सिख युवती को अगवा कर धर्मपरिवर्तन कराने का मामला के बाद मुस्लिमों का गुरुद्वारों में प्रवेश रोका
नई दिल्ली,01सितम्बर ( इ ख़बर टुडे)। सिख युवती को अगवा कर जबरन धर्मपरिवर्तन करते हुए मुस्लिम बनाने के चलते नाराज सिख समुदाय ने नया कदम उठाया है। सिख धर्म के संस्थापक गुरुनानक देव के जन्म स्थान ननकाना साहिब के किसी भी गुरुद्वारे में मुस्लिम समुदाय के प्रवेश करने पर पाबंदी लगा दी गई है। यह पाबंदी इस मामले में दोषियों पर कार्रवाई करने और युवती की घर वापसी होने तक जारी रहेगी।
उधर, ननकाना साहिब के जिला पुलिस अधिकारी ने आईजी पुलिस पंजाब को भेजे मेमोरेंडम में सारे घटनाक्रम और अब तक की गई कार्रवाई की जानकारी देते हुए सिखों के उपद्रव करने की संभावना जताई है।
बता दें कि, लाहौर से महज 80 किलोमीटर दूर स्थित ननकाना साहिब में गुरुद्वारे के ग्रंथी की 18 वर्षीय बेटी जगजीत कौर का अपहरण करने के बाद उससे बंदूक के बल पर इस्लाम कबूल कराकर एक मुस्लिम युवक मोहम्मद हसन से निकाह करा दिया गया। गुरुनानक देव के जन्मस्थल ननकाना साहिब के सिटी पुलिस स्टेशन के विवेचना अधिकारी मोहम्मद जमील ने बताया कि इस मामले में 28 अगस्त को छह लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है।
अरसलान नाम के एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है, जो मुख्य आरोपी मोहम्मद हसन का दोस्त है। इस घटना के चलते पंजाब में सिख और मुस्लिम समुदाय के बीच गंभीर तनाव कायम हो गया है। कुछ मीडिया रिपोर्ट का कहना है कि ननकाना साहिब में सिख समुदाय ने मुस्लिमों के अपने गुरुद्वारों में प्रवेश पर पाबंदी लगा दी है। हालांकि पाकिस्तान की गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के महासचिव अमीर सिंह का दावा है कि ननकाना साहिब में हालात पूरी तरह नियंत्रण में हैं।
हाईकोर्ट ने युवती को शेल्टर होम भेजा
लाहौर हाईकोर्ट ने शुक्रवार को पीड़ित युवती जगजीत कौर को एक शेल्टर होम में भेज दिया। हाइकोर्ट ने यह कार्रवाई जगजीत कौर के वकील शेख सुल्तान की तरफ से दाखिल याचिका पर की है। सुल्तान ने जगजीत की तरफ से दायर याचिका में उसके परिजनों पर पुलिस उत्पीड़न का आरोप लगाया था। साथ ही कहा था कि युवती ने अपनी मर्जी से इस्लाम कबूल कर निकाह किया है।