October 13, 2024

कंगना रनौत ने आड़े हाथो लिया मान्यवर के कन्यादान वाले विज्ञापन को,आलिया भट्ट को सुनाई खरी खोटी,कहा-हिंदुओं का मजाक उड़ाना बंद करो

मुंबई,22सितंबर(इ खबर टुडे)।,क्लोथिंग ब्रांड मान्यवर द्वारा हाल ही में जारी कन्यादान वाले एक विज्ञापन को कंगना रनौत ने आड़े हाथो लिया है। इस विज्ञापन में आलिया भट्ट दुल्हन बानी है। कंगना ने आलिया और मोहे विज्ञापन पर तंज कसते हुए सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर की है। उन्होंने लिखा है-सभी ब्रैंड्स से विनम्र अनुरोध, चीजों को बेचने के लिए धर्म, माइनरिटी, मेजोरिटीज पॉलिटिक्स का इस्तेमाल न करें..। अलगाव बढ़ाने वाले ऐड के जरिए भोले-भाले कंज्यूमर के साथ छेड़छाड़ बंद करो।”

गौरतलब है कि इस ऐड में आलिया दुल्हन बनी हुई मंडप में बैठी हैं। और हिंदू संस्कृति में कन्यादान (जहां एक पिता अपनी बेटी को शादी में विदा करता है) की पुरानी परंपरा के बारे में बात कर रही हैं। वह कहती हैं कि कन्यादान के स्थान पर कन्यामान होना चाहिए।

इंस्टाग्राम पर एक लंबे नोट में कंगना लिखती हैं -“हम अक्सर एक शहीद के पिता को टीवी पर देखते हैं, जब वे सीमा पर एक बेटे को खो देते हैं, तो वे दहाड़ते हैं ‘चिंता मत करो, मेरा एक और बेटा है, उसका भी दान मैं इस धरती मां को दूंगा। कन्यादान हो या पुत्रदान (अंग्रेजी या उर्दू में इनके लिए शब्द नहीं हैं) जिस तरह से समाज इनका कांसेप्ट देखता है, त्याग इसकी कोर वैल्यू को दिखाता है।

जब वे दान के विचार को ही नीचा दिखाना शुरू कर दें… तब आप जान जाओ कि ये राम राज्य की स्थापना का समय है। जिस राजा ने अपना सब कुछ त्याग दिया, वह भी केवल एक तपस्वी (भिक्षु) का जीवन जीने के लिए। कृपया हिंदुओं और उनके रिवाजों का मज़ाक उड़ाना बंद करें। धरती और स्त्रियाँ दोनों ही शास्त्रों में माता के रूप में बताई गई हैं, उन्हें उर्वरता की देवी के रूप में पूजा जाता है। उन्हें अनमोल और अस्तित्व के स्रोत (शक्ति) के रूप में देखने में कुछ भी गलत नहीं है।”

धन नहीं, तुम्हारा दिमाग गन्दा है

कंगना ने एक और पोस्ट में लिखा है -“जब जीन पूल और ब्लड लाइन्स की बात आती है तो हिंदू धर्म बहुत संवेदनशील और वैज्ञानिक है। एक शादी में एक महिला अपने गोत्र और ब्लड लाइन्स को छोड़कर दूसरे जीन पूल और गोत्र में प्रवेश करती है। इसके लिए उसे न केवल अपने पिता की, बल्कि पूर्वजों की भी अनुमति की आवश्यकता होती है। जिनका खून उसकी नसों में बहता है। इस सुचारू परिवर्तन के लिए पिता उसे हर पक्ष से अनुमति देते हैं और उसे गोत्र से मुक्त करता है। लेकिन जाग्रत मंदबुद्धि इस जटिल विज्ञान को नहीं समझेंगे। बेहतर यही है कि ऐसे ऐड्स पर प्रतिबंध लगा दिया जाए और उन्हें बंद कर दिया जाए।”

“धन कोई गन्दा शब्द नहीं है। तुम्हरा दिमाग गन्दा है। धन कई अर्थों में इस्तेमाल किया जाता है जैसे राम रतन धन पायो, पुत्र धन और सौंदर्य और रूप के धनी होना, कुछ ऐसे शब्द हैं जो हमेशा उपयोग किये जाते हैं। कन्या धन और पराया धन का मतलब ये नहीं आप बेटी को बेच रहे हैं। ये एंटी हिन्दू प्रोपगेंडा बंद करो।”

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