पूंजी निवेशकों को किसी भी प्रकार की समस्या नहीं आने दी जाएगी
जिला स्तरीय निवेश संवर्धन साधिकार समिति की बैठक संपन्न
रतलाम 24मार्च(इ खबरटुडे) । कलेक्टर डा.संजय गोयल ने आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित जिला स्तरीय निवेश संवर्धन साधिकार समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपस्थित निवेशकों को आश्वस्त किया कि नवीन औद्योगिक इकाईयों की स्थापना में किसी भी प्रकार की कोई समस्या नहीं आने दी जाएगी।उन्होंने समिति के संबंधित शासकीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि आगामी बैठक के पूर्व प्रस्तावित इकाईयों के निवेशको की समस्याओं को अनिवार्य रूप से निराकृत कर दिया जाए।बैठक में प्रस्तावित नवीन इकाईयों की स्थापना पर समिति व्दारा सैद्धान्तिक स्वीकृति प्रदान की गई। बैठक में गोल्ड काम्पलेक्स,नमकीन क्लस्टर, अलकोहल प्लांट की भूमि पर नवीन औद्योगिक क्षेत्र की स्थापना, ग्राम बांगरोद में नवीन औद्योगिक क्षेत्र की स्थापना एवं औद्योगिक क्षेत्र रतलाम में सडक, बिजली व पानी की समस्या पर भी चर्चा की गई।
15 नवीन इकाईयां स्थापित होगी
समिति व्दारा जिले में 15नवीन औद्योगिक इकाईयों के प्रस्ताव पर सहमति व्यक्त की गई।इसके साथ ही साथ औद्योगिक इकाईयों के विस्तार का भी निर्णय लिया गया।उक्त इकाईयों की प्रस्तावित पूंजी निवेश 3040.11लाख रूपए होगा तथा इससे 515रोजगार सृजित होंगे।नवीन इकाईयों में पीवीसी पाईप, चना दाल व बेसन,एलडीपी पाईप,रेडीमेड वस्त्र,ब्लाक और सीमेंट पोल निर्माण,पेपर प्लेट्स और दोना निर्माण,स्टील फर्नीचर, बर्फ, अगरबत्ती,वाटरप्रुफ डोम, फेब्रिकेशन,फ्लायएसब्रिस्क निर्माण की इकाईयां स्थापित होगी।
उद्योग विभाग को सतत मानीटरिंग के निर्देश
कलेक्टर डा.गोयल ने जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र महाप्रबंधक को निर्देशित किया कि जिले में पूंजी निवेश को बढावा देने हेतु स्थापित की जानेवाली नवीन औद्योगिक इकाईयों को संस्थागत एवं अधोसंरचनात्मक आवश्यकताओं की पूर्ति संबंधित प्रकरणों की सतत मानीटरिंग की जाए।उन्होंने कहाकि इकाईयों हेतु आवश्यक नल कनेक्शन,बिजली कनेक्शन,डायवर्सन संबंधी अनुमति निर्माण संबंधी अनुमति,अनुदान,मार्जिन मनी,प्रवेशकर इत्यादि में आनेवाली दिक्कतों का संबंधित विभागों से अविलम्ब निराकरण करवाया जाए।बैठक में डा.गोयल व्दारा कहा गया कि जिले में किसी भी निवेशक को कोई समस्या नहीं आने दी जाएगी।
अगली बैठक के पूर्व निवेशकों को पत्र भेजे जाएंगे
डा.गोयल ने महाप्रबंधक को निर्देशित किया कि समिति की बैठकों का नियमित रूप से प्रत्येक त्रैमास में आयोजन किया जाना सुनिश्चित करें।उन्होंने अगली बैठक के पूर्व समस्त पूंजी निवेशकों को उद्योगों की इकाईयों की स्थापना एवं संचालन में आने वाली दिक्कतों से अवगत होने के लिए पत्र भेजे जाने के निर्देश दिए। डा.गोयल ने कहा कि निवेशको व्दारा यदि इस प्रकार की समस्याओं का उल्लेख किया जाएगा तो उन्हें संबंधित बैठक के पूर्व ही उनका निराकरण किया जाएगा। प्रत्येक त्रैमास में बैठक कराए जाने की जिम्मेदारी जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक की होगी।
औद्योगिक क्षेत्र में पानी एवं बिजली आपूर्ति संबंधी निर्णय 48 घंटे में लिया जाए
डा.गोयल ने औद्योगिक क्षेत्र को पानी आपूर्ति किए जाने संबंधी निर्णय 48 घंटे में लेने के निर्देश नगर निगम को दिए है।उन्होंने स्पष्ट किया कि लिए गए निर्णय की लिखित जानकारी जिला उद्योग संघ के पदाधिकारियों को दी जाए।औद्योगिक क्षेत्र में पानी के कनेक्शन देने पर समिति ने सैद्धांतिक स्वीकृति प्रदान की।समिति ने सर्वानुमति से निर्णय लिया कि औद्योगिक इकाईयों व्दारा नगरनिगम को नियमानुसार आवश्यक कर देने की शर्त पर नगरनिगम उन्हें पानी के कनेक्शन उपलब्ध कराए जाने हेतु तत्काल सहमति प्रदान करेगा।उन्होंने औद्योगिक क्षेत्र के सार्वजनिक स्थलों एवं आमव्यक्ति के आवाजाही के रास्तों पर स्ट्रीट लाईटों को दुरूस्त किए जाने संबंधी निर्णय की लिखित प्रति जिला उद्योग संघ को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
आयुक्त उद्योग एवं संचालक नगर तथा ग्राम निवेश को पत्र भेजे जाएंगे
बैठक में कलेक्टर डा.संजय गोयल ने जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक से जानना चाहा कि वे औद्योगिक क्षेत्र में बगैर नक्शों के भूमि का आबंटन किस प्रकार कर रहे है।महाप्रबंधक व्दारा बताया गया कि इकाईयों को आबंटित की जाने वाली जमीनों के नक्शें ढूंढे जा रहे है।डा.गोयल ने निर्देशित किया कि इस हेतु आयुक्त उद्योग एवं संचालक नगर तथा ग्राम निवेश को उनकी ओर से शीघ्र पत्र प्रेषित किए जाएं ताकि समस्या का यथाशीघ्र निराकरण हो सके।
पूर्व में आबंटित भूमि का सत्यापन कराएं
बैठक में कलेक्टर डा.गोयल ने पूर्व में आबंटित ऐसी भूमियों जहां पर किसी प्रकार का निर्माण नहीं हुआ हो अथवा निर्माण होने के बाद उत्पादन नहीं हो रहा है ऐसी भूमियों के सत्यापन कराने के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा कि औद्योगिक क्षेत्र में खाली पडी भूमियों का भी सत्यापन कराया जाए। डा.गोयल ने कहा कि महाप्रबंधक को औद्योगिक क्षेत्र में आबंटित भूमियों के संबंध में चल रहे न्यायालयीन प्रकरणों को सूचीबद्ध करने और उनके निर्णय शासन के पक्ष में कराए जाने के पुख्ता कार्यवाही करने के निर्देश दिए है।
बैक संबंधी समस्याओ का निराकरण एलडीएम कराएं
डा.गोयल ने लीड बैंक मैनेजर को हिदायत दी कि जिले में औद्योगिक इकाईयों के पूंजी निवेशको को आनेवाली बैंकिंग समस्याओं का निराकरण अविलम्ब करवाया जाना सुनिश्चित करें।उन्होंने स्पष्ट किया कि बैंक रिजर्व बैंक आफ इण्डिया के मानको के अनुसार ही निवेशको से आवश्यक दस्तावेज निवेशकों से मांगे अनावश्यक दस्तावेज नहीं मांगे।
रिक्त भूमि नीलामी के व्दारा आबंटित की जाए
औद्योगिक क्षेत्र में रिक्त शेष भूमि या प्लाटो को नीलामी के व्दारा आंबटित किया जा सकेगा। इस बाबत समिति में सर्वानुमति से निर्णय लिया गया।