सैम्पल के साथ स्वास्थ्य विभाग ने वचनपत्र लेना शुरू किया
उज्जैन,19 अगस्त (इ खबर टुडे/ब्रजेश परमार )। कोविड-19 के तहत कोरोना संक्रमित की शंका में सेंपल लेने के साथ ही स्वास्थ्य विभाग ने संबंधित पिडित से वचनपत्र लेने की शुरूआत कर दी है।
इसे आवश्यक किया गया है।बुधवार से इसकी सुबह से ही शुरूआत की गई है।सीएमएचओ डा.महावीर खंडेलवाल ने इसे स्वीकार करके आवश्यक बताया है।
डा.खंडेलवाल के अनुसार संदिग्ध का सैंपल लेने के साथ ही उसे होम कोरोनटाईन का कहा जाता है कुछ लोग इसका पालन नहीं करते हैं। जिससे कोरोना संक्रमण के फैलने की स्थिति बन रही है। इसी के चलते प्रशासनिक निर्णय के चलते बुधवार से वचन पत्र भरवाने की व्यवस्था पर अमल शुरू किया गया है।
इस वचन पत्र में सेंपल देने वाला अगर होम कोरोनटाईन का पालन नहीं करता है तो उस पर कार्रवाई करने के लिए पुलिस और प्रशासन को सहयोग मिलेगा।उनके अनुसार इस बात की जानकारी देर रात तक ही सामने आएगी की बुधवार को कितने सेंपल लेकर वचनपत्र भरवाए गए हैं।उनके अनुसार मंत्री मोहन यादव मंडल अध्यक्ष से संक्रमित नही हुए हैं। वे पुर्व से संक्रमित थे ।
उनका कहना था कि संक्रमण का असर, 4 दिन बाद होता है ऐसे में मंडल अध्यक्ष से उन्हे संक्रमण हुआ यह कहना ठीक नहीं होगा।डा.खंडेलवाल के अनुसार मंडल अध्यक्ष ने आंगनवाड़ी में सैम्पल, दिया था। इसी वजह से वे होमकोरोनटाईन की स्थिति से बच गए। फिलहाल किसी बड़े जनप्रतिनिधि ने सैम्पल नही दिया है।