Omicron Threat – कलेक्टर ने तीसरी लहर से निपटने के लिए तैयारियों का जायजा लिया,दूसरी लहर की तुलना में अब है पुख्ता तैयारी
रतलाम 22 दिसम्बर(इ खबर टुडे) । जिले में कोरोना के ओमीक्रोन वेरिएंट के खतरे के दृष्टिगत प्रशासन अलर्ट पर है। कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम द्वारा लगातार तैयारियों का जायजा लिया जा रहा है। बुधवार को कलेक्टर मेडिकल कॉलेज पहुंचे। तीसरी लहर से निबटने के लिए कलेक्टर ने बैठक लेते हुए मेडिकल कॉलेज की तैयारियों का जायजा लिया। मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. जितेंद्र गुप्ता ने प्रेजेंटेशन द्वारा तैयारियों से अवगत कराया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर प्रभाकर ननावरे ने भी जिले की स्वास्थ्य संस्थाओं में तीसरी लहर से निपटने की तैयारियों का प्रजेंटेशन दिया।
बताया गया कि दूसरी लहर की तुलना में इस बार जिले में कोरोना की तीसरी लहर से निपटने की पुख्ता तैयारी है। जो भी कमियां थी उनकी पूर्ति लगभग कर ली गई है। इनकी लगातार समीक्षा की जाती रहेगी। जिले में अब 4 ऑक्सीजन प्लांट है जिनमें दो जावरा, एक मेडिकल कॉलेज एवं एक जिला चिकित्सालय में है। सभी ऑक्सीजन प्लांट बढ़िया कंडीशन में है, उनकी मॉक ड्रिल भी कर ली गई है। मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन क्षमता वृद्धि के लिए दो टैंक अब उपलब्ध हैं। मेडिकल उपकरण, मेडिसिन स्टॉफ आदि सभी तैयारियां समय रहते कर ली गई है। बैठक में पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी, अपर कलेक्टर एम.एल. आर्य, सीईओ जिला पंचायत श्रीमती जमुना भिड़े, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. इंद्रजीत बाकलवार, सुनील पाटीदार, एसडीएम अभिषेक गहलोत, प्राइवेट नर्सिंग होम्स के डॉक्टर्स, पैरामेडिकल स्टाफ आदि उपस्थित थे।
कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने तीसरी लहर से निबटने के लिए बिंदुवार विस्तृत जानकारी प्राप्त की। कलेक्टर ने कहा कि पिछले दो बार के अनुभव को सामने रखते हुए तैयारी की जाना है कोई भी कमी नहीं रखी जाएगी। इसलिए सभी स्टेकहोल्डर्स को बैठक में बुलाया गया है। हमें अपने सिस्टम को अलर्ट मोड पर रखना है।
मेडिकल कॉलेज डीन डॉ. जितेंद्र गुप्ता ने कॉलेज की तैयारियों के संबंध में बताया कि मेडिकल कॉलेज पूरी तरह से तैयार है। सेकंड वेव में 550 बेड थे अब 654 बेड है। कॉलेज में 172 एचडीयू बेड है, अब 180 बेड है। आईसीयू की क्षमता 72 बेड है। पीडियाट्रिक आईसीयू बेड क्षमता 28 बेड की है। कुल 654 बेड है, इनमें 450 ऑक्सीजन बेड है। मेडिकल कॉलेज के पास 179 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर है। ऑक्सीजन कंसंट्रेटर के कारण शत-प्रतिशत बेड ऑक्सीजनयुक्त रहेंगे। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि उपकरणों एवं तैयारियों की मॉक ड्रिल करते रहे। कॉलेज डीन ने बताया कि ऑक्सीजन के मामले में 48 घंटे का बेकअप रहेगा। बताया गया कि प्रथम लहर में 96 प्रतिशत मरीज रिकवर किए गए थे, दूसरी लहर में 91 प्रतिशत मरीज रिकवर हुए। मेडिकल कॉलेज में स्टाफ पर्याप्त मात्रा में है, 307 नया नर्सिंग स्टाफ आया है। कुल 327 का नर्सिंग स्टाफ है और आवश्यकता यदि होगी तो राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन से अतिरिक्त स्टाफ मिल जाएगा।
मेडिकल कॉलेज में 76 वेंटीलेटर, 19 बायपेप मशीन, 176 बेड साइड मॉनिटर है। मेडिकल कॉलेज को अभी पीडियाट्रिक्स के लिए और वेंटिलेटर चाहिए। छोटे सिलेंडर की भी अतिरिक्त रूप से आवश्यकता है। अभी 30 सिलेंडर उपलब्ध है। कॉलेज को दो डायलिसिस यूनिट और चाहिए। एंबुलेंस अभी एक है परंतु लहर की स्थिति में चार या पांच एंबुलेंस की आवश्यकता हो सकती है। कलेक्टर ने मरीजों, उनके परिजनों और मेडिकल स्टाफ के लिए कैंटीन की व्यवस्था मेडिकल कॉलेज में ही से करने के निर्देश दिए, लॉन्ड्री व्यवस्था के लिए भी निर्देशित किया।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रभाकर ननावरे ने पूरे जिले में तैयारियों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जावरा के दोनों ऑक्सीजन प्लांट फंक्शनल है। जिला चिकित्सालय का ऑक्सीजन प्लांट और मेडिकल कॉलेज का ऑक्सीजन प्लांट भी बढ़िया स्थिति में है। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि जावरा के निर्माणाधीन मातृ शिशु अस्पताल में भी तीसरी लेने से निबटने की तैयारी रखें, वहां आलोट तक के मरीज कवर किए जा सकते हैं। डॉक्टर ननावरे ने बताया कि जिले में विभिन्न चिकित्सा संस्थाओं में 943 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध है। जिला चिकित्सालय में 7 वेंटिलेटर है जिनमें से छह चालू है। कलेक्टर ने सभी वेंटिलेटर चालू हालत में रखने के निर्देश दिए। बाई पेप मशीन 2 है। बताया गया कि आगामी 25 दिसंबर के आसपास मेडिकल कॉलेज तथा जिला चिकित्सालय के लिए सीटी स्कैन मशीनें उपलब्ध हो जाएगी। कोविड- केयर सेंटर अभी एक तैयार है जो रतलाम स्थित नवीन कन्या परिसर में बनाया गया है। कलेक्टर ने कि जिला चिकित्सालय में 1 वार्ड बनाने के निर्देश दिए। साथ ही मेडिकल कॉलेज में एक वार्ड संदेहास्पद मरीजों के लिए तैयार करने के निर्देश दिए।
बैठक में उपस्थित डॉक्टर जयंत सूभेदार द्वारा प्राइवेट अस्पतालों में कोरोना से निपटने की तैयारियों की जानकारी देते हुए बताया कि प्राइवेट में भी काफी हद तक तैयारियां कर ली गई है। कलेक्टर ने कांटेक्ट ट्रेसिंग पर जोर दिया। सीएमएचओ को निर्देश दिए कि जितने भी कार्यक्रम पब्लिक प्लेस पर कार्यक्रम हो रहे हैं वहां लगातार कांटेक्ट ट्रेसिंग की जाए। त्रिवेणी का मेला लगने वाला है वहां पर सघन कांटेक्ट ट्रेसिंग हो, सिनेमा हॉल अथवा खासतौर पर पूरे जिले के लोग जहां पर एकत्रित होते हैं वहां कांटेक्ट ट्रेसिंग की व्यवस्था की जाए, सैंपल लेते रहे। जिले के मेडिकल स्टाफ के लिए ट्रेनिंग माड्यूल तैयार करें और सतत ट्रेनिंग देते रहे मास्क पर सख्ती जारी रहेगी। एसडीएम अभिषेक गहलोत को निर्देशित किया कि रैपिड रिस्पांस टीम की बैठक लेकर उन्हें अपडेट करें। पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी ने भी आवश्यक दिशा निर्देश संबंधित अधिकारियों को बैठक में दिए।