Crime news:सरेंडर किया सतीश भाऊ और चिंटू ठाकुर ने,इंदौर गोलीकांड में शामिल थे दोनों
इंदौर,21 जुलाई(इ खबर टुडे)। दो दिन पहले शराब सिंडिकेट के ऑफिस में गांधीनगर दुकान को लेकर हुए विवाद के बाद शराब कारोबारी अर्जुन ठाकुर को गोली मारने वाले चिंटू ठकुर और कुख्यात बदमाश सतीश भाऊ ने बुधवार सुबह पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया। दोनों बदमाशों से क्राइम ब्रांच में पूछताछ की जा रही है घटना के बाद फरार हुए चिंटू, उसके भाई हेमू ठाकुर और सतीश भाऊ के रिश्तेदारों और गर्लफ्रेंड पर पुलिस ने शिकंजा कसते हुए उन्हें उठा लिया था।
विजय नगर थाना क्षेत्र में शराब ठेकेदारों के सिंडीकेट की बैठक के दौरान गोलीकांड हुआ था। जिसमें सिंडीकेट के सदस्य अर्जुन को पेट में गोल लगी थी। जो एक निजी अस्पताल में भर्ती हैं। गोलीकांड के बाद आरोपित फरार हो गए थे। इसके बाद से ही पुलिस आरोपितों की तलाश कर रही थी। एएसआइ सुरेश बुनकर ने अस्पताल में भर्ती अर्जुन के बयान लिए और शून्य पर कायमी की।
एफआइआर से रसूखदारों के नाम गायब, हेमू-चिंटू और भाऊ को बनाया आरोपित
अर्जुन ने अपने बयानों में गोलीकांड में पिंटू भाटिया, एके सिंह, छोटू दयाराम और अंशुमन अय्यर का नाम बताया लेकिन पुलिस ने हेमू, चिंटू और सतीश भाऊ को ही नामजद आरोपित बनाया, जबकि शेष को अन्य में शामिल कर लिया।
गांधीनगर शराब दुकान पर हुआ था विवाद
जानकारी के मुताबिक, विवाद की शुरुआत सोमवार सुबह गांधीनगर स्थित वाइन शाप से हुई थी। हेमू और चिंटू धार में शराब व्यवसाय कर रहे हैं और गांधीनगर व बाणगंगा क्षेत्र में शराब तस्करी करवाते हैं। रविवार को बाणगंगा थाना पुलिस ने 52 पेटी अवैध शराब के साथ नरेंद्र भट्टल, इंद्रजीतसिंह भट्टल को पकड़ा था। इसके बाद तनातनी बढ़ी और हेमू-चिंटू ने अर्जुन पर मुखबिरी का शक जाहिर किया। सुबह हेमू गुट गांधीनगर वाइन शाप पहुंचा और अर्जुन से कहा कि दुकान का चार्ज लेने आए हैं। सतीश भाऊ उर्फ सतीश मराठा उर्फ सतीश पंवार के साथियों ने अहाते में लगी अर्जुन ठाकुर के पिता स्व. वीरेंद्र सिंह की तस्वीर बाहर फेंक दी। उन्होंने ठेकेदार मोहनसिंह ठाकुर से विवाद भी किया। बताया जाता है कि मौके पर मौजूद सतीश भाऊ के साले के साथ हाथापाई भी हुई और वहां से भगा दिया। मोहनसिंह ने गांधीनगर थाने में आवेदन दिया और बात खत्म हो गई। दोपहर को मुकेश शिवहरे ने पिंटू से मध्यस्तता का कहा और सिंडिकेट आफिस में बुलाया। आरोपित हेमू गैंगस्टर सतीश भाऊ को लेकर आया और आते ही गोलियां चला दीं। सूत्रोें के मुताबिक भाऊ गांधीनगर के अहाते पर कब्जा करना चाहता था। हेमू ने उससे कहा था कि वाइन शाप वह चलाएगा और अहाता उसे दे देगा। घटना के बाद पुलिस ने जानकारी जुटाई तो पता चला कि शहर में भाऊ का नौ अहातों पर कब्जा है। मंगलवार को कलेक्टर मनीष सिंह ने आबकारी अफसरों को फटकारा और मालवा मिल, रामकृष्ण बाग, पिगडंबर, काछी मोहल्ला, मच्छी बाजार, महूनाका सहित नौ जगह के अहातों पर ताले लगवा दिए।
चिंटू और हेमू ठाकुर को निगम ने दिए नोटिस
शराब ठेकेदार अर्जुन ठाकुर को गोली मारकर जानलेवा हमला करने वाले दो आरोपितों पर अब नगर निगम ने शिकंजा कसा है। निगम की तरफ से मंगलवार को दोनों को नोटिस देकर उनके मकान संबंधी कागजात और दस्तावेज मांगेे गए हैं। निगमायुक्त प्रतिभा पाल के निर्देश पर चिंटू ठाकुर और हेमू ठाकुर को ये नोटिस दिए गए हैं। चिंटू का बाणेश्वर कुंड के पास जी प्लस 3 और हेमू का 17 बाणगंगा (बाणेेश्वर कुंड के सामनेे) जी प्लस 2 आकार का मकान है। निगम बिल्डिंग परमिशन विभाग द्वारा जारी नोटिस में दोनों आरोपितों को तीन दिन में मकान के स्वामित्व और स्वीकृति संबंधी दस्तावेज पेश करने को कहा गया है। आयुक्त ने बताया कि फिलहाल केवल आरोपितों के मकान संबंधी दस्तावेजों के परीक्षण के लिए नोटिस दिए गए हैं।
गृहमंत्री ने दिए (रासुका) के तहत कार्रवाई करने के निर्देश
इंदौर में शराब माफिया के बीच गैंगवार की घटना को लेकर राज्य सरकार ने सख्त कार्रवाई करने के संकेत दिए हैं। राज्य के गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि मामले के आरोपितों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। मीडिया से चर्चा में डॉ. मिश्रा ने कहा कि प्रदेश में माफिया के खिलाफ कार्रवाई करने को लेकर सरकार की नीति जीरो टालरेंस की है। मामले के आरोपितों की अवैध संपत्ति जब्त कर नेस्तनाबूद की जाएगी। इंदौर की घटना को सरकार ने बहुत गंभीर से लिया है। ऐसी घटनाएं बर्दाश्त नहीं की जाएगी।