suicide/रतलाम/ रेल्वे में असिस्टेंट ड्राइवर के पद पर पदस्थ युवक की पत्नी ने फांसी लगाकर की आत्महत्या
रतलाम,18 सितम्बर (इ खबरटुडे)। रतलाम जिले में बीते कुछ समय के भीतर ही आत्महत्या के मामलों में वृद्धि हुई है। जहा अधिकांश मामलों में आत्महत्या का कारण आर्थिक स्थिति और प्रेम-प्रसंग माने जा रहे है। वही कुछ ऐसे मामले भी है जिनमे मृतक द्वारा मामूली बातो पर ही आत्महत्या जैसे कदम उठाये जा रहे है।
पुलिस आकड़ो की माने तो बीते 15 दिनों में जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में फांसी और कीटनाशक पीकर आत्महत्या के मामलों में वृद्धि हुई है। वही कई क्षेत्रों से आत्महत्या के प्रयास के मामले भी सामने आये है।
जानकारी के अनुसार बीते रोज शहर के रेल्वे कॉलोनी क्षेत्र स्थित सांस्कृतिक भवन के समीप रहने वाले असिस्टेंट ड्राइवर के पद पर पदस्थ चरतलाल मीणा की पत्नी रुमाली मीणा 30 वर्षीय ने अपने घर में शुक्रवार शाम करीब 5 बजे फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जानकारी के अनुसार मृतिका लम्बे समय से थाइराइट की बीमारी से परेशान थी और दो दिन पूर्व ही सवाई माधवपुर स्थित अपने पीहर से लौटी थी।
परिजनों के अनुसार उसका सवाई माधवपुर के किसी निजी अस्पताल में इलाज भी चल रहा था। लेकिन मृतिका को अपने स्वास्थ में कोई सुधार नहीं लग रहा था। जिसकी वजह से वह परेशान रहती थी और इसी के चलते महिला ने आत्महत्या जैसा कदम उठाया। शनिवार को मृतिका के शव का पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौप दिया गया है।
खाना नहीं बना तो पति भूखा गया, पत्नी ने लगाई फांसी
सज्जन विहार कॉलोनी में ऑटो गैरेज संचालक की पत्नी ने छोटी सी बात पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। वह सुबह खाना बनाने में लेट हो गई तो पति भूखा ही काम पर चला गया। बस इसी से दु:खी होकर पत्नी ने मौत को गले लगा लिया।
सिटी थाना प्रभारी वीडी जोशी ने बताया सज्जन विहार कॉलोनी निवासी 29 वर्षीय ममता पति परसराम पाटीदार ने घर में पंखे पर रस्सी का फंदा बनाकर आत्महत्या कर ली। पति परसराम से पूछताछ में पता चला कि वह मूलत: मंदसौर जिले के गुराड़िया लालमुहां गांव के निवासी है। यहां किराए से रहते । उसका फोरलेन के सर्विसलेन किनारे ऑटो गैरेज है। रोज सुबह करीब 9.30 बजे खाना खाकर गैरेज पर जाता है। शुक्रवार सुबह पत्नी ममता खाना बनाने में थोड़ी लेट हो गई तो पति परसराम भूखा चला गया।
10.30 बजे वापस आया और रोज की तरह 8 साल की बेटी को बाइक से कोचिंग छोड़ने गया। वहां से उसे लेकर सुबह 11.30 बजे वापस आया तो दरवाजा बंद था। पति ने दरवाजे को जोर से धक्का दिया तो वह खुल गया। ममता पंखे से बंधी रस्सी पर लटक रही थी। सिविल अस्पताल में डॉक्टर ने ममता को मृत घोषित कर दिया। ममता के मायके दलमू मगरा तहसील सीतामऊ से परिजन भी आ गए।