बिना अनुमति सड़कों की खुदाई से नाराज शहरवासी
शास्त्री नगर में लोगों ने घेरा निगम अफसरों को
रतलाम,19 फरवरी(इ खबरटुडे)। रिलायंस की फोर जी मोबाइल सेवा के लिए भूमिगत केबल डालने के लिए शहर की सड़कों पर बिना अनुमति हो रही खुदाई से शहर में भारी नाराजगी फैल रही है।शास्त्री नगर में शुरु हुई खुदाई के बाद स्थानीय रहवासियों ने जमकर हंगामा किया और निगम के अधिकारियों को घेर लिया।
उल्लेखनीय है कि रिलायंस कंपनी की केबल बिछाने के लिए विगत कुछ दिनों से शहर भर में खुदाई की जा रही है। मजोदार तथ्य यह है कि संबधित कंपनी ने खुदाई के लिए नगर निगम से कोई अनुमति ही नहीं ली है। मंगलवार को बिना अनुमति हो रही खुदाई का मामला प्रकाश में आने के बाद निगम के अधिकारियों ने ताबडतोड में रिलायंस जियो इन्फोकाम लिमिटेड कंपनी को केबल स्थापना कार्य के लिए राशि जमा कराने का सूचना पत्र जारी कर दिया। नगर निगम द्वारा इस पत्र के जारी किए जाने से यह स्पष्ट हो गया कि निगम के अधिकारियों ने उक्त कंपनी से उपर ही उपर सेटिंग कर ली थी। इसी वजह से नगर निगम के रेकार्ड में सड़क खुदाई की अनुमति का प्रकरण ही शुरु नहीं किया गया था। निगम के अधिकारियों ने कंपनी से मोटी रकम हासिल कर उन्हे मौखिक रुप से खुदाई करने की अनुमति दे दी थी। लेकिन जब मामला तूल पकडने लगा,तब कंपनी को राशि जमा कराने का नोटिस दे दिया गया।
शहर में इतना बवेला मचने के बावजूद कंपनी की खुदाई पर कोई असर नहीं पडा और बुधवार को शास्त्री नगर की सड़कें खोद दी गई। सड़कों की खुदाई से नाराज शाी नगर के लोगों ने इस पर जमकर हंगामा किया और खुदाई रुकवा दी। काम रोके जाने की खबर मिलने पर सिटी इंजीनियर सलीम खान समेत अन्य अधिकारी भी वहां पंहुच गए। नाराज लोगों ने बिना अनुमति की जा रही खुदाई पर कार्यवाही की मांग करते हुए अधिकारियों का घेराव कर दिया। आक्रोशित नागरिक आयुक्त को मौके पर बुलाने पर अडे हुए थे। आखिरकार आयुक्त सोमनाथ झारिया भी मौके पर पंहुच गए। आक्रोशित लोगों ने निगमायुक्त श्री झारिया से दोषी लोगों के विरुध्द कडी कार्यवाही करने की मांग की। शास्त्री नगर वासियों के दबाव में आखिरकार निगमायुक्त श्री झारिया ने खुदाई के सारे सामान को तत्काल जब्त करने के निर्देश दिए और लोगों को आश्वस्त किया कि मामले की पूरी जांच कर दोषियों के विरुध्द कडी कार्यवाही की जाएगी।
सात करोड की खुदाई
मामले के जानकार लोगों का कहना है कि केबल डालने के लिए कंपनी ने शहर की तमाम सड़कें खोद डाली है। यदि इसका वास्तविक सर्वे किया जाए,तो लगभग छ:-सात करोड रुपए की सड़के खोदी जा चुकी है। चूंकि सारी खुदाई बिना अनुमति के की गई है,इसलिए इस पर तीन गुना जुर्माना लगाया जा सकता है।