अतिआत्मविश्वास और किरण बेदी की वजह से हुई करारी हार
भाजपा संसदीय बोर्ड के सदस्य केन्द्रीय मंत्री थावरचंद गेहलोत की प्रेस वार्ता
रतलाम,17 फरवरी (इ खबरटुडे)। भाजपा संसदीय बोर्ड के सदस्य व केन्द्रीय सामाजिक न्याय मंत्री थावरचंद गेहलोत ने आज यहां कहा कि दिल्ली चुनाव में भाजपा की करारी हार का कारण पार्टी का अतिआत्मविश्वास और मुख्यमंत्री के रुप में किरण बेदी का चयन था। किरण बेदी का चयन पार्टी ने सामूहिक रुप से किया था,इसलिए हार की जिम्मेदारी भी सामूहिक है। पार्टी अध्यक्ष अमित शाह और नरेन्द्र मोदी को इसके लिए जिम्मेदार नहीं माना जा सकता। बिहार विधानसभा चुनाव में भाजपा निश्चित तौर पर जीतेगी।
श्री गेहलोत आज दोपहर स्थानीय सर्किट हाउस पर पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे। दिल्ली विधानसभा में हुई करारी हार के प्रश्न पर बेबाकी से उत्तर देते हुए उन्होने कहा कि लोकसभा चुनाव और इसके बाद लगातार चार विधानसभा चुनावों में शानदार जीत के कारण निश्चित तौर पर पार्टी अति आत्मविश्वास की स्थिति में आ गई थी। जबकि आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता दुगुनी ताकत से घर घर जाकर मेहनत कर रहे थे। उन्होने मतदाताओं को काफी भ्रमित किया। भाजपा के कार्यकर्ताओं ने मेहनत भी कम की।
श्री गेहलोत ने कहा कि जनधन योजना और गैस सबसिडी के सीधे बैंक खाते में जमा कराने की योजना का आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने गलत ढंग से प्रचारित किया,जिससे मतदाता भ्रमित हुए।
उन्होने स्वीकार किया कि हार के कारणों में किरण बेदी का चयन भी एक कारण था। श्री गेहलोत ने कहा कि किरण बेदी की पुलिस में सख्त छबि थी। उनकी सख्त छबि के कारण शासकीय कर्मचारियों में उनकी नकारात्मक छबि बनाई गई। श्री गेहलोत ने कहा कि किरण बेदी का चयन संसदीय बोर्ड ने सामूहिक रुप से किया था। इसके लिए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता। हार की जिम्मेदारी भी सामूहिक है। उन्होने कहा कि दिल्ली के नतीजे चाहे जो रहे,भाजपा के मत प्रतिशत में कोई खास गिरावट नहीं आई और भाजपा को पहले की तुलना में दो लाख मत अधिक मिले। इसका तात्पर्य यह है कि भाजपा का जनाधार बरकरार है।
श्री गेहलोत ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव पर दिल्ली के नतीजों का कोई खास असर नहीं पडेगा। बल्कि दिल्ली में पराजय के कारण अब पार्टी कार्यकर्ता अति आत्मविश्वास की बजाय यथार्थ में कडी मेहनत करेंगे। उन्होने कहा कि दिल्ली में तो भाजपा के खिलाफ सभी दल आआपा के पीछे लामबन्द हो गए थे और मतों का ध्रुवीकरण हो गया था। लेकिन बिहार की स्थिति अलग है। बिहार में भाजपा विरोधी मत बंटे हुए है और अब कार्यकर्ता और पार्टी अधिक सतर्कता से काम करेगी।
जम्मू काश्मीर के सन्दर्भ में पूछे गए प्रश्नों के उत्तर में उन्होने संकेत दिए कि पीडीपी के साथ सरकार बनाने के लिए भाजपा धारा 370 जैसे मुद्दे को कुछ समय के लिए छोड सकती है। उन्होने कहा कि अटल जी की एनडीए सरकार के समय भी गठबन्धन की सरकार चलाने के लिए राम जन्मभूमि और धारा 370 जैसे कुछ मुद्दों को कुछ समय के लिए छोडा गया था। उन्होने कहा कि पीडीपी से बातचीत जारी है और पूरी उम्मीद है कि सरकार बन जाएगी। रामजन्मभूमि के मुद्दे पर श्री गेहलोत ने कहा कि केन्द्र सरकार अयोध्या में राम जन्मभूमि मन्दिर बनाने के लिए समन्वयकारी प्रयास करेगी।
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह द्वारा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह पर लगाए गए व्यापम घोटाले के आरोप पर श्री गेहलोत ने कहा कि दिग्विजय सिंह की बातों को उनकी पार्टी के लोग भी गंभीरता से नहीं लेते है। उन्होने कहा कि शिवराज सिंह पर लगाए गए आरोप पूरी तरह असत्य और निराधार है। हाई कोर्ट की निगरानी में इस घोटाले की निष्पक्ष जांच चल रही है। इस जांच से सारी सच्चाई सामने आ जाएगी। इसमें सीबीआई जांच की भी कोई जरुरत नहीं है।