कमिश्नर-कलेक्टर जनता से सीधा संवाद बनाये
गरीबों के लिये संचालित योजनाओं में प्रो-एक्टिव होकर काम करें,मुख्यमंत्री श्री चौहान ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग में दिये निर्देश
भोपाल,९ जून (इ खबर टुडे). मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कमिश्नर-कलेक्टर आम है वे खास नहीं बने, गरीबों और जरूरतमंदों से मिले तथा जनता से सीधा-संवाद बनाये। गरीबों के लिये चलायी जा रही योजनाओं की चिंता करें तथा हर महीने इसका हिसाब भी भेजें। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज यहाँ मंत्रालय में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से कमिश्नर और पुलिस महानिरीक्षकों से रू-ब-रू होकर विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों की जानकारी ले रहे थे। इस दौरान गृह मंत्री उमाशंकर गुप्ता, मुख्य सचिव आर.परशुराम, पुलिस महानिदेशक नंदन दुबे भी उपस्थित थे।मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिये कि गरीबों के इलाज के लिये लागू की गयी दीनदयाल अंत्योदय उपचार, राज्य बीमारी सहायता निधि और मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजना में प्रो-ऐक्टिव होकर काम कर ज्यादा से ज्यादा गरीबों को इनका लाभ दिलाया जाये। उन्होंने दीनदयाल अंत्योदय उपचार योजना में लाभ लेने के लिये अस्पताल में भर्ती होने की बाध्यता समाप्त करने के निर्देश भी दिये। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों और गरीबों के हितों का संरक्षण राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। कहीं भी विस्थापन हो तो विस्थापितों से संवाद स्थापित करें, उनकी समस्याओं का निराकरण करें तथा उनका विश्वास जीतकर काम करें। उन्होंने प्रदेश में बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए इन्हें रोकने की योजना बनाने के निर्देश मुख्य सचिव को दिये।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेश में समर्थन मूल्य पर गेहूँ की खरीदी, भण्डारण तथा किसानों को भुगतान की स्थिति की समीक्षा करते हुए निर्देश दिये कि अगले चार दिन में भण्डारण का काम शत-प्रतिशत पूरा हो जाये तथा किसानों का भुगतान कहीं भी शेष नहीं रहे। उन्होंने समर्थन मूल्य पर गेहूँ की खरीदी में दिन-रात मेहनत कर बेहतर काम करने वाले सभी अधिकारी-कर्मचारियों को बधाई देते हुये कहा कि इसमें हर स्तर पर उत्कृष्ट कार्य करने वालों को पुरस्कृत किया जायेगा। बताया गया कि सभी संभागों में खरीदे गये गेहूँ का भण्डारण का काम लगभग पूरा हो गया है। मुख्यमंत्री ने समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी की तैयारी अभी से शुरू करने के निर्देश दिये। इसमें समर्थन मूल्य पर गेहूँ खरीदी के लिये किसानों के पंजीयन तथा एसएमएस से सूचना देने की व्यवस्था की तर्ज पर व्यवस्थाएँ की जायेंगी। मुख्यमंत्री ने गेहूँ उपार्जन में बेहतर कार्य के लिये होशंगाबाद और हरदा जिले के कलेक्टरों की प्रशंसा की। उन्होंने इंदौर संभाग में समर्थन मूल्य पर खरीदे गये गेहूँ के शत-प्रतिशत भण्डारण तथा किसानों को भुगतान का कार्य पूरा होने की सराहना की।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने खरीफ के लिये खाद-बीज की व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए निर्देश दिये कि नकली खाद-बीज की जाँच के लिये सभी जिलों में अभियान चलाया जाये। इस तरह के मामलों में एफआईआर की कार्रवाई की जाये। किसानों को उर्वरकों के अधिक से अधिक अग्रिम उठाव के लिये प्रेरित करें।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्कूल चलें हम अभियान की तैयारियों की समीक्षा करते हुए निर्देश दिये कि सभी स्कूलों में विद्यार्थियों को समय से किताब, गणवेश तथा साईकिल वितरण की व्यवस्था सुनिश्चित करें। यह भी देखा जाये कि विद्यार्थियों को मिलने वाले चेक भुनाने में दिक्कत न हो। सभी स्कूलों में आगामी 16 जून को प्रवेशोत्सव मनाया जाये और उसमें नागरिकों की भागीदारी सुनिश्चित करें।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने महिला-बाल विकास विभाग से संबंधित कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि आँगनवाड़ियाँ ठीक से संचालित हो तथा उनमें समय से पोषण आहार मिलने की लगातार मॉनीटरिंग की व्यवस्था बनाये। उन्होंने कहा कि लाड़ली लक्ष्मी योजना में एक बार प्रकरण स्वीकृत होने के बाद हर वर्ष लाड़ली लक्ष्मी को राष्ट्रीय बचत पत्र मिलने की अभियान चलाकर जाँच करें। उन्होंने कहा कि कुपोषण के कलंक को दूर करने के लिये ऐसा सिस्टम बनाये, जो प्रामाणिक हो तथा जिसमें हर तीसरे माह सर्वे की व्यवस्था हो। इसके लिये अलग-अलग जिलों में हुए नवाचार को अपनायें।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सड़क संबंधी कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि आमतौर पर प्रदेश की सड़कें अच्छी हो गयी हैं परंतु वर्षा ऋतु के बाद सड़कों पर गड्डे नहीं मिले तभी पूरी सफलता मानी जायेगी। वर्षा ऋतु में भी आवश्यकतानुसार सड़कों की मरम्मत का कार्य जारी रहे। वर्षा के पहले कमजोर हुई पुलियायों की मरम्मत के कार्य पूर्ण कर लिये जायें। नयी सड़कों के कार्यों की काग़जी कार्रवाई वर्षा ऋतु में पूरी कर ली जाये। विकास के कार्यों के लिये गौण खनिजों की लीज देने में देरी नहीं की जाये।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने फीडर सेपरेशन की समीक्षा करते हुए कार्य में तेजी लाने तथा समय-सीमा में पूर्ण करने को कहा। उन्होंने कहा कि इस कार्य में मैदानी स्तर पर आने वाली बाधाओं को दूर करने के लिये कमिश्नर बैठक लें।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्वास्थ्य विभाग से संबंधित मुद्दों की समीक्षा करते हुए निर्देश दिये कि वर्षा ऋतु के पहले सभी आंतरिक क्षेत्रों में दवाइयों का भण्डारण कर लिया जाये। उन्होंने दीनदयाल अंत्योदय उपचार योजना का लाभ अधिक से अधिक लोगों को दिलाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि गंभीर रोगों के इलाज के लिये धन की कमी नहीं आने दी जायेगी। श्री चौहान ने टीकाकरण पर विशेष जोर दिया और कहा कि इसके शत-प्रतिशत लक्ष्य की पूर्ति से बाल मृत्यु दर को रोकने में मदद मिलेगी। उन्होंने राज्य बीमारी सहायता निधि और मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजना के क्रियान्वयन की सतत् मानीटरिंग करने को कहा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हरियाली महोत्सव में अधिक से अधिक टिकाऊ पेड़ लगवायें, इसमें संख्या पर नहीं गुणवत्ता पर अधिक ध्यान दें। बाद में इस अभियान का इम्पेक्ट एसेसमेंट करवाया जायेगा। उन्होंने कहा कि नर्मदा नदी के उद्गम स्थल अमरकंटक से नर्मदा को प्रदूषणमुक्त करने का अभियान शुरू किया जायेगा। उन्होंने अभियान की तैयारी शुरू करने के निर्देश दिये। अमरकंटक में समाज और सरकार के सहयोग से माँ नर्मदा का भव्य मंदिर बनाया जायेगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सभी संभाग के पुलिस महानिरीक्षक से कानून-व्यवस्था की जानकारी ली। उन्होंने निर्देश दिये कि सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिये व्यापक योजना बनायी जाये। क्षेत्र में पुलिस बल की उपस्थिति दिखायी दे। मुख्यमंत्री ने अपहरण संबंधी प्रकरणों में तेजी से तथा प्रभावी कार्रवाई करने पर जोर दिया। बैठक में संबंधित विभागों के प्रमुख सचिव मौजूद थे।
खण्डवा जिला कर सकता है तो, दूसरे क्यों नहीं
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के दौरान खण्डवा जिले की प्रशंसा करते हुए कहा कि वहाँ पर उप स्वास्थ्य केन्द्रों में बहुत अच्छी व्यवस्थाएँ की गयी हैं। जिले में पंचायत भवन अच्छी गुणवत्ता के बनाये गये हैं। पंचायत भवनों से वीडियो कान्फ्रेंसिंग की व्यवस्था भी की गयी है। खण्डवा जिले में गेहूँ उपार्जन की बेहतर व्यवस्थाएँ की गयी थीं। उन्होंने कहा कि जब खण्डवा जिले में इस तरह के काम हो सकते हैं, तो अन्य जिलों में भी हो सकते हैं।