PM Modi On Border : नौशेरा में बोले मोदी- जवान ही मेरा परिवार,आज शाम एक दीया आपकी वीरता, त्याग और तपस्या के नाम पर जलेगा
नौशेरा ,04 नवंबर (इ खबरटुडे)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जवानों के साथ दिवाली मनाने के लिए आज कश्मीर के नौशेरा पहुंचे । जवानों के साथ दिवाली मनाने के साथ ही प्रधानमंत्री राजोरी और नौशेरा सेक्टर में सैन्य तैयारियों का जायजा भी लिया । पिछले दो साल में प्रधानमंत्री राजोरी में दूसरी बार दिवाली मनाने पहुंचे हैं। इस मौके पर जवानो को सम्बोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि जवान ही मेरा परिवार है। आज मैं अपने परिवार के बीच आया हूं। आपके सामर्थ्य से देश में शांति और सुरक्षा है। आपके पराक्रम की वजह से हमारे पर्वों में चार चांद लग जाते हैं।
उन्होंने कहा,यहां की मिट्टी का स्पर्श करते ही एक अलग ही भाव मेरे मन में आया। यहां का इतिहास भारत की शौर्यगाथा बताता है। यहां का वर्तमान वीरता का सबूत है। नौशेरा ने हर युद्ध का, हर षड्यंत्र का माकूल जवाब दिया है।आजादी के बाद दुश्मनों ने इस पर कब्जा जमाने की कोशिश की। मुझे खुशी है कि नौशेरा के जांबाजों के शौर्य के चलते सभी साजिशें धरी की धरी रह गईं। भारतीय सेना की ताकत दुश्मन को पता है। मैं देश की रक्षा करने वाले जवानों को प्रणाम करता हूं।
सैन्य शक्ति को बढ़ाने के लिए हम प्रतिबद्ध, सेना में आना साधना
पीएम ने कहा कि सैन्य शक्ति को बढ़ाने के लिए हमने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। आज लद्दाख से लेकर जैसलमेर तक जहां सामान्य कनेक्टिविटी नहीं होती थी वहां अत्याधुनिक सुविधाएं हैं। नारी शक्ति को बढ़ाने के लिए हम सभी प्रयास कर रहे हैं। देश के अंदर और सरहद पर भी बेटियां मोर्चा संभाल रही हैं। सेना में शामिल होना किसी साधना से कम नहीं है।
सैन्य शक्ति को नई ताकत देना है
पहले ऐसा सोचा जाता था कि हमे सुरक्षा के लिए सब कुछ विदेश से ही लेना है। नतीजा ये होता था कि जरूरत के समय हथियार आपा-धापी में खरीदे जाते थे। हमने इस परिपाटी को बदला। अब हम देश के भीतर ही हथियार बनाएंगे और खरीदेंगे। देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए हम जुटे हुए हैं। आज हमारे देश में अर्जुन टैंक बन रहे हैं।
पीएम बोले- हमारे सामने नए संकल्प और लक्ष्य
इस आजादी के अमृत काल में हमारे सामने नए संकल्प और लक्ष्य हैं। आज का भारत अपनी शक्तियों और संसाधनों को लेकर मजबूत है।
सर्जिकल स्ट्राइक को यादकर पीएम ने कही ये बात
सर्जिकल स्ट्राइक में यहां की ब्रिगेड ने जो भूमिका निभाई, वह हर देशवासी को गौरव से भर देता है। मैंने उस दिन तय किया था कि सभी लोग सूर्यास्त से पहले लौट आएं। मैं उस दिन फोन पर ही लगा था और मेरे जवान उस दिन लौटकर सही सलामत आ गए। यहां अशांति फैलाने के कई प्रयास होते हैं और हो रहे हैं, लेकिन हर बार आतंकवाद को मुहंतोड़ जवाब मिलता है। मैं मानता हूं कि यह अपने आप में बड़ी प्रेरणा है। पांडवों ने अज्ञातवास के समय अपना कुछ समय इसी क्षेत्र में व्यतीत किया था। मैं यहां आकर अपने आप को आपकी ऊर्जा से जुड़ा महसूस कर रहा हूं।