पुलिस को मिली बड़ी सफलता :लाखो की चोरी में शामिल फ़रार आरोपी गिरफ्तार ,ढाई लाख रूपये और चोरी हुए जेवरात जब्त
रतलाम,23 फरवरी (इ खबरटुडे)। बीते दो माह पूर्व सैलाना थाना क्षेत्र अंतर्गत घटित हुई लाखो की चोरी के मामले पुलिस बड़ी सफ़लता मिली है। पुलिस ने चोरी में शामिल फ़रार आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। वही पुलिस को आरोपी के पास ढाई लाख रूपये नगद और सोने के जेवरात भी मिले है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार रतलाम के सैलाना थाना क्षेत्र अंतर्गत 2 माह पूर्व 24 और 25 दिसंबर की दरमियां रात में सैलाना निवासी डॉ दीपक जोशी के मकान में अज्ञात बदमाशों ने ताला तोड़कर डॉक्टर जोशी के घर में रखी अलमारी में नकदी 11लाख 50 हजार रूपये समेत सोने के जेवरात चुरा लिए थे। क्षेत्र में इतनी बड़ी चोरी होने पर पुलिस महकमा सख्ते में आ गया था। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ अपराध पंजीकृत कर कर कार्रवाई शुरू कर दी थी।
घटना के तीन बाद मामले में पुलिस को पहली सफलता मिल चुकी थी। पुलिस के 28 दिसंबर को सूचना के आधार पर चोरी में शामिल आदेश पिता छगनलाल 20 वर्षीय निवासी बांसवाड़ा ,अनिल पिता मनोहर निनामा 22 वर्षीय निवासी बांसवाड़ा,, ईश्वर पिता धारिया निनामा 20 वर्षीय निवासी बांसवाड़ा को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से कुल नगद 7 लाख रूपये तथा सोने के कई जेवरात समेत कुल 8 लाख रूपये बरामत किये थे।
वहीं इस मामले में आज थाना प्रभारी उप निरीक्षक शिवमंगल सेंगर के नेतृत्व में गठित टीम द्वारा फरार आरोपी राजू मीणा जाति भील 19 वर्षीय पाडला थाना भूगड़ा जिला बांसवाड़ा को गिरफ्तार कर बड़ी सफलता प्राप्त की। पुलिस को आरोपी की तलाशी के दौरान आरोपी के पास से नगद कुल 2लाख 50 हजार रूपये तथा सोने के जेवरात मिले है। वहीं पुलिस ने चोरी की वारदात को अंजाम देने के लिए उपयोग की गई बाइक भी जब्त की है।
उक्त मामले में अभी भी एक आरोपी परमेश पिता रकमा चरपोटा निवासी बांसवाड़ा फरार चल रहा है। पुलिस फ़रार आरोपी की तलाश में जुटी हुई है। वही पुलिस ने उक्त मामले में अभी तक गिरफ्तार 4 आरोपियों के पास से कुल 9 लाख नगद एवं सोने की अंगूठी सोने का एक लॉकेट चांदी के 6 सिक्केबरामद किए है।
इस पूरी कार्यवाही में सैलाना थाने के थाना प्रभारी उपनिरीक्षक शिवमंगल सेंगर ,उप निरीक्षक मनोज पाटीदार ,उप निरीक्षक ध्यान सिंह सोलंकी, उपनिरीक्षक राजश्री सिसोदिया ,आरक्षक मान सिंह, आरक्षक माखन सिंह तथा आरक्षक दिलीप रावत की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।