Train accident : बच्चे को प्लेटफार्म पर फेंक महिला चलती ट्रेन से कूदी, आरक्षक ने बचाया, पति गया था ट्रेन की टिकट लेने
उज्जैन,14 मई(इ खबर टुडे)/ब्रजेश परमार। शनिवार को उज्जैन रेलवे स्टेशन पर चलती ट्रेन से एक महिला ने एक के बाद एक दो बच्चों को प्लेटफार्म पर फेंक दिया और उसके बाद महिला खूद चलती ट्रेन से कुद गई। महिला कुदने के दौरान संतुलन खोकर ट्रेन एवं प्लेटफार्म के बीच चली गई थी कि जीआरपी के आरक्षक ने उसे बाहर खींचकर बचा लिया अन्यथा महिला की जान जा सकती थी। आरक्षक की सूझबूझ और इस काम की तारीफ की जा रही है।
उज्जैन के रेलवे स्टेशन प्लेटफार्म क्रमांक -1 पर हादसा टल गया । हादसा उज्जैन जीआरपी पुलिस के आरक्षक महेश कुशवाह की सूझबूझ से टला है। घटना सुबह करीब 6:30 से 7:00 के बीच की सामने आई है। उज्जैन की रहने वाली महिला अपने पति और दो बच्चों के साथ सीहोर जा रही थी। महिला को जयपुर भोपाल ट्रेन से सीहोर जाना था।
महिला का पति ट्रेन की टिकट लेने टिकट काउंटर पर गया था। इसी दौरान रेलवे स्टेशन प्लेटफार्म क्रमांक -1 पर जयपुर – नागपुर ट्रेन आई। महिला गलती से इस ट्रेन में बैठ गई। ट्रेन चल दी ट्रेन के अंदर यात्रियों ने महिला को बताया कि वह गलत ट्रेन में बैठ गई है तो हडबडाहट में महिला ने पहले तो अपने दो बच्चों को एक-एक कर प्लेटफार्म पर सामान के साथ फेक दिया और उसके बाद खूद चलती ट्रेन से प्लेटफार्म पर कूद पडी।
पूरी घटना को देख रहे पास ही मौजूद जीआरपी आरक्षक महेश कुशवाह ने पहले तो बच्चों को संभाल लिया,जैसे ही आरक्षक ने महिला को प्लेटफार्म व ट्रेन के बीच में पटरी की ओर गिरते देखा तो दौड़कर महिला का हाथ पकडा और बाहर प्लेटफार्म पर खींच लिया। आरक्षक के इस साहसिक कार्य का विडियो सोश्यल मिडिया पर वायरल होने पर उसकी तारीफ की जा रही है।
स्टेशन प्रबंधक मुकेश जैन के अनुसार आरक्षक के साहसिक कार्य को लेकर प्रशंसा पत्र के साथ ही मेन आफ द मंथ के लिए अनुशंसा मंडल रेल प्रबंधक एवं महाप्रबंधक पश्चिम रेलवे को की जा रही है।वहीं से निर्णय होगा।पश्चिम रेलवे में अभी मेन आफ द मंथ की योजना इस तरह के कार्य करने वाले कर्मचारियों के लिए चल रही है।पूरे पश्चिम रेलवे से उसमें नाम जाते हैं।आरक्षक ने बहुत ही बेहतर कार्य किया है।