May 20, 2024

उत्‍तर पुस्तिकाओं पर लगेंगे बार कोड, 32 पेज की होगी, नहीं मिलेगी सप्लीमेंट्री, जाने परीक्षा से जुड़े नए नियम

रायसेन ,26 जनवरी(इ खबर टुडे)। बोर्ड परीक्षाओं को अधिक पारदर्शी बनाने माध्यमिक शिक्षा मंडल ने इस बार कुछ बदलाव किए हैं। प्रायोगिक तौर पर कुछ उत्तरपुस्तिकाओं में बार कोड लगाया जाएगा। 32 पेज की उत्तर पुस्तिका रहेगी, लेकिन इस बार सप्लीमेंट्री कॉपी नहीं मिलेगी।

माध्यमिक शिक्षा मंडल की हाईस्कूल और हायर सेकेंड्री परीक्षाओं का काउंटडाउन शुरू हो गया है। शिक्षा विभाग भी एग्जाम मोड पर है। माध्यमिक शिक्षा मंडल ने परीक्षाओं के लिए नई गाइडलाइन जारी कर दी है। परीक्षा में विद्यार्थियों को दो तरह की उत्तर पुस्तिकाएं मिलेंगी। 32 पेज की मुख्य विषय की और 20 पेज की वोकेशनल और संस्कृत विषय की कापी होगी। प्रायोगिक परीक्षाओं में 10वीं के विद्यार्थियों को आठ और 12वीं के विद्यार्थियों को 12 पन्नों की कॉपियां देना तय हुआ है।

गणित विषय में 32 पन्नों की ग्राफ कॉपी मिलेंगी। सप्लीमेंट्री कापी नहीं दी जाएगी। कॉपी में रोल नंबर छिपाने के लिए किसी भी तरह के स्टीकर का उपयोग नहीं किया जा सकेगा।

कापियों में बार कोड लगाने का प्रयोग करेगा बोर्ड
पहली बार पायलट प्रोजेक्ट के तहत मूल्यांकन की व्यवस्था बदली है, जो 10वीं-12वीं परीक्षा के कुछ विषयों पर लागू होगी। 10वीं में गणित, विज्ञान और सामाजिक विज्ञान और 12वीं में सिर्फ हिंदी विषय की उत्तरपुस्तिका पर बार कोड लगाकर विद्यार्थियों की पहचान छिपाई जाएगी। उसके बाद कापियां मूल्यांकनकर्ताओं को जांचने के लिए देंगे। मूल्यांकन पूरा होने के बाद बार कोड को स्कैन कर विद्यार्थियों के अंकों को आनलाइन चढ़ाने में आसानी होगी। मूल्यांकन से जुड़ी दोनों व्यवस्थाओं का आकलन किया जाएगा।

नकल पर्ची जमा करने के लिए रखी जाएगी पेटी
डीईओ एमएल राठौरिया ने बताया कि परीक्षा केंद्रों पर नकल पर्ची रखने के लिए मंडल ने एक लोहे की पेटी रखने के लिए निर्देशित किया है। इसके अलावा अगर किसी परीक्षार्थी के पास कोई नकल सामग्री, जिसमें गाइड चिट सामग्री है। तो परीक्षा केंद्र में रखी उस लोहे की पेटी में डाल सकेंगे। इस पेटी पर स्पष्ट रूप से लिखा जाएगा कि यह पेटी स्वेच्छा से नकल सामग्री परीक्षा कक्ष में प्रवेश लेने से पहले जमा करने के उद्देश्य से रखी गई है।

छात्रों की एंट्री और एग्जिट के लिए एक ही गेट होगा
परीक्षा केंद्रों में छात्रों की एंट्री और एग्जिट के लिए एक ही गेट होगा। सुरक्षा के लिहाज से ऐसा किया जाएगा। मेन गेट पर परीक्षार्थियों की तलाशी ली जाएगी। इसी के साथ परीक्षा केंद्र में जो स्टाफ तैनात रहेगा उसके लिए आई कार्ड जारी किए जाएंगे। परीक्षा के दौरान सभी को आई कार्ड लगाना अनिवार्य होगा।

अन्य स्कूलों के परीक्षार्थियों को भी बैठाएंगे
परीक्षा केंद्राध्यक्षों को यह तय करना होगा कि उनके स्कूल में परीक्षार्थियों को अन्य स्कूलों के परीक्षार्थियों को मिश्रित कर बैठाया जाएगा। संबंधित स्कूल में कोई भी कार्यरत शिक्षक, पर्यवेक्षक की ड्यूटी नहीं कर सकेगा। इसी के साथ अन्य स्कूल के टीचर भी पर्यवेक्षक की ड्यूटी नहीं कर सकेंगे।

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