November 23, 2024

मध्यप्रदेश के 51 जिले में 29 लोकसभा सीट की मतगणना कल

चुनाव आयोग के 62 आब्जर्वर काउंटिंग पर रखेंगे नजर
378 उम्मीदवार के भाग्य का होगा फैसला
15 हजार से अधिक कर्मचारी करायेंगे काउंटिंग
कलेक्टर और एसपी को सुरक्षा व्यवस्था बनाये रखने के निर्देश

भोपाल,15 मई(इ खबरटुडे)।  मध्यप्रदेश की 29 लोकसभा सीट के लिये सभी 51 जिला मुख्यालय पर 16 मई को सुबह 8 बजे से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतगणना प्रारंभ होगी। मतगणना की प्रक्रिया शासकीय भवनों के 321 कक्ष/हाल में 3 हजार 255 टेबिल पर करवाई जायेगी। इन टेबिलों पर 67 हजार 152 ईवीएम में डाले गये 2 करोड़ 96 लाख वोट की गिनती होगी। ईवीएम के वोटों की गणना के आधा घण्टा पहले डाक-मतपत्रों की गिनती की जायेगी। कुल डाक-मतपत्रों की संख्या 54 हजार 823 है। इनमें 26 हजार 241 सर्विस वोटर एवं 28 हजार 542 कर्मचारियों के डाक-मतपत्र शामिल है। आज शाम तक लगभग 27 हजार डाक-मतपत्र प्राप्त हो चुके हैं। जो डाक-मतपत्र मतगणना स्थल पर सुबह 8 बजे तक पहुँचेगे, उन्हें ही गणना में शामिल किया जायेगा। डाक-मतपत्र की गणना पूरी होने तक ईवीएम के अंतिम राउंड की गणना रोक दी जायेगी।

प्रेक्षक

भारत निर्वाचन आयोग ने मध्यप्रदेश में मतगणना के लिये 62 प्रेक्षक भेजे हैं। सभी प्रेक्षक अपने-अपने मतगणना स्थलों तक पहुँच चुके हैं। 51 जिले की मतगणना के लिये 59 मतगणना प्रेक्षक और एक प्रेक्षक विदिशा विधानसभा उप चुनाव के लिये भेजा गया है। भोपाल और जबलपुर क्षेत्र की मतगणना के लिये आयोग ने दो विशेष प्रेक्षक भेजे हैं। आयोग के अवर सचिव  ए.के. पाठक भोपाल एवं अवर सचिव  मलय मलिक जबलपुर में मतगणना की प्रक्रिया पर सूक्ष्म निगरानी रखेंगे।

उम्मीदवार     

महिला उम्मीदवार – 2014

संसदीय क्षेत्र                    संख्या

इंदौर                                   5

मन्दसौर, बालाघाट           4-4

सीधी, भिण्ड, भोपाल         3-3

ग्वालियर, रतलाम, धार       2-2

सागर, टीकमगढ़, खजुराहो,
शहडोल, होशंगाबाद, विदिशा,
उज्जैन, खरगोन, बैतूल        1-1

कुल                                        37

सोलहवीं लोकसभा के लिये प्रदेश में इस बार 378 उम्मीदवार 29 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में चुनाव मैदान में उतरे हैं। जबकि वर्ष 2009 के पिछले लोकसभा चुनाव में उम्मीदवारों की संख्या 429 थी। जिन उम्मीदवारों के भविष्य का फैसला 16 मई की मतगणना करने जा रही है। उनमें भाजपा, कांग्रेस, बसपा और आप पार्टी के 29-29 उम्मीदवार शामिल हैं। कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया के 5, सीपीआई एम के 3, समाजवादी पार्टी के 9, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के 12 तथा शेष अन्य राजनैतिक पार्टी के उम्मीदवार चुनाव मैदान में भाग्य आजमा रहे हैं। लोकसभा चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों में 126 निर्दलीय और 37 महिला उम्मीदवार भी सम्मिलित हैं।

चुनाव लड़ रहे 378 उम्मीदवार में से 226 उम्मीदवार 31 से 50 आयु वर्ग के हैं। इनमें 31 से 40 और 41 से 50 वर्ष के 113-113 उम्मीदवार शामिल है। सबसे अधिक 75 वर्ष की उम्र के निर्दलीय उम्मीदवार  बाबा अब्दुल हमीद खंडवा संसदीय क्षेत्र से चुनाव मैदान में उतरे हैं। भोपाल से सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया से चुनाव मैदान में उतरे मास्टर साजिद सिद्दीकी और सागर से भाजपा के उम्मीदवार  लक्ष्मीनारायण यादव की उम्र 73-73 वर्ष है।

इसी तरह सबसे कम आयु 25 वर्ष के दो उम्मीदवार भी चुनाव लड़ रहे हैं। इनमें एक सीधी संसदीय क्षेत्र से निर्दलीय ब्रम्हानंद प्रताप सिंह तो दूसरे होशंगाबाद लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार  उदय प्रताप सिंह है। टीकमगढ़ से सीपीआई से चुनाव लड़ रहे  खानगर नीरज की उम्र भी 26 साल है। अन्य आयु वर्ग में 25 से 30 साल के 36 उम्मीदवार चुनाव मैदान में है। इसी प्रकार 51 से 60 वर्ष के 68 उम्मीदवार भी चुनाव लड़ रहे है। वही 61 से 70 वर्ष के 39 तथा 71 से 75 वर्ष के 9 उम्मीदवार चुनाव में अपना भाग्य आजमा रहे हैं।

मतगणना अमला

मतगणना के लिये 3 हजार 255 टेबिल का इस्तेमाल होगा। इन टेबिलों पर ईवीएम और डाक-मतपत्र की गणना के लिये 15 हजार 300 से अधिक अधिकारी-कर्मचारी तैनात किये गये हैं। इनमें दो विशेष प्रेक्षक, 59 प्रेक्षक, एक विदिशा उप चुनाव का प्रेक्षक, 29 आरओ, 22 डीआरओ, 321 एआरओ, डाक-मतपत्रों की गणना के लिये 56 एआरओ, 3255 – 3255 माइक्रो आब्जर्वर, काउंटिंग सुपरवाईजर एवं काउंटिंग असिस्टेंट, 51 तकनीकी स्टॉफ तथा 5 हजार अन्य अधिकारी-कर्मचारी शामिल हैं। मतगणना का कार्य सुचारू रूप से संचालित हो इसके लिए लोक निर्माण, विद्युत, राजस्व आदि विभाग के कर्मचारी भी जुटेंगे।

गणना-चक्र

कहाँ कितने राउण्ड

संसदीय क्षेत्र की संख्या                        संसदीय क्षेत्र नाम                            कितने राउण्ड

1                                                                इंदौर                                                  24

2                                                          मण्डला, बैतूल                                          23

2                                                         भोपाल, खण्डव                                          22

6              भिण्ड, ग्वालियर, सीधी, बालाघाट, छिन्दवाड़ा, रतलाम                         21

8      मुरैना, खजुराहो, शहडोल, जबलपुर, होशंगाबाद, विदिशा, मंदसौर, धार          20

6                               गुना, सागर, दमोह, राजगढ़, देवास, खरगोन                        19

2                                                      सतना, उज्जैन                                               18

1                                                               रीवा                                                         17

1                                                          टीकमगढ़                                                        16

लोकसभा चुनाव में 67 हजार 152 बीयू (ईवीएम) और 55 हजार 260 सीयू (कंट्रोल यूनिट) का उपयोग किया गया। राज्य के 54 हजार 846 मतदान केन्द्र पर 3 चरण क्रमश: 10, 17 एवं 24 अप्रैल को वोट डाले गये। तीन चरण के निर्वाचन में ईवीएम द्वारा डाले गये वोट का प्रतिशत 61.6 रहा है। डाक-मतपत्र की गणना के बाद वर्ष 1998 के लोकसभा चुनाव के अब तक के सर्वाधिक मतदान प्रतिशत 61.7 के टूटने की उम्मीद है। मध्यप्रदेश में 16 मई को होने वाली मतगणना में ईवीएम में वोटो की गिनती के सबसे अधिक 24 चक्र (राउंड) इंदौर लोकसभा सीट के लिए होंगे। यह अकेला संसदीय क्षेत्र है, जहाँ सर्वाधिक राउंड होंगे। मंडला और बैतूल संसदीय क्षेत्र की मतगणना के लिए प्रत्येक में 23 राउंड होंगे।

इन्दौर में मतदाताओं की संख्या सर्वाधिक 21 लाख 14 हजार 92 रही है। यहाँ 22 उम्मीदवार ने चुनाव लड़ा, जो भोपाल के 28 के बाद दूसरे क्रम पर है। मंडला के बाद सबसे अधिक 2206 मतदान केन्द्र और सर्वाधिक 4,856 ईवीएम भी इन्दौर संसदीय क्षेत्र में संचालित हुई। इस प्रकार ईवीएम और मतदाताओं की संख्या के मामले में इन्दौर आगे रहा है।

दो संसदीय क्षेत्र भोपाल एवं खण्डवा की मतगणना में 22-22 राउंड होंगे। यहा क्रमश: 4,353 एवं 2,166 ईवीएम का उपयोग हुआ। भोपाल में उम्मीदवारों की संख्या सर्वाधिक 28 रही तथा मतदाताओं की संख्या इन्दौर के बाद 19 लाख 55 हजार 379 रही है। छह संसदीय क्षेत्र भिण्ड, ग्वालियर, सीधी, बालाघाट, छिंदवाड़ा और रतलाम की मतगणना में 21-21 राउंड का इस्तेमाल होगा। सबसे अधिक 8 संसदीय क्षेत्र ऐसे है, जहाँ 20-20 चक्र में वोटों की गिनती करवाई जायेगी। इनमें मुरैना, खजुराहो, शहडोल, जबलपुर, होशंगाबाद, विदिशा, मंदसौर और धार शामिल है।

19-19 राउंड वाले 6 संसदीय क्षेत्र में गुना, सागर, दमोह, राजगढ़, देवास और खरगोन शामिल है। सतना और उज्जैन ऐसे संसदीय क्षेत्र है, जहाँ वोटों की गणना का कार्य 18-18 राउंड में पूरा होगा। एकमात्र रीवा संसदीय क्षेत्र की मतगणना में 17 राउंड सम्पन्न कराये जायेंगे। टीकमगढ़ में सबसे कम सोलह चक्र में वोटों की काउंटिंग होगी। विदिशा विधान सभा उप चुनाव की मतगणना भी 16 मई को एस.एस.एल. जैन कॉलेज, विदिशा में होगी। मतगणना 18 राउण्ड में होगी। सभी मतगणना स्थल पर प्रत्येक राउंड सम्पन्न होने के बाद प्राप्त वोटों की घोषणा की जायेगी।

सुरक्षा

मतगणना के दिन सभी जिलों और मतगणना स्थल पर सुरक्षा की चॉक-चौबंद व्यवस्था रहेगी। सीएपीएफ (सेन्ट्रल आर्म्स पुलिस फोर्स) की 17 कंपनी जिला मुख्यालयों पर स्ट्राँग रूम की सुरक्षा के लिए पूर्व से तैनात है। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर सभी मतगणना स्थल पर त्रि-स्तरीय सुरक्षा के इंतजाम किये गये। स्थानीय पुलिस, एसएएफ के अलावा बड़ी संख्या में होमगार्ड भी सुरक्षा व्यवस्था को कायम रखेंगे। चुनाव में प्रयुक्त ईवीएम को स्ट्राँग रूम से मतगणना स्थल तक ले जाने के रास्ते में भी सुरक्षा के कड़े प्रबंध रहेंगे। स्ट्राँग रूम के ताला खोलने के दौरान वेबकास्टिंग करवाई जायेगी। किसी भी अनाधिकृत व्यक्ति को मतगणना स्थल पर प्रवेश की अनुमति नहीं होगी।

निर्वाचन आयोग ने मतगणना केन्द्र की मीडिया को फोटोग्राफ अथवा वीडियोग्राफी करने की मनाही की है। आयोग ने कहा है कि केवल अधिकारिक रूप से सम्पूर्ण गणना-प्रक्रिया की रिकार्डिंग की अनुमति होगी। गणना हाल में धूम्रपान की भी अनुमति नहीं होगी। गणना हाल में रिटर्निंग ऑफिसर और आयोग के प्रेक्षकों को छोड़कर किसी को मोबाइल ले जाने की अनुमति नहीं होगी।

सम्पर्क कक्ष

प्रत्येक गणना केन्द्र पर एसटीडी सुविधायुक्त टेलीफोन, फेक्स, कम्प्युटर (प्रिन्टर, इंटरनेट सहित) से सुसज्जित एक सम्पर्क कक्ष रहेगा। अधिकारियों के लिये टेबिल-कुर्सियाँ इस कक्ष में लगाई गई है। आयोग ने जिला निर्वाचन अधिकारियों को मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से सीधी बात करने के लिये हॉटलाइन की सुविधा रखने को कहा है। गणना केन्द्र में एक कक्ष आब्जर्वर के लिये आरक्षित रखा गया है, जहाँ से वे गोपनीयता के साथ आयोग से सम्पर्क कर सकें।

मीडिया कक्ष

मीडियाकर्मियों के लिये मुख्य मतगणना हाल से थोड़ी दूरी पर तथा अलग से पर्याप्त लम्बाई-चौड़ाई का एक मीडिया सेन्टर रहेगा, जहाँ फोन, फेक्स, डाटा कम्युनिकेशन की सुविधा उपलब्ध होगी। रिटर्निंग ऑफिसर द्वारा मीडिया सेन्टर में मीडियाकर्मियों से समन्वय के लिये जनसम्पर्क विभाग के अधिकारी तैनात रहेंगे। मीडिया सेन्टर में मतगणना की जानकारी देने के लिये पर्याप्त व्यवस्‍था की जायेगी।

ड्राय-डे

राज्य शासन ने 16 मई को शुष्क दिवस (ड्राय-डे) घोषित किया है। मतगणना दिवस पर लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की धारा 155-ग के तहत शराब का विक्रय नहीं किया जायेगा। मदिरा की दुकानें, होटल रेस्टोरेंट क्लब एण्ड अन्य सेलिंग प्वाइंट में शराब-बिक्री की अनुमति नहीं होगी। ड्राय-डे पर नियम तोड़े जाने पर दोषी व्यक्ति को 6 माह तक के कारावास एवं दो हजार रुपये के अर्थदण्ड से दण्डित किया जायेगा।

डाक-मतपत्र

 मतगणना में सबसे पहले सुबह 8 बजे डाक-मतपत्रों की गणना की जायेगी। डाक-मतपत्रों की गणना प्रारंभ होने के 30 मिनट बाद इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के वोटो की गिनती शुरू की जायेगी। डाक-मतपत्रों की गणना के लिए केवल राजपत्रित अधिकारियों को ही लगाया गया है। डाक-मतपत्रों को समय पर संबंधित रिटर्निंग ऑफिसर के कार्यालय में प्राप्त करने के संबंध में डाक विभाग द्वारा नोडल ऑफिसर नियुक्त किये गये हैं। डाक-मतपत्रों की गणना केवल रिटर्निंग ऑफिसर के मुख्यालय पर होगी, जिनकी संख्या 29 है। ईवीएम के अंतिम राउण्ड से पहले वाले राउण्ड तक समस्त डाक-मतपत्रों की गणना पूर्ण कर ली जायेगी।

डाक-मतपत्रों की गणना के लिए रिटर्निंग ऑफिसर की टेबिल के समक्ष टेबिल लगाई जायेगी। एक टेबिल पर अधिकतम 500 डाक-मतपत्र की गणना होगी। मतगणना स्थल पर अधिकतम चार टेबिल लगाई जायेंगी। डाक-मतपत्रों की गणना के लिए कुल 56 टेबिल लगाई गई हैं, इतने ही सहायक निर्वाचन अधिकारी भी तैनात किये गये हैं।

रेण्डमाइजेशन

गणना पर्यवेक्षकों तथा गणना सहायकों की पदस्थापना रेण्डमली इस प्रकार होगी कि गणना अधिकारी को निर्वाचन क्षेत्र तथा उसे दी गई टेबिल मतगणना स्थल पर उनके आने के समय ही पता चल सके। समस्त मतगणना स्टाफ को जिला निर्वाचन अधिकारी फोटोयुक्त पहचान पत्र जारी किये गये हैं। गणना अधिकारियों को यह निर्देशित किया गया है कि वे मतगणना की तिथि पर गणना केन्द्र पर सुबह 6 बजे पहुँचे। 16 मई को प्रात: 5 बजे रेण्डमाइजेशन का कार्य आब्जर्वर तथा जिला निर्वाचन अधिकारी एक स्थल पर एकत्र होकर करेंगे। रेण्डमाइजेशन की सम्पूर्ण प्रक्रिया की वीडियोग्राफी करवाई जाएगी और रेण्डमाइजेशन की प्रक्रिया प्रात:6 बजे तक पूर्ण होगी। ऐसे अधिकारी जिन्हें कोई निर्वाचन क्षेत्र/टेबिल आवंटित नहीं की गई है, वे रिजर्व पूल में रहेंगे।

काउंटिंग एजेन्ट

केन्द्र अथवा राज्य के मंत्रीगण के अलावा सांसद, विधायक, नगर निगम के महापौर, नगर पालिका/जिला परिषद/पंचायत/यूनियन आदि के अध्यक्ष को मतगणना अभिकर्ता (काउंटिंग एजेन्ट) नियुक्त नहीं किये गये। आयोग ने ऐसे निर्देश दिये थे कि केन्द्र या राज्य के मंत्रियों समेत ऐसे सभी सांसद, विधायक या अन्य व्यक्ति जिन्हें राज्य या केन्द्र सरकारों द्वारा हथियारबन्द सुरक्षा कवच मुहैया करवाया गया है, वे सुरक्षा कवच के कारण मतगणना अभिकर्ता नियुक्त नहीं हो सकेंगे। यही कारण है कि चुनाव में कोई भी हथियारबन्द सुरक्षा हासिल व्यक्ति किसी भी उम्मीदवार का किसी भी रूप में एजेन्ट नहीं बन सका, क्योंकि उनको लेकर कोई भी अवांछित घटना चुनाव प्रक्रिया को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकती है। सांसद, विधायक या अन्य जनप्रतिनिधियों को इसलिए भी अभिकर्ता नियुक्त नहीं किया गया है। आयोग ने नगर निगम के मेयर, नगर पालिका, जिला परिषद, पंचायत, यूनियन आदि के अध्यक्षों को एजेन्ट नियुक्त नहीं किये जाने के निर्देश दिये थे।

वरीयता क्रम के अनुसार एजेन्ट के बैठने के व्यवस्था की गई है। मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय राजनैतिक दल, मान्यता प्राप्त राज्य स्तरीय राजनैतिक दल और अन्य प्रदेशों के मान्यता प्राप्त राजनैतिक दल (जिन्हें मध्यप्रदेश में चुनाव-चिन्ह इस्तेमाल करने की अनुमति दी गई है,) पंजीकृत मान्यता विहीन राजनैतिक दल के उम्मीदवारों और निर्दलीय उम्मीदवारों के मतगणना एजेन्ट को क्रम से प्राथमिकता रहेगी। मतगणना एजेन्टों को आवंटित सीटों के स्थान पर ही बैठने की अनुमति होगी। एजेन्ट अपने निर्धारित स्थान के अलावा काउंटिंग हॉल में अन्य जगह नहीं आ-जा सकेंगे।

जेनेसिस सॉफ्टवेयर

मतगणना के चक्र और चुनाव परिणाम की जानकारी देने के लिए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जेनेसिस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया जायेगा। चक्र और परिणाम की जानकारी के लिए जिला मुख्यालयों पर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र की गणना की अद्यतन जानकारी निर्धारित डाटा एन्ट्री फार्म में डाली जायेगी। मतगणना के चक्र एवं परिणाम को भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाइट http://www.eci.nic.in/ पर देखा जा सकेगा।

विदिशा उप चुनाव

16 मई को 144-विदिशा विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के उप चुनाव की मतगणना भी होगी। उप चुनाव की मतगणना के लिये समस्त व्यवस्थाएँ चुनाव आयोग के निर्देशों के अनुसार की गई है। लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र की मतगणना के साथ विदिशा विधानसभा उप चुनाव के लिये भी सुबह 8 बजे से वोटों की गिनती प्रारंभ होगी। विदिशा विधानसभा उपचुनाव में 11 उम्मीदवार ने चुनाव लड़ा है। इनमें भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस, समता समाधान पार्टी, हिन्दुस्तान जनता पार्टी, महानवादी पार्टी, समाजवादी पार्टी, बहुजन मुक्ति पार्टी के अलावा 4 निर्दलीय शामिल हैं। उप चुनाव के लिये विधानसभा क्षेत्र में 243 मतदान केन्द्र स्थापित किये गये तथा 268 ईवीएम का इस्तेमाल किया गया। वोटों की गिनती के लिए कुल 18 राउंड होंगे।

प्रेस ब्रीफिंग

मतगणना संबंधी जानकारी प्रेस एवं मीडिया को देने के लिये मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय में प्रेस ब्रीफिंग आयोजित की गई है। मतगणना के दिन मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी  जयदीप गोविन्द सुबह 10 बजे, दोपहर 2 बजे एवं शाम 5 बजे प्रेस ब्रीफिंग करेंगे।

पिछले लोकसभा चुनाव

वर्ष                                                     मतदान                                    मतगणना

1996                                              2 मई एवं 7 मई                              9 मई

1998                                        22 फरवरी, 28 फरवरी                          2 मार्च

1999                                   11 सितंबर, 18 सितंबर,25 सितंबर            6 अक्टूबर

2004                                     5 मई, 10 मई                                            13 मई

2009                                        23 अप्रैल, 30 अप्रैल                               16 मई

2014                                     10 अप्रैल, 17 अप्रैल, 24 अप्रैल                      16 मई

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