जन कल्याण की दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण है एडीआरसी -न्यायाधिपति श्री माहेश्वरी
वैकल्पिक विवाद समाधान केन्द्र का शिलान्यास किया
रतलाम 7 सितम्बर. उच्च न्यायालय की इन्दौर खण्डपीठ के न्यायाधिपति जे.के.माहेश्वरी ने कहा है कि वैकल्पिक विवाद समाधान केन्द्र की स्थापना की दिशा में उठाया गया कदम जनकल्याण की दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण है।इस केन्द्र का महत्व इस बात में अन्तर्निहित है कि इसके माध्यम से न्याय प्रक्रिया तेज होगी और आम आदमी को सस्ता और शीघ्र न्याय सुलभ हो सकेगा। श्री माहेश्वरी आज जिला न्यायालय परिसर में 81 लाख 45 हजार रूपए की लागत से बनने वाले वैकल्पिक विवाद समाधान केन्द्र के भवन के शिलान्यास समारोह में बोल रहे थे। इस मौके पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश ओमप्रकाश शर्मा, कलेक्टर राजीव दुबे एवं जिला अभिभाषक संघ के अध्यक्ष संजय पंवार भी मौजूद थे।
मुख्य अतिथि के रूप में दिए अपने उद्बोधन में श्री माहेश्वरी ने कहा कि न्यायपालिका,विधायिका या कार्यपालिक अधिकारियों व्दारा जनकल्याण को केन्द्र में रखते हुए की जाने वाली हर पहल महत्व रखती है।उन्होंने कहा कि लोक अदालत के आविर्भाव के समय भी विरोध के स्वर उठे थे लेकिन कालान्तर में लोक अदालतें बेहद उपयोगी और फलदायी साबित हुर्इं। आज परिदृश्य में बदलाव हुआ है और वक्त का तकाजा है कि हम समाधान केन्द्र के माध्यम से लोगों को सस्ता और सहज-सुलभ न्याय उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हों।इसके लिए दृष्टिकोंण में परिवर्तन भी आवश्यक है।श्री माहेश्वरी ने अतीत में गांव के मुखिया व्दारा लोगों के विवादों के निराकरण का उल्लेख करते हुए कहा कि यह इसलिए संभव था क्योकि आम ग्रामीण में मुखिया के निर्णय के लिए व्यापक स्वीकृति थी। उन्होंने राजा विक्रमादित्य के सिंहासन की कथा का भी उद्धरण दिया। उन्होंने समारोह में उपस्थित न्यायाधीशों से भी अपेक्षा की कि वे न्यायसंगत निर्णय करें और अपने पद की गरिमा को बरकरार रखें। न्यायाधिपति ने न्यायालय,प्रकरण और समाज के प्रति अभिभाषकों की निष्ठा को भी महत्वपूर्ण बताया।
श्री माहेश्वरी ने साफ तौर पर कहा कि न्याय में विलम्ब के लिए न्यायाधीश या अभिभाषक जिम्मेदार नहीं हैं। आमलोगों में बढ़ती जागरूकता भी इसका एक महत्वपूर्ण पहलू है। उन्होंने सेक्शन 89 में संशोधन का उल्लेख करते हुए समाधान केन्द्रों की स्थापना की पूर्व प्रक्रिया पर विस्तार से प्रकाश डाला। न्यायाधिपति ने मामलों के निराकरण में मध्यस्थता को बेहद उपयोगी और प्रभावशाली निरूपित किया।उन्होंने कहा कि समाधान केन्द्र इस परिप्रेक्ष्य में जनसामान्य के लिए बेहद उपयोगी साबित होगा। उन्होंने आशा व्यक्त की कि आम जनता में जागरूकता और अभिभाषकों और न्यायाधीशों के बीच स्वीकार्यता से आगे चलकर समाधान केन्द्र बेहद कारगर साबित होंगे। श्री माहेश्वरी ने कहा कि जल्दी से जल्दी न्याय दिलाने की प्रक्रिया में समाधान केन्द्र की स्थापना पहला अहम् कदम साबित होगा। इससे न केवल आम जनता को लाभ मिलेगा वरन् न्याय प्रक्रिया से जुड़े सभी पक्षों के लिए यह हितकारी होगा।
इस अवसर पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश ओमप्रकाश शर्मा ने कहा कि वैकल्पिक विवाद समाधान केन्द्र के जरिए आपसी समझौते के आधार पर संबंधित पक्षों के बीच सुलह के माध्यम से प्रकरणों का निराकरण किया जाएगा।उन्होंने कहा कि लोक अदालतों में इस तरह की पहल के सकारात्मक नतीजे सामने आए हैंै। जिला जज ने कहा कि अभिभाषकगण और जनसामान्य की सहयोगी भूमिका समाधान केन्द्रों की सफलता में महत्वपूर्ण रहेगी। कलेक्टर राजीव दुबे ने कहा कि केन्द्र की स्थापना से लोगों के विवाद शीघ्र निपटेंगे और उनका व्यय और समय दोनों बचेंगे। उन्होंने न्यायाधिपति श्री माहेश्वरी की गहरी न्यायिक और प्रशासनिक क्षमता की सराहना की। इस मौके पर जिला अभिभाषक संघ के अध्यक्ष संजय पंवार ने नई पहल के विभिन्न पक्षों के महत्व पर प्रकाश डाला और केन्द्र के शिलान्यास को गौरवपूर्ण अवसर निरूपित किया।
कार्यक्रम के आरंभ में मुख्य अतिथि न्यायाधिपति श्री माहेश्वरी ने विधिवत् भूमिपूजन कर वैकल्पिक विवाद समाधान केन्द्र के भवन का शिलान्यास किया।मुख्य अतिथि ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलित कर समारोह का शुभारंभ किया। जिला न्यायाधीश श्री शर्मा,कलेक्टर श्री दुबे और अभिभाषक संघ के अध्यक्ष श्री पंवार ने मुख्य अतिथि का पुष्पहारों से स्वागत किया। जिला न्यायालय एवं जावरा,सैलाना व आलोट के न्यायाधीशगण ने भी अतिथियों का स्वागत किया।अभिभाषक संघ की ओर से वरिष्ठ अभिभाषक जमीरूद्दीन फारूखी व ए.पी.भटनागर ने शाल व श्रीफल से मुख्य अतिथि का स्वागत कर उन्हें स्मृति चिन्ह भेंट किया। राज्य अधिवक्ता परिषद् के सदस्य प्रबल प्रताप सिंह ने भी मुख्य अतिथि का स्वागत किया। जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष संजय पंवार और सचिव दीपक जोशी एवं संघ के अन्य पदाधिकारियों व सदस्यों ने भी मुख्य अतिथि एवं अन्य अतिथियों का पुष्पहारों से स्वागत किया।
कार्यक्रम के दौरान बड़ी संख्या में अभिभाषकगण और पैरालीगल वॉलेन्टियर्स भी मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन अपर सत्र न्यायाधीश एन.के.गोधा ने किया। रजिस्ट्रार सिविल कोर्ट श्रीमती प्रिया शर्मा ने अतिथियों के प्रति आभार ज्ञापित किया।