स्कूल चले हम अभियान को जनान्दोलन बनाना होगा – कलेक्टर
गैर सरकारी संगठनों के साथ बैठक सम्पन्न
रतलाम 14 जून (इ खबरटुडे)। कलेक्टर डॉ. संजय गोयल ने कहा है कि स्कूल चले हम अभियान को कामयाब बनाने के लिए इसे सच्चे अर्थो में एक जनान्दोलन बनाना होगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी की मंशा है कि प्रदेश में एक भी बच्चा स्कूल जाने से वंचित न रह जाए। स्कूल जाने योग्य आयु वर्ग के शतप्रतिशत बच्चों को स्कूल में दाखिला दिलाना ही इस अभियान का मकसद है।
डॉ. गोयल आज यहां सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों तथा गैर सरकारी संगठनों के पदाधिकारियों के साथ एक बैठक में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि रतलाम जिले के स्कूल जाने योग्य सभी बच्चों को दाखिला दिलाने के इस प्रयास में गैरसरकारी संगठनों का योगदान महत्वपूर्ण साबित होगा। स्पेशल फोकस ग्रुप में अनुसूचित वर्गो के बच्चों विशेष आवश्यकता वाले बच्चों , दूरस्थ या अलग बसी हुई बसाहट के बच्चों तथा झुग्गी झोपडी में निवास करने वाले, पन्निया बीनने वाले व भीख मांगने वाले बच्चों को रखा गया है। इसके लिए बनाई गई रणनीति का भी कलेक्टर ने खुलासा किया। उन्होंने बताया कि प्रवेशोत्सव के दिन ही बच्चों को पुस्तकें वितरित की जाएगी तथा गणवेश और सायकल की व्यवस्था की जाएगी। डॉ. गोयल ने बताया कि यदि किसी बच्चे ने बीच में पढाई छोड़ दी है तो उसे भी उसकी आयु के अनुरूप बडी क्लास में दाखिला दिलाया जाएगा। ऐसे बच्चों के लिए तीन माह का विशेष कोर्स होगा तथा चौथे माह से वे आयु के अनुरूप बडी कक्षा में बैठ सकेंगे।
कलेक्टर डॉ. गोयल ने उपस्थित गैर सरकारी संगठनों के पदाधिकारियों व सदस्यों से आग्रह किया कि वे प्रेरक के रूप में अपना नाम दर्ज कराएं। ऐसे संगठन किसी एक स्कूल या एक ग्राम को गोद लेकर भी अभियान में सक्रिय भागीदारी कर सकते है। उन्होंने निर्माण श्रमिकों के बच्चों को भी स्कूल में दाखिला दिलाना सुनिश्चित करने के लिए जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने साफ तौर पर कहा कि सरकारी अमले से पूरे समर्पण्ा के भाव से योगदान देने की उम्मीद की जाती है तथापि गैर सरकारी संस्थाएँ कहीं बेहतर ढंग से इस काम को अंजाम देने में सक्षम हैं। उन्होंने सामाजिक संगठनों से जुड़ी महिलाओं से अभियान में सहयोग देने के लिए आगे आने का आव्हान किया
बैठक में सहायक परियोजना समन्वयक राजेन्द्र सक्सेना ने समूचे अभियान की विस्तार से जानकारी दी। बैठक में बताया गया कि किसी को भी अप्रवेशी बच्चों के बारे में जानकारी होने पर वे फोन नम्बर 07412-270446 पर सूचना दे सकते है ताकि बच्चे को स्कूल में दाखिला दिलाया जाना सुनिश्चित किया जा सके। प्रेरक के रूप में रजिस्टे्रेशन कराने के इच्छुक व्यक्ति मोबाइल नम्बर 9752636300 पर कॉल कर सकते हैं। इसके अलावा ऐसे व्यक्ति टेलीफोन नम्बर 0755-2570000 पर भी मिस्ड कॉल कर सकते हैं।
दाखिले के लिए कोई प्रमाण-पत्र जरूरी नहीं
स्कूल चलें हम अभियान के अंतर्गत किसी भी कक्षा में प्रवेश प्राप्त करने के लिए किसी भी प्रमाण पत्र की आवश्यकता नहीं होगी। किसी भी बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र या कोई भी अन्य प्रमाण पत्र नहीं मांगा जाएगा।
बैठक में विभिन्न समाजसेवी संगठनों के पदाधिकारियों ने अभियान में अपना पूरा सहयोग प्रदान करने की प्रतिबध्दता व्यक्त की। कलेक्टर ने जनअभियान परिषद के समन्वयक दीपक जगताप को गैर सरकारी संस्थाओं द्वारा पहचान किये गए बच्चों की सूची आगे की कार्यवाही के लिए जिला शिक्षा अधिकारी जे.के. शर्मा को भेजने के निर्देश दिए।
बैठक में अपर कलेक्टर निर्मल उपाध्याय ,सीईओ जिला पंचायत अर्जुनसिंह डावर, आयुक्त नगर निगम सोमनाथ झारिया, संयुक्त कलेक्टर आर.के. नागराज और एसडीएम सुनील झा सहित स्कूल शिक्षा, महिला एवं बाल विकास तथा आदिवासी विकास एवं अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
अभिनव कार्यक्रम है स्कूल चलें हम अभियान-विधायक
रतलाम नगर विधायक श्री काश्यप ने कहा है कि स्कूल चलें हम अभियान मुख्यमंत्री द्वारा आरंभ किया गया एक अभिनव कार्यक्रम है। इस अभियान को सफल बनाने में मीडिया की भूमिका भी बेहद महत्वपूर्ण है। अभियान की कामयाबी के लिए एक जनान्दोलन जैसे समर्पण और प्रतिबध्दता की आवश्यकता है।
श्री काश्यप आज यहां अभियान में मीडिया की सशक्त भागीदारी सुनिश्चित करने की दृष्टि से आयोजित पत्रकारों की बैठक में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि अभियान को कामयाब बनाने में जनभागीदारी जरूरी है। नगर विधायक ने कहा कि यह अभियान राष्ट्र निर्माण के अभियान का अंहम् हिस्सा है। उन्होंने राईट टू एज्यूकेशन का जिक्र करते हुए कहा कि आम आदमी में जागरूकता लाने के लिए प्रेस की सक्रिय भागीदारी जरूरी है। श्री काश्यप ने कहा कि अभियान की कामयाबी से देश में मध्यप्रदेश को एक अलग पहचान हासिल हो सकेगी। बैठक में मौजूद मीडिया प्रतिनिधियों से अभियान को कामयाब बनाने में सहयोग की अपील करते हुए नगर विधायक ने कहा कि उनके सुझावों पर अमल करने से अभियान का बेहतर ढंग से संचालन सुनिश्चित किया जा सकेगा। बैठक में महापौर श्री शैलेन्द्र डागा भी मौजूद थे।
बैठक में कलेक्टर डॉ. संजय गोयल ने 16 जून को आयोजित होने वाले प्रवेश उत्सव के लिए की जा रही तैयारियों की जानकारी दी। उन्होंने पत्रकारों से अपेक्षा की कि इस महत्वपूर्ण अभियान में वे प्रशासन का सहयोग करते हुए आम आदमी को प्रेरित करने की पहल करेगे। कलेक्टर ने कहा कि जन्म प्रमाण-पत्र या कोई भी अन्य प्रमाण-पत्र को उपलब्ध न होने पर भी बच्चों को शाला में प्रवेश दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि बीच में पढ़ाई छोड़ चुके बच्चों को उनकी आयु के मुताबिक बड़ी कक्षाओं में ही प्रवेश दिया जाएगा। तथापि बीच में पढ़ाई छोड़ने के कारण आई न्यूनता की पूर्ति की दृष्टि से उन्हें पृथक से भी पढ़ाई करवाई जाएगी। इसके लिए स्कूल के शिक्षक को जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। डॉ. गोयल ने मीडिया से भी आग्रह किया कि ऐसे बच्चों की जानकारी मिलने पर वे प्रशासन को जरूर अवगत कराएं जो स्कूल जाने की उम्र होने के बावजूद स्कूल नहीं जा रहे हैं।
बैठक में पत्रकारों की ओर से महत्वपूर्ण सुझाव दिए गए। कलेक्टर ने इन सुझावों का स्वागत करते हुए जिला शिक्षा अधिकारी जे. के. शर्मा को इन पर अमल करने के निर्देश दिए।