October 12, 2024

Ratlam news: कलेक्टर पहुंचे पिपलोदा, बैठक आयोजित की, जन समस्या निवारण भी किया, विधायक डॉ. राजेंद्र पांडेय ने भी समन्वय से कार्य करने की बात कही

रतलाम,9फरवरी(इ खबर टुडे)। जिले के मैदानी क्षेत्रों में प्रशासनिक कार्यशैली में कसावट लाने के लिए कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम द्वारा जनपद स्तरीय बैठकों का सिलसिला आरंभ कर दिया गया है। बुधवार को कलेक्टर पिपलोदा पहुंचे, वहां विधायक डॉ. राजेंद्र पांडेय भी मौजूद थे। इस दौरान विकासखंड स्तरीय अधिकारियों की बैठक आयोजित की गई, जनसमस्या निवारण भी किया गया। विशेष रुप से पटवारियों और पंचायत सचिवों को बुलाया जाकर कलेक्टर ने ग्रामीण क्षेत्रों में शासकीय योजनाओं कार्यक्रमों की प्रगति का आकलन किया।

इस दौरान एसडीएम जावरा हिमांशु प्रजापति, सीईओ जिला पंचायत श्रीमती जमुना भिड़े, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी के कार्यपालन यंत्री श्री पी.के. गोगादे, कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास रजनीश सिन्हा, उप संचालक कृषि वी.के. चौरसिया, उपसंचालक उद्यानिकी पी.एस. कनेल, सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर नानावरे, जनपद पंचायत सीईओ सुश्री अल्फिया खान, तहसीलदार सुश्री अश्विनी गोहिया, कालूखेड़ा की तहसीलदार सुश्री चंदन तिवारी आदि उपस्थित थे।

बैठक में वैक्सीनेशन में कमी, निर्माण कार्यों की गुणवत्ता, पटवारी तथा ग्राम पंचायत के सचिवों के खराब परफारमेंस व शालाओं में शिक्षकों की पर्याप्त उपस्थिति व शिक्षण को लेकर नाराजगी व्यक्त की गई। विभागवार की गई समीक्षा में स्‍वास्‍थ्‍य, शिक्षा, महिला एवं बाल विकास, कृषि व लोक स्‍वास्‍थ्‍य यांत्रिकी विभाग की विभिन्न योजनाओं की समीक्षा में मातृ व शिशु दर व वै‍क्सीनेशन की कमी को लेकर विभागीय अधिकारियों से चर्चा की तथा शालाओं में शिक्षकों की समय पर उपस्थिति के साथ ही शिक्षण की गुणवत्ता के संबंध में सवाल किए। बैठक के दूसरे चरण में राजस्व, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की समीक्षा के दौरान गत 3 वर्षों के दौरान मनरेगा तथा विभिन्न योजनाओं के तहत जनपद क्षेत्र में हुए निर्माण कार्यों के स्तर पर नाराजगी व्यक्त करते हुए उपयंत्रियों को कलस्टर मुख्यांलय पर रहने के निर्देश दिए।

विभागों के कामकाज की जमीनी हकीकत जानने के लिए कलेक्टर कुमार पुरूषोत्तम एवं विधायक डॉ. राजेन्द्र पांडे बुधवार को तहसील एवं जिला स्तर के अधिकारियों के साथ रूबरू हुए। विभागवार समीक्षा कर छोटे-से-छोटे ग्रामीण स्‍तर पर चल रहे कार्यों व शासन की कल्याण योजनाओं की स्थिति को परखा। कलेक्टर ने स्‍वास्‍थ्‍य विभाग के अधिकारियों से कहा कि जिलेभर में मात्र पिपलौदा के कारण 15 से 17 वर्ष के बच्चों तथा बुस्टर डोज़ के वैक्सीनेशन में जिले का स्तर खराब हो रहा है। इसके लिए त्वरित प्रयासों की आवश्‍यकता है। शालाओं में शिक्षकों द्वारा समय पर गुणवत्तापूर्ण शिक्षण नहीं किया जा रहा है, इसके लिए विभागीय अधिकारी लगातार निरीक्षण कर काम नहीं करने वाले कर्मचारियों की सीधी रिपोर्टिंग जिला पंचायत सीईओ व कलेक्टर को करें। शाला त्यागी व अप्रवेशी बच्चों की जानकारी विभागीय अधिकारियों को नहीं होने पर विधायक डॉ.पांडे ने भी असंतोष व्यक्त किया। विगत 3 वर्षों में मनरेगा सहित विभिन्नो योजनाओं में निर्माण कार्यों की गुणवत्ता को लेकर जनपद पंचायत की सीईओ अ‍लफिया खान से जानकारी चाही तथा निर्देशित किया कि मार्च अंत तक सभी निर्माण कार्य पूर्ण करवाकर इंजीनियर तथा पंचायतवार प्रजेन्टेंशन प्रस्तुत करने पर ही इंजीनियरों की संविदा को आगे बढ़ाया जाएगा। कार्य में कमी तथा गुणवत्ताविहीन होने पर सेवाएं निरंतर नहीं की जाएगी।

कलेक्टर ने कहा कि पटवारी तथा पंचायत सचिव ऐसी युनिट है, जो ग्राम स्‍तर पर आम आदमी से सीधे जुड़े हुए हैं। पटवारी तथा सचिवों पर विश्वास है कि बिना किसी भेदभाव के सभी के कामों को करते हैं। वह गांव में शासन की सुविधा प्रदान करने के साथ ही विकास को गति प्रदान करते है। आप सभी शासकीय सेवक है और समय पर जनसामान्य के कार्य कर दें, उन्हें संतोषप्रद उत्तर दें दे तो निश्चित ही विभाग व ग्राम की उन्नाति में उनका योगदान होने के साथ सामान्य नागरिक का शासन-प्रशासन में विश्वास बढ़ता है। अगले माह की समीक्षा बैठक में पंचायतवार सचिव व पटवारी को 5 मिनट में अपनी जिम्मेदारी तथा उसके लिए किए गए प्रयासों व कमी की जानकारी देना होगी। इसी परफारमेंस के आधार पर रेटिंग की जाएगी।

विधायक डॉ. राजेन्द्र पांडे ने कहा कि शासन के सभी अंगों को मिल-जुलकर समन्वय से कार्य करना चाहिए तभी कल्याणकारी योजनाओं का क्रियान्वयन समय पर हो सकता है। उन्होंने कहा कि वे अनियमित कार्यों के पक्षधर नहीं है तथा अधिकारी कर्मचारियों से अपेक्षा है कि योजना क्रियान्वयन समय पर हो, जिससे शासन-प्रशासन की छवि बेहतर होगी। वे शाला त्यागी बच्चों की जानकारी नहीं होने तथा विद्यालयों की मॉनिटरिंग उचित प्रकार से नहीं होने पर नाराज दिखे।उन्होंने विद्यालय तथा आंगनवाड़ी में पेयजल व्यवस्था , आदिवासी क्षेत्रों में राशन दुकान समय पर नहीं खुलने, ग्राम पंचायतों में अधिकांश निर्माण कार्य अधूरे होने, राजस्व मामलों के निराकरण में देरी पर भी असंतोष व्यक्त किया।

बैठक में कलेक्टर पुरुषोत्तम द्वारा विकासखंड स्तरीय अधिकारियों से चर्चा कर जायजा लिया गया कि वे अपने अधीनस्थ मैदानी अमले की मानिटरिंग कर रहे हैं अथवा नहीं। विकासखंड शिक्षा अधिकारी से स्कूलों के कितने निरीक्षण किए गए की जानकारी ली गई। सीडीपीओ से आंगनवाड़ियों के निरीक्षण का पूछा गया। तहसीलदार से उचित मूल्य दुकानों के निरीक्षण के साथ ही राजस्व प्रकरणों में मौका निरीक्षण की जानकारी ली गई। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की एसडीओ से आंगनवाड़ियों तथा स्कूलों में नल से जल उपलब्धता की जानकारी प्राप्त की गई।

मार्च तक अधूरे काम पूरे नहीं किए तो कांट्रैक्ट का नवीनीकरण नहीं होगा
बैठक में कलेक्टर पुरुषोत्तम ने जनपद पंचायत क्षेत्रों में कार्यरत उपयंत्रियों के कार्यों की समीक्षा की। ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के तहत कांट्रैक्ट बेस पर कार्यरत उपयंत्रीगण को कलेक्टर ने चेतावनी दी कि यदि उनके दायित्व में आने वाले ग्रामीण विकास कार्यों को आगामी मार्च तक पूर्ण नहीं किया गया तो उपयंत्रियों के कॉन्ट्रैक्ट का नवीनीकरण नहीं किया जाएगा। इसके साथ ही उपयंत्रियों को अपने क्लस्टर लेवल मुख्यालय पर निवास करना होगा। समीक्षा में पाया गया कि अधिकांश उपयंत्री जावरा में निवासरत है।

मात्र पत्रक भरने तक सीमित नहीं रहे
कलेक्टर ने मैदानी अधिकारियों को निर्देशित किया कि वह मात्र पत्रक भरने तक ही सीमित नहीं रहे, अपितु मैदानी क्षेत्रों में उनकी उपस्थिति नजर आना चाहिए। प्रशासनिक कार्यशैली कसावट भरी रहे। आम जनता के काम हो, शिक्षक समय पर स्कूल पहुंचे। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता अपना कार्य ठीक से करें। स्वास्थ्य कार्यकर्ता आमजन के स्वास्थ्य की देखभाल में सतत सक्रिय रहे। उचित मूल्य दुकान पर राशन की गड़बड़ी नहीं हो। विकासखंड स्तरीय अधिकारी निरीक्षण करें और समस्त बिंदुओं पर गंभीरता से अपने दायित्वों का निर्वहन करें।

डीपीसी बुधवार गुरुवार को फील्ड में ही नजर आए
कलेक्टर श्री कुमार पुरुषोत्तम ने बैठक में जिला परियोजना समन्वयक मोहनलाल शास्त्री को निर्देशित किया कि वे सप्ताह के प्रत्येक बुधवार गुरुवार को फील्ड में ही नजर आए, वे मुख्यालय पर नहीं दिखे। विकासखंड शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया कि विद्यालयों में शिक्षकों कि पूरे समय उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए जो भी संभव कदम हो उठाएं जाएं। विधायक पांडे ने भी इस संबंध में शिक्षकों की पूर्ण उपस्थिति पर जोर दिया। कलेक्टर ने गर्भवती महिलाओं के हेल्थ चेकअप, एनीमिया से मुक्ति के लिए स्वास्थ्य जांच के साथ पोषण व्यवस्था के निर्देश दिए। विधायक डॉक्टर पांडेय ने अधिकारियों को अपनी निर्धारित जिम्मेदारी पूरा करने के लिए निर्देशित किया जिसमें मैदानी अमले की मानिटरिंग सबसे महत्वपूर्ण है।

शिकायतें प्राप्त होती है इसलिए कैंप लगाया
इस दौरान कलेक्टर पुरुषोत्तम ने पिपलोदा क्षेत्र के पटवारियों तथा पंचायत सचिवों की विशेष रुप से बैठक आयोजित की। कलेक्टर ने कहा कि पिपलोदा क्षेत्र से राजस्व संबंधी सबसे ज्यादा शिकायतें जिले को प्राप्त होती है इसलिए यहां कैंप आयोजित किया गया है। कलेक्टर ने पटवारियों को मुख्यमंत्री भू अधिकार आवासीय योजना के बारे में समझाईश दी और जो भी आवासहीन व्यक्ति हैं उनको योजना का लाभ देने के निर्देश दिए। इसके अलावा निर्माण कार्यों की गुणवत्ता समय सीमा में कार्यों का निपटान, सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजनाओं के लाभ संबंधी निर्देश दिए।

विधायक पांडेय ने पटवारियों ग्राम रोजगार सहायक को पंचायत सचिवों के साथ-साथ उपयंत्रियों की कार्यों में समन्वित भागीदारी तय करने पर जोर दिया। कलेक्टर ने कहा कि विकासखंड क्षेत्र में मैदानी अमला ठीक से कार्य नहीं कर रहा है, सुधार की बड़ी आवश्यकता है। मैदानी क्षेत्र के कार्यों में गुणवत्ता परिलक्षित होना चाहिए। जिले में विभिन्न माफियाओं के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जा रही है और यदि कोई अधिकारी कर्मचारी शासकीय धन में अनियमितता करता है अथवा दुरुपयोग करता है तो यह भी एक प्रकार से माफियागिरी है जिससे सख्ती से निपटा जाएगा।

कलेक्टर ने पटवारियों से कहा कि वे अपनी उपयोगिता को बनाए रखें, शासकीय सेवा आमजन के कल्याण के लिए सशक्त माध्यम है। इसके साथ ही कलेक्टर ने पंचायत सचिवों को निर्देशित किया कि वे अपने जनपद सीईओ, तहसीलदार के नालेज में लाए बगैर किन्ही निर्माण कार्यों खासतौर पर होटल आदि के निर्माण की अनुमति कतई नहीं जारी करें।

जनसुनवाई भी की गई
इस दौरान विधायक डा. पांडेय, कलेक्टर पुरुषोत्तम ने जनपद पंचायत में जनसुनवाई भी की। आवेदकों से आवेदन लेकर उनके निराकरण के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। अधिकांश आवेदनों में निराकरण की समय सीमा तय की गई।

आगामी बुधवार को बाजना में बैठक तथा जनसुनवाई
पिपलोदा के पश्चात कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम द्वारा आने वाले बुधवार को जिले के बाजना में विकासखंड स्तरीय अधिकारियों की बैठक आयोजित की जाएगी तथा जनसुनवाई होगी।

उज्जैन संभाग आयुक्त ने जावरा में एसडीएम, तहसील कार्यालय का निरीक्षण किया
उज्जैन संभाग आयुक्त श्री संदीप यादव ने बुधवार को जिले के जावरा आकर स्थानीय एसडीएम कार्यालय तथा तहसील कार्यालय का निरीक्षण किया। संभागायुक्त ने कार्यालयों की विभिन्न शाखाओं में पहुंचकर दायित्वों के निर्वहन का जायजा लिया। इस दौरान कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम, पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी, एसडीएम हिमांशु प्रजापति, तहसीलदार जावरा मृगेंद्रसिंह सिसोदिया उपस्थित थे। संभागायुक्त ने पंजी राजस्व प्रकरणों का निराकरण की जानकारी प्राप्त की, आवश्यक दिशा निर्देश दिए।

स्व-सहायता समूह बैंक संयोजन कार्यक्रम के तहत हितधारकों की बैठक
नाबार्ड द्वारा स्व-सहायता समूह बैंक संयोजन कार्यक्रम के तहत हितधारकों की बैठक का आयोजन 09 फरवरी जिला पंचायत सभाकक्ष में किया गया। बैठक में नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक एस.के. तिवारी क्षेत्रीय प्रबंधक, मध्य प्रदेश ग्रामीण बैंक, डॉ. मनोज शर्मा उप संचालक पशुपालन विभाग, श्यामलाल चारेल सहायक संचालक, उद्यानिकी विभाग, हिमांशु शुक्ला जिला परियोजना अधिकारी आजीविका मिशन, भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा प्रायोजित वित्तीय साक्षरता केन्द्रों की क्रियान्वयन संस्था स्वाधार फाइनेंशियल सर्विसेज और नाबार्ड के सहयोगी गैर सरकारी संगठनों ने बैठक में भागीदारी की।

जिला विकास प्रबंधक नाबार्ड झाबुआ के नितिन अलोने ने बताया कि बैठक में सभी संस्थाओ ने स्वहायता समूहों के विकास और बैंक संयोजन हेतु किये जा रहे प्रयासों की जानकारी दी और लक्ष्यों की प्राप्ति हेतु चर्चा की। सभी ने कार्यक्रम के विषय वस्तु, संचालन और उपयोगिता की प्रशंसा की और इस तरह की बैठक नियमित रूप से आयोजित करने का नाबार्ड को आग्रह किया। बैठक में नाबार्ड के ई शक्ति पोर्टल और आजीविका मिशन के बैंक लोन पोर्टल की तुलनात्मक जानकारी प्रदान की गई। अग्रणी बैंक प्रबंधक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया दिलीप सेठिया ने ई पोर्टल को बहुत उपयोगी बताते हुए सभी बैंकों को इसका प्रयोग करने का आव्हान किया।

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