मध्यप्रदेश में जापान प्रक्षेत्र निर्धारित करने पर होगा विचार
भोपाल इंदौर मेट्रो रेल परियोजना में जापानी कम्पनियों से बिडिंग में हिस्सा लेने का आग्रह, मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा टोक्यो में विभिन्न कम्पनियों के साथ चर्चा
भोपाल,२० जून (इ खबर टुडे )मध्यप्रदेश में निवेश आकर्षित करने के लिये मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के तीन देशों के दौरे के दूसरे दिन आज उन्होंने जापान की राजधानी टोक्यो में एक निवेश संवर्धन सेमीनार में कहा कि मध्यप्रदेश सरकार एक जापान प्रक्षेत्र (जापानीज् जोन) निर्धारित करने पर विचार करेगी और प्रदेश में निवेशकों की सुविधा के लिये अंतर्राष्ट्रीय स्तर की अधोसंरचना विकसित की जायेगी। मुख्यमंत्री ने मध्यप्रदेश में विस्तार की संभावनाओं तथा निवेश से होने वाले लाभ पर विस्तृत चर्चा करते हुए जापानी व्यापारिक समुदाय और कम्पनियों को मध्यप्रदेश में निवेश का न्यौता दिया। उन्होंने भोपाल और इंदौर में प्रस्तावित मेट्रो रेल परियोजना में जापानी कम्पनियें से बिडिंग में हिस्सा लेने का विशेष रूप से आग्रह किया। इस अवसर पर उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2005-10 के बीच मध्यप्रदेश की वार्षिक वृद्धि दर 12.7 प्रतिशत रही है। प्रदेश में 50 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में नवीन औद्योगिक क्षेत्रों की स्थापना प्रस्तावित है। प्रस्तावित इन्वेस्टमेंट कॉरीडोर्स और दिल्ली-मुम्बई इण्डस्ट्रियल कॉरीडोर परियोजना के अधोसंरचना विकास में भी निवेश की अच्छी संभावनाएँ हैं। मध्यप्रदेश भारत का 60 प्रतिशत सोयाबीन, 40 प्रतिशत चना, 25 प्रतिशत दाल और 25 प्रतिशत तिलहन का उत्पादन करता है। प्रदेश में 180 औद्योगिक क्षेत्र विकसित किये गये हैं और 3 इनलैण्ड कंटेनर डिपो स्थापित हैं, जो निर्यात के लिये शुष्क बंदरगाह का कार्य करते हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में निवेशक मित्र नीति लागू की गई है। मध्यप्रदेश में औद्योगिक शांति है। प्रदेश में ईको टूरिज्म विकास की प्रबल संभावना है। मध्यप्रदेश में कानून व्यवस्था बहुत अच्छी है और उद्योगों में मानव दिवस की हानि देश में सबसे कम है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश के बड़े शहरों में बड़ी आवासीय परियोजनाओं की अच्छी संभावनाएँ हैं। साथ ही लक्जरी होटल, स्वास्थ्य सेवाओं, शॉपिंग, मनोरंजन, वित्त एवं सांस्कृतिक केन्द्र की स्थापना के बेहतर अवसर उपलब्ध हैं। नगरीय परिवहन के क्षेत्र में मॉस ट्रांसपोर्ट, मल्टीलेवल पार्किंग, मल्टी मॉडल, टर्मिनल इत्यादि सुविधाएँ विकसित की जा सकती हैं। भोपाल और इंदौर में मेट्रो रेल परियोजना विकसित की जायेगी। उन्होंने इन सभी क्षेत्रों में जापानी उद्यमियों को निवेश के लिये प्रोत्साहित किया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जापान एक्सटर्नल ट्रेड ऑर्गनाइजेशन (जेट्रो) के चेयरमेन श्री हिरोयुकी इशीगे के साथ उच्च स्तरीय बैठक के दौरान मध्यप्रदेश सरकार और जापान के बीच घनिष्ठ आर्थिक संबंध बनाने के लिये एक संयुक्त टॉस्क फोर्स बनाने पर चर्चा की। यह फोर्स मध्यप्रदेश में जापानी कम्पनियों के लिए एक डेडीकेटेड इण्डस्ट्रियल कॉरीडोर की संभावनाओं को तलाशेगी।
आज भारतीय उद्योग महासंघ (सीआईआई) और ई एण्ड वाई द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित इस सेमीनार में लगभग 65 जापानी कम्पनियों ने भाग लिया। सेमीनार में सेल ग्रुप और मुराता मशीनरी लिमिटेड में सहभागिता बढ़ाने के लिये एक समझौते पर हस्ताक्षर भी हुए।
मुख्यमंत्री के साथ गये व्यापारिक प्रतिनिधि मण्डल और अधिकारियों ने मित्शुबिशी कार्पोरेशन, मुराता मशीनरी लिमिटेड, मरुबेनी कार्पोरेशन, फ्युजीकिन कार्पोरेशन और मित्सुई कम्पनियों के वरिष्ठ एक्जीक्यूटिव और अधिकारियों के साथ निवेश के संबंध में चर्चा की।