आदिवासी-पाटीदार संघर्ष में एक मृत,तीन घायल
आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर गुस्साए ग्रामीणों ने किया चक्काजाम
रतलाम,12 जून(इ खबरटुडे)। केबल चोरी और खरगोश के शिकार को लेकर ग्राम रुपाखेडा के पाटीदार किसानों और आलनिया के आदिवासियों के बीच हुए विवाद में रुपाखेडा के एक युवक की मौत हो गई,जबकि तीन अन्य घायल हो गए। बाद में आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर गुस्साए ग्रामीणों ने स्थानीय नाहरपुरा चौराहे पर चक्काजाम कर दिया।
अधिकारिक जानकारी के अनुसार,आज सुबह ग्राम रुपाखेडा से रतलाम के लिए निकलने वाले जितने भी लोग आलनिया ग्राम से गुजरे,उनके साथ जमकर मारपीट की गई। रुपाखेडा से रतलाम आने का रास्ता ग्राम आलनिया होकर ही जाता है। ग्राम आलनिया में आदिवासी समुदाय के लोगों ने रुपाखेडा से आने वाले प्रत्येक व्यक्ति से मारपीट की। इसी मारपीट के दौरान 26 वर्षीय बिहारीलाल पिता बसंतीलाल पाटीदार के सिर में घातक चोट लगने से उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। जबकि तीन अन्य बद्रीलाल पिता रणछोड पाटीदार,आनन्दीलाल पिता आत्माराम पाटीदार और विजय पिता हीरालाल पाटीदार बुरी तरह घायल हो गई। घायलों को एक निजी चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है।
बिहारीलाल की मौत की खबर फैलते ही जिला चिकित्सालय में पाटीदार समुदाय के लोगों की भारी भीड एकत्रित हो गई। गुस्साए लोगों ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर स्थानीय नाहरपुरा चौराहे पर चक्काजाम कर दिया। चक्काजाम की जानकारी मिलते ही अनेक पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पंहुचे और उन्होने गुस्साएं लोगों को शान्त किया।
अस्पताल में मौजूद ग्राम रुपाखेडा के लोगों ने बताया कि दो दिन पूर्व गांव के एक किसान की विद्युत केबल चोरी हो गई थी। इस घटना की रिपोर्ट बिलपांक पुलिस थाने पर की गई थी। इस मामले में पुलिस ने शंका के आधार पर ग्राम आलनिया के तीन चार आदिवासी युवकों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की थी। ग्राम आलनिया के आदिवासी इसी बात को लेकर रुपाखेडा वालों से नाराज थे और इसी बात का बदला लेने के लिए आज उन्होने रुपाखेडा वालों से मारपीट की,जिसकी परिणिती हत्या के रुप में हुई।
पुलिस अधीक्षक डॉ.जीके पाठक ने बताया कि बिहारीलाल की हत्या और अन्य व्यक्तियों के साथ मारपीट के मामले में अब तक ग्यारह लोगों को हिरासत में लिया गया है। मामले की तफ्तीश जारी है।