हैं। पत्र के आधार पर कार्यकर्ताओं के जिम्मेदारी से मुक्त होने का मसला समझ से परे है।
इस मामले में युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष श्री पंवार से पूछे जाने पर उनका कहना था कि हमने पार्टी के संवैधानिक स्थिति को देखते हुए निर्णय लिया है।प्राथमिक सदस्यता बरकरार रहेगी। मोर्चा के प्रदेश मिडिया प्रभारी अंकित गर्ग के अनुसार जिम्मेदारी से मुक्त का आशय पदाधिकारियों को पदों के कार्य से मुक्त किया गया है। ऐसे ही कार्यकर्ता पार्टी की गतिविधि में भाग लेने के हकदार नहीं होंगे। उन्हे पार्टी की बैठक एवं आयोजन की सूचनाओं से वंचित रखा जाएगा।