कृषि कानून पर पीएम मोदी ने मनमोहन सिंह का बयान पढ़ा और बोले -वादा उनका था पूरा हम कर रहे हैं गर्व करो
नई दिल्ली,08 फरवरी (इ खबर टुडे )। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर राज्यसभा में जवाब दे रहे हैं। एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि प्रस्ताव पर चर्चा तीन दिनों में सदन द्वारा किया गया मुख्य कार्य है जिसमें 25 दलों के 50 सदस्यों ने भाग लिया। भाजपा ने सरकार के पक्ष को मजबूती से दिखाने के लिए अपने सदस्यों को तीन लाइन का व्हिप जारी किया हुआ है।
ऊपरी सदन में राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर सदन में 15 घंटे की बहस हुई। संसद के सत्र के दौरान सत्ता और विपक्ष के बीच किसान आंदोलन और कृषि कानूनों को लेकर तीखी बहस देखी गई। शुक्रवार को कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने सरकार का पक्ष रखा था।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन की शुरुआत वैश्विक चुनौतियों से की। उन्होंने कहा कि हाल ही में विश्व ने कई चुनौतियों का सामना किया है। पूरा विश्व अनेक चुनौतियों से जूझ रहा है। शायद ही किसी ने सोचा होगा कि मानव जाति को ऐसे कठिन दौर से गुजरना होगा, ऐसी चुनौतियों के बीच। राज्य सभा में करीब 13-14 घंटे तक 50 से अधिक माननीय सदस्यों ने अपने बहुमूल्य विचार रखे। इसलिए मैं सभी आदरणीय सदस्यों का हृदय पूर्वक आभार व्यक्त करता हूं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जब कोरोना महामारी फैली तो भारत के बारे में विश्व समुदाय और वैज्ञानिकों ने कई आशंकाएं जताई थी, लेकिन भारत ने इस महामारी से डटकर मुकाबला किया। इसका श्रेय किसी सरकार, किसी व्यक्ति को नहीं जाता है, बल्कि भारत की जनता को जाता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि ऐसे समय में भी किसी झोपड़ी में बैठकर दीपक जलाने वाली बूढ़ी महिला द्वारा दीपक जलाने का कुछ लोगों ने मजाक उड़ाया था। कोरोना काल में लोगों को एकजुट करने का प्रयास करना था, ऐसे समय में कुछ लोग राजनीति कर रहे थे।