November 25, 2024

दिव्यांगों के सपने को असल जिंदगी में साकार करने वाले प्रशांत गाड़े ने पेश की सेवा की अलग ही मिसाल ,अब तक 3 हजार से अधिक लोगो को लौटा चुके खुशियां

किशोर सिलावट

एक मत, एक जन, एक सोच, एक मन सुखमय कर देगा सबका जीवन……. उक्त पंक्तियों को अपने जीवन में सहज कर दुनिया से लेने की बजाय दुनिया को कुछ देने की सोच रखने वाले Lnali फॉउंडेशन के संस्थापक प्रशांत गाड़े का व्यक्तिव्त किसी को भी प्रभावित कर सकता है। अपने जीवन का लक्ष्य दूसरे जरूरतमंद को आत्मनिर्भर बनाने वाले इस शख्स की तारीफ़ सदी के महानायक कहे जाने वाले खुद अमिताभ बच्चन ने देश के बड़े टीवी शो कौन बनेगा करोड़पति में कर चुके है।

सामान्यत कोई भी बच्चा अपने स्कूली दौर से अपने भविष्य के लिए कोई ना कोई लक्ष्य निर्धारित कर लेता है और उसी को प्राप्त करने के लिए अपनी रुपरेखा तैयार करता है। लेकिन कुछ लोगो के साथ इसी दौरान ऐसी घटना घटित हो जाती है कि उनके जीवन का लक्ष्य पूरी तरह बदल जाता है। लेकिन उस दौर में उन लोगो के बदले लक्ष्य कई लोगो के मायूस जीवन में नई उमंग भर देते है। ऐसी वाक्या प्रशांत गाड़े के साथ हुआ और उनके जीवन का पूरा गोल बदल गया।

प्रशांत गाड़े हम जैसे ही एक आम भारतीय हैं. जो पहले इंजीनियर थे, लेकिन उनका मन नौकरी से ज्यादा समाज सेवा थी. लेकिन परिवार वाले नहीं चाहते थे कि प्रशांत इस काम में आगे बढ़ें. लेकिन वो कहते हैं न कुछ लोग अपनी मंजिलों को पहचान जाते हैं और फिर उसके लिए मेहनत भी खूब करते हैं. प्रशांत गाड़े के मन में कुछ अलग करने की मंशा उनके दादाजी की मृत्यु वाले दिन जंगी। जब प्रशांत ने अपने दादाजी की मृत्यु के दिन महसूस किया की आज दादाजी गए तो वह कुछ नहीं ले जा सके ,ना अपना घर ना उनका पैसा ना उनका परिवार …इस दौर में उन्हें समझ आया की हम ये कुछ भी साथ नहीं ले जा सकते है। फिर हम सब भी वही क्यू कर रहे है ,हम क्यू पैसा कमाने के लिए भाग रहे ,क्यू भाग रहे फर्स्ट आने के लिए……

लेकिन इस बीच एक दिन प्रशांत एक बच्ची से मिले जिसकी उम्र केवल 7 वर्ष थी और उसके जन्म से दोनों हाथ नहीं थे प्रशांत को उस बच्ची को देखकर लगा की आज मुझे सभी लोगो की तरह यह नहीं बोलना की काश में इसके लिए कुछ कर सकता। उस दिन प्रशांत के मन वो काश नहीं आया और उन्होंने निश्चित किया मुझे कुछ करना ही है। । जिसके बाद प्रशांत ने एक कंपनी से दो प्रोस्थेटिक हाथ मांगे जिसकी कीमत कंपनी ने 24 लाख रुपए बताई. इतने पैसे लाना उनके लिए आसन नहीं था.

विशेष चर्चा के दौरान इ खबर टुडे टीम की इनाली फॉउंडेशन के संस्थापक प्रशांत गाड़े से मुलाकात

लेकिन प्रशांत ने हार नहीं मानी उन्होंने एक निर्णय लिया क्योंकि उन्हें पता था की देश में कई सारे ऐसे लोग हैं जिनके हाथ नहीं हैं प्रशांत के लिए एक अच्छा मोका था इस दौरान जयपुर के एक ट्रस्ट की मदद से प्रोस्थेटिक हाथ बनाने में जुट गए। इस बीच प्रशांत ने कई समस्या का समाना किया ।प्रशांत बस का किराया बचाने के लिए अपने रूम से 10 कि.मी पैदल चलकर उस ट्रस्ट में जाते थे। इस बीच प्रशांत ने प्रोस्थेटिक हाथ बनाने सफलता में प्राप्त कर ली। लेकिन ससांधनो की कमी के कारण प्रशांत ज्यादा कुछ नहीं कर सके।

कुछ समय बाद प्रशांत ने प्रोस्थेटिक हाथ बनाते हुए अपना वीडियो युटुब पर अपलोड कर दिया। जिसे देखने के बाद अमेरिका के एक प्रोफेसर ने उनका वीडियो देखा और प्रशांत को एक कॉन्फ्रेंस के लिए अमेरिका बुलवाया जहा उनसे द्वारा बनाये हाथ से सभी लोग काफी प्रभावित हुए और उन्होंने प्रशांत की मदद करने की बात की और उन्होंने प्रशांत को प्रोस्थेटिक हाथ बनाने में मदद करने वाली 10 मशीन गिफ्ट की वो भी बिल्कुल फ्री। जिसके बाद प्रशांत ख़ुशी-खुशी भारत लौटे और Lnali फॉउंडेशन के स्थापना की।

KBC 12 कर्मवीर स्पेशल में सोनू सूद के साथ

सोनी टीवी के क्विज रियलिटी शो KBC 12 कर्मवीर स्पेशल में प्रशांत ने अमिताभ बच्चन को शो के दौरान बताया कि इस काम की शुरुआत में कई बार में हारा हु ज्यादा नहीं तो 100 बार तो हारा हु। लेकिन हर हार के साथ मुझे कुछ नया सीखने को मिलता था। इस दौरान पढाई कर रहे प्रशांत के माता-पिता उनसे काफी नाराज रहते थे।

विशेष चर्चा के दौरान इ खबर टुडे टीम की Lnali फॉउंडेशन के संस्थापक प्रशांत गाड़े से मुलाकात हुई। फॉउंडेशन की जानकारी देती हुए प्रशांत गाड़े ने इ खबर टुडे की टीम को बताया कि इस फॉउंडेशन द्वारा अभी तक करीब 3 हजार से अधिक लोगो को प्रोस्थेटिक हाथ लगाए जा चुके है। इस दौरान प्रशांत गाड़े ने हमे बताया 3 हजार लोगो के चेहरे पर हाथ लगने के बाद आने वाली स्माइल है मेरी सबसे बड़ी ख़ुशी है । जो मुझे लगातार ऐसे लोगो के लिए और भी बेहतर करने की प्रेरणा देती है।प्रशांत गाड़े के इस काम के चलते देश की कई बड़ी-बड़ी संस्थाओ द्वारा उनका सम्मान भी किया जा चूका है।

You may have missed