कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा ने राज्य विधानसभा में जीता विश्वास प्रस्ताव
बेंगलुरु,29 जुलाई (इ खबरटुडे)। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने अपनी तीन दिन पुरानी सरकार का बहुमत सोमवार को विधानमसभा में हासिल कर लिया. येदियुरप्पा ने कम संख्या बल वाली विधानसभा में एक पंक्ति का प्रस्ताव पेश किया जिसमें कहा गया कि सदन को उनके नेतृत्व वाली सरकार में भरोसा है. अपनी टिप्पणी में येदियुरप्पा ने कहा कि वह ‘प्रतिशोध की राजनीत’ में लिप्त नहीं होंगे और वह ‘भूलने एवं माफ करने के सिद्धांत’ में विश्वास करते हैं. उन्होंने कहा कि प्रशासनिक तंत्र पटरी से उतर चुका है और उनकी प्राथमिकता इसे वापस पटरी पर लाने की है. भाजपा के विश्वास मत आसानी से हासिल कर लिया। भाजपा को कुल 105 मत प्राप्त हुए। विधानसभा अध्यक्ष केआर रमेश कुमार द्वारा 17 बागी विधायकों को रविवार को अयोग्य घोषित किए जाने के बाद 225 सदस्यीय विधानसभा में सदस्यों की संख्या घट कर 208 रह गई.थी और बहुमत के लिए 104 मत प्राप्त करना जरुरी था।
विधानसभा में वर्तमान दलगत स्थिति
कर्नाटक विधानसभा में स्पीकर को छोड़कर कुल सदस्यों की संख्या 224 है। 17 विधायकों अयोग्य ठहराने के बाद कुल संख्या 207 हो गई है। बहुमत साबित करने के लिए कुल 104 विधायकों की जरूरत है। विधानसभा कुल संख्या 224 (स्पीकर को छोड़कर)अयोग्य सदस्य 17भाजपा 105 कांग्रेस 66 (नामित समेत) जदएस 34बसपा 01निर्दलीय 01
सुप्रीम कोर्ट जाएंगे बागी
अयोग्य घोषित जेडीएस के बागी विधायक एएच विश्वनाथ ने कहा कि स्पीकर का फैसला कानून के विरुद्ध है। असंतुष्ट विधायक सोमवार को सुप्रीम कोर्ट जाएंगे।
स्पीकर ने कहा, दबाव में हूं
स्पीकर ने कहा, येदियुरप्पा ने मुझसे कहा है कि सोमवार को अपनी देखरेख में विश्वास मत कराएं। राज्य में जारी सियासी संकट पर उन्होंने कहा, मौजूदा हालात में मुझ पर काफी दबाव है। जिस तरह इन चीजों से निपटने को लेकर मानसिक दबाव डाला जा रहा है, मैं भारी अवसाद में हूं।